मासिक धर्म और उससे जुड़े हार्मोनल बदलाव किसी भी महिला के जीवन में प्रजनन काल के महत्वपूर्ण चरण माने जाते हैं, लेकिन समय से पहले यानि अर्ली मेनोपॉज़, अर्थात 40 वर्ष से पूर्व मेनोपॉज़ के कारण महिलाओं में कोरोनरी हार्ट रोगों की आशंका बढ़ जाती है.पिछले दोदशकों में ऐसे मामले तेजी से बढ़े हैं, जब किशोरियों में अर्ली प्यूबर्टी हो रही है और महिलाओं में अर्ली मेनोपॉज, इसकी वजह खराब डाइट, खराब जीवनशैली और तनाव को बताया जा रहा है. वहीं महिलाओं में बढ़ती स्मोकिंग और एल्कोहल की लत भी उनके स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डाल रही है. खासतौर से तनाव के कारण महिलाओं का स्वास्थ्य बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
पहचाने लक्षण
इस बारें में दिल्ली के फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर, इलैक्ट्रोफिजियोलॉजी एंड कार्डियाक पेसिंग की डॉ अपर्णा जसवाल कहती है कि कोरोनरी हार्ट रोग आजकल काफी होने लगा है. इसे साधारण किस्म के हृदय रोगों में शामिल किया जाता हैं, जिनमें हृदय के आसपास मौजूद धमनियों में प्लाक जमा होने की वजह से रुकावट पैदा हो जाती है और धीरे-धीरे यह समस्या गंभीर हो जाती है. यदि इसका समय रहते इलाज न कराया जाए, तो महिलाओं को सीने में दर्द, हार्ट अटैक या कई बार अचानक कार्डियाक अरेस्ट की शिकायत भी हो सकती है, जिन महिलाओं को अर्ली मेनोपॉज़ हुआ है उनमें कम समय में हृदय रोग होने की आशंका बढ़ जाती है. महिलाओं के मामले में हृदय रोगों की वजह से जोखिम बढ़ाने वाले कारक कौन से हो सकते हैं, जिसकी जोखिम मेनोपॉज़ सेजुड़ा हो सकता है, आइये जाने मुख्य लक्षण क्या है?