सवाल
मैं 23 वर्षीय विवाहिता और 2 बच्चों की मां हूं. मेरे पति को शराब, बीड़ी सिगरेट, गुटके की लत है जबकि मुझे इन चीजों से सख्त नफरत है. इस कारण हमारी अकसर लड़ाई होती है. मन करता है कि ऐसे व्यसनी पति को छोड़ दूं पर जब भी मैं उन्हें छोड़ने की बात करती हूं, तो वे मरने की धमकी देने लगते हैं. कृपया बताएं मैं क्या करूं?
जवाब
आप के पति को शराब, बीड़ी सिगरेट आदि का व्यसन पहले से था, इसलिए शादी करने से पहले आप को निर्णय लेना था कि ऐसे व्यक्ति के साथ रह सकती हैं या नहीं. शादी हो जाने और 2 बच्चों की मां बन जाने के बाद पति को छोड़ देने की बात सोचना सरासर बेवकूफी है. पति कोई वस्तु नहीं कि पसंद नहीं आई तो छोड़ दो. आप को पति के दुर्व्यसनों को छुड़ाने का प्रयास करना चाहिए. ये एकाएक तो नहीं छूट सकते पर धीरेधीरे पति में इन्हें छोड़ने की इच्छाशक्ति जगाएं. आवश्यक हो तो किसी नशामुक्ति केंद्र से संपर्क कर सकती हैं. आप के सहयोग और धैर्य से पति इन बुरी आदतों से छुटकारा पा लेंगे.
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शराब है खराब
संजय को शराब पीने की लत उस समय लगी जब वह 10वीं में पढ़ रहा था और बोर्ड की परीक्षा में कम अंक आने की वजह से उस ने अपने जैसे कुछ दोस्तों के साथ टैंशन कम करने के लिए पहली बार बियर पी थी. इस के बाद वह धीरेधीरे इस का आदी होता चला गया. जिस के चलते वह इंटर की परीक्षा में दो बार फेल हुआ. जब इस बात की जानकारी संजय के पिता को हुई तो उन्होंने संजय की पढ़ाई बीच में ही छुड़वा कर उसे अपने कपड़े के व्यवसाय में सहयोग करने के लिए अपने साथ ही लगा लिया, लेकिन संजय अपनी शराब पीने की बुरी आदत के चलते पिता के व्यवसाय से होने वाली आमदनी से पैसे चुरा कर शराब पीने लगा था, जिस को ले कर अकसर संजय व उस के पिता में तूतू, मैंमैं होती रहती थी.
एक दिन संजय को उलटियां होने लगीं जो रुकने का नाम ही नहीं ले रही थीं. संजय के घर वाले आननफानन में उसे ले कर अस्पताल ले गए, जहां जरूरी चैकअप के बाद डाक्टर ने बताया कि अत्यधिक शराब के सेवन के चलते संजय को लिवर का कैंसर हो गया है जो अपनी अंतिम अवस्था में है. संजय के बचने के चांसेज बहुत कम हैं. डाक्टरों ने उसे बचाने की भरपूर कोशिश की लेकिन बचा नहीं पाए.
एकलौते बेटे की मौत ने संजय के पिता को तोड़ दिया. संजय की शराब पीने की लत के कारण उस का कैरियर तो दांव पर लगा ही साथ ही शराब ने उस की जान भी ले ली.
शराब से ऐसा बुरा हश्र सिर्फ संजय का ही नहीं बल्कि हर रोज हजारों लोगों का होता है. शराब न केवल स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती है बल्कि यह अपराध को भी बढ़ावा देने का एक प्रमुख कारण है. शराब पीने के बाद व्यक्ति का दिल और दिमाग अच्छे और बुरे में फर्क करना भूल जाता है. शराब की वजह से व्यक्ति अपनी सुधबुध खो बैठता है. ऐसे में वह अपने से बड़ों से अभद्रता से बात करने में भी नहीं हिचकता.
शराब की लत की वजह
अकसर शौकिया तौर पर शराब पीने की शुरुआत होती है जो धीरेधीरे उन की आवश्यकता बन जाती है. शराब की लत का एक बड़ा कारण घरेलू माहौल भी है, क्योंकि जब घर का कोई बड़ा सदस्य घर के दूसरे सदस्यों व बच्चों के सामने खुलेआम शराब पीता है या पी कर आता है तो अनुभव लेने की इच्छा के चलते पत्नी, बच्चे व घर के अन्य सदस्य भी शराब पीने के आदी हो सकते हैं.
शराब की लत लगने का एक कारण गलत संगत भी है. अगर व्यक्ति शराब पीने वाले साथियों के साथ ज्यादा समय बिताता है तो उसे शराब की लत पड़ सकती है. तमाम लोग शराब को अपना सोशल स्टेटस मानते हैं.
शराब की लत लगने की एक बड़ी वजह निराशा, असफलता व हताशा को भी माना जाता है, क्योंकि अकसर लोग इन चीजों को भुलाने के लिए शराब का सहारा लेते हैं जो बाद में बरबादी का कारण भी बनता है.
पढ़ाई व कैरियर
किशोरों व युवाओं में नशे की लत दिनोदिन बढ़ती जा रही है. इस कारण शराब उन की पढ़ाई व कैरियर के लिए बाधा बन जाती है.
सामाजिक व आर्थिक नुकसान
शराबी व्यक्ति की समाज में इज्जत नहीं होती, शराब की लत के चलते परिवार में सदैव आर्थिक तंगी बनी रहती है, जिस वजह से परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट आम बात हो जाती है. शराब की जरूरतों को पूरा करने के लिए व्यक्ति अपनी स्थायी जमा पूंजी भी दांव पर लगा देता है, जिस से बच्चों की पढ़ाई व कैरियर भी प्रभावित होता है.
स्वास्थ्य की दुश्मन
स्वास्थ्य के लिए शराब जहर की तरह है जो व्यक्ति को धीरेधीरे मौत की तरफ ले जाती है. मानसिक व नशा रोग विशेषज्ञ डा. मलिक मोहम्मद अकमलुद्दीन के अनुसार शराब में पाया जाने वाला अलकोहल शरीर के कई अंगों पर बुरा असर डालता है, जिस की वजह से 200 से भी अधिक बीमारियां होने का खतरा बना रहता है.
अत्यधिक शराब पीने से शरीर में विटामिन और अन्य जरूरी तत्त्वों की कमी हो जाती है. शराब का लगातार प्रयोग पित्त के संक्रमण को बढ़ाता है, जिस से ब्रैस्ट और आंत का कैंसर होने की आशंका बढ़ जाती है.
शराब में पाया जाने वाला इथाइल अलकोहल लिवर सिरोसिस की समस्या को जन्म देता है जो बड़ी मुश्किल से खत्म होने वाली बीमारी है. इथाइल अलकोहल की वजह से पाचन क्रिया गड़बड़ा जाती है, जिस से लिवर बढ़ जाता है और ऐसी अवस्था में भी व्यक्ति अगर पीना जारी रखता है तो अलकोहल हैपेटाइटिस नाम की बीमारी लग जाती है.
सैक्स पर असर
जिला अस्पताल बस्ती के चिकित्सक डा. बी के वर्मा के अनुसार शराब सैक्स के लिए जहर है. लोग सैक्स संबंधों का अधिक मजा लेने के चलते यह सोच कर शराब पीते हैं कि वे लंबे समय तक आत्मविश्वास के साथ सहवास कर पाएंगे, लेकिन लगातार शराब के सेवन के चलते प्राइवेट पार्ट में तनाव आना कम हो जाता है, जिस का नतीजा नामर्दी के रूप में दिखता है. कामेच्छा की कमी के साथ ही महिलाओं की माहवारी अनियमित हो जाती है.
सड़क दुर्घटना का कारण
अकसर सड़क दुर्घटना का सब से बड़ा कारण शराब पी कर गाड़ी चलाना होता है, क्योंकि शराब पीने के बाद गाड़ी ड्राइव करने वाले का दिमाग उस के वश में नहीं रहता और ड्राइव करने वाला व्यक्ति गाड़ी से नियंत्रण खो देता है और दुर्घटना हो जाती है.
अपराध को बढ़ावा
शराब का नशा दुनिया भर में होने वाले अपराधों की सब से बड़ी वजह माना जाता है. अकसर शराबी व्यक्ति नशे में अपने होशोहवास खो कर ही अपराध को अंजाम देता है.
ऐसे पाएं छुटकारा
शराब की लत का शिकार व्यक्ति इस से होने वाली हानियों को देखते हुए अकसर शराब को छोड़ने की कोशिश करता है, लेकिन प्रभावी कदम की जानकारी न होने की वजह से वह शराब व नशे से दूरी नहीं बना पाता है. यहां दिए उपायों को अपना कर व्यक्ति शराब जैसी बुरी लत से छुटकारा पा सकता है :
– अगर आप शराब की लत के शिकार हैं और इस से दूरी बनाना चाहते हैं तो इस को छोड़ने के लिए खास तिथि का चयन करें. यह तिथि आप की सालगिरह वगैरा हो सकती है. छोड़ने से पहले इस की जानकारी अपने सभी जानने वालों को जरूर दें.
– अगर आप का बच्चा शराब का शिकार है तो मातापिता को चाहिए कि उस की गतिविधियों पर नजर रखें और समय रहते किसी नशामुक्ति केंद्र ले जाएं और मानसिक रोग विशेषज्ञ से संपर्क जरूर करें.
– ऐसी जगहों पर जाने से बचें जहां शराब की दुकानें या शराब पीने वाले लोग मौजूद हों, क्योंकि ऐसी
अवस्था में फिर से आप की शराब पीने की इच्छा जाग सकती है.
– कमजोरी, उदासी या अकेलापन महसूस होने की दशा में घबराएं नहीं बल्कि अपने भरोसेमंद व्यक्ति के साथ अपने अनुभवों को बांटें और कठिनाइयों से उबरने की कोशिश करें.
– शराब छोड़ने के लिए आप इस बात को जरूर सोचें कि आप ने शराब की वजह से क्या खोया है और किस तरह की क्षति पहुंची है. इस से न केवल आप शराब से दूरी बना सकते हैं बल्कि खराब हुए संबंधों को पुन: तरोताजा भी कर सकते हैं.
– शराब छोड़ने से उत्पन्न परेशानियों से निबटने के लिए किसी अच्छे चिकित्सक या मानसिक रोग विशेषज्ञ की सलाह लेना न भूलें.
VIDEO : कलरफुल स्ट्रिप्स नेल आर्ट
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