सलाद भोजन का एक अनिवार्य अंग है.लेकिन एक सर्वे में पाया गया है कि महिलाएँ अक्सर खुद की थाली में सलाद परोसने से कतराती हैं या आलस करती हैं. वो इसके पीछे तर्क देती हैं कि अरे, हमें सलाद की आदत बिल्कुल भी नहीं है या ऐसा कबती हैं कि चलो आज रहने दो कल जरूर खा लूंगी बात यह है कि आज जरा जल्दी खाना निपटा लूं.पर यह बहाना बहुत घातक है क्योंकि सलाद को टाल देने की यह आदत फिर हौले -हौले स्वभाव ही बन जाती है इस तरह सलाद खुराक से हट ही जाता है लेकिन सलाद न खाने से बहुत नुकसान होते हैं इसके अनगिनत फायदे हैं लीजिए यह जान लीजिये.
सामान्य प्याज, टमाटर वाले सलाद में पाया जाने वाला पोषक तत्व फाइबर और विटामिन सी से भरपूर होता है. ये साइट्रिक एसिड से युक्त होता है. इसमें विटामिन सी के साथ अन्य पोषक तत्व होते हैं. और ये कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के खतरे को कम करता है.टमाटर, खीरा, प्याज, हरी मिर्च और नींबू के रस वाला खट्टा-मीठा रसीला सलाद बहुत लाभदायक होता है. ये भूख को जगाता है साथ ही ये तमाम औषधीय गुणों से भी भरपूर है. इसमें एंटी इन्फ्लैमेटरी, एंटी-हेल्मिंथिक, एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-माइक्रोबियल जैसे गुण होते हैं. और ये सलाद पेट से जुड़ी समस्या जैसे अल्सर, गैस,कब्ज, एसिडीटी आदि से छुटकारा पाने में मदद करता है. मूली, गाजर, चुकंदर वाले सलाद के तो क्या कहने ,ये केवल दिखने में ही काफी फैंसी नहीं होता जबकि इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है.
इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. अध्ययनों के अनुसार ऐसा रंगीन सलाद हृदय रोग, फेफड़ों के कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर और मेटाबोलिक रोग के जोखिम को कम कर सकता है. इसके अलावा इसमें फाइबर और कुदरती ग्लूकोज जैसे कई अन्य पोषक तत्व भी होते हैं..ये कैंसर, मोटापा और डायबिटीज जैसी बीमारियों से लड़ने में मदद करता है. महिलाओं मे इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है. ये बुखार और पीलिया को भी ठीक करता है. सलाद की तासीर ठंडी होती है. कोई भी सलाद हो इसमें टैनिन,फाइबर,फॉस्फोरस, प्रोटीन और आयरन जैसे तत्व तो होते ही हैं. एक प्लेट सलाद में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन होते है. जो शरीर में वसा की मात्रा को बढ़ने नहीं देते है. इसके कारण शरीर का वजन नहीं बढ़ता है. जिनको अपना वजन कम करना है तो उनको एक बड़ी प्लेट रंग बिरंगे सलाद का सेवन रोजाना करना चाहिए.