जल्द ही आप मां बनने वाली हैं, यह खबर आप को बेहद उत्साहित कर देती है. और अगर आप पहली बार मां बन रही हैं तब तो यह एहसास बेहद खास होता है. जैसे ही आप को यह खबर मिलती है, आप को एक जिम्मेदारी का एहसास होता है. एक नई जिंदगी को दुनिया में लाने की जिम्मेदारी, बच्चे की देखभाल की जिम्मेदारी, बच्चे को बेहतर ढंग से बड़ा करने की जिम्मेदारी और भी बहुत कुछ. एक छोटे से पल में आप का मन ये सारे सपने बुन लेता है. अपने ही अंश को अपनी गोद में लेने का एहसास तो आप के लिए खास होता ही है, लेकिन इस के साथ महिलाओं के सामने कुछ ऐसी समस्याएं भी आती हैं, जिन से निबटना थोड़ा कठिन होता है. ये समस्याएं हैं वजन से जुड़ी, हारमोनल बदलाव के चलते बारबार मूड बदलना और त्वचा संबंधी समस्याएं. बच्चे के जन्म के बाद, मां पर उस की देखभाल की अतिरिक्त जिम्मेदारी आती है जोकि दिनरात चलती है. हालांकि वह इन सारी जिम्मेदारियों को ऐंजौय भी करती है.
बच्चे को अपने पेट में पालने की प्रक्रिया पहले ही चेहरे की चमक चुरा लेती है. बाद में बच्चे की देखभाल में नींद पूरी न होने, तनाव और थकान के चलते समस्या और बढ़ जाती है. हालांकि कोई मां इस को ले कर कभी कोई शिकायत नहीं करती, लेकिन मां बनने के बाद त्वचा पर आने वाला असर तकरीबन हर महिला को परेशान करता है. इस दौरान होने वाली त्वचा संबंधी समस्याएं सिर्फ पीली, बेजान और बिना चमक वाली त्वचा तक ही सीमित नहीं रहतीं. कुछ लोगों में थायराइड का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और इस की वजह से चेहरे पर लाललाल चकत्ते उभर आते हैं. ये चकत्ते आसानी से पीछा नहीं छोड़ते. ऐसे मामलों में किसी त्वचा रोग विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए. त्वचा संबंधी अन्य मामूली समस्याओं के लिए कई कौस्मैटिक प्रोसीजर उपलब्ध हो चुके हैं. सब से महत्त्वपूर्ण बात यह है कि आप को अपने जीवन में आई खुशी को ऐंजौय करने और उस की जिम्मेदारियां उठाने के साथसाथ अपनी त्वचा की देखभाल भी करनी चाहिए.
स्किन ट्रीटमैंट
आजकल कुछ स्किन ट्रीटमैंट ऐसे हैं जो आप के लिए फायदेमंद हो सकते हैं.
कैमिकल पील्स
यह एक ऐक्सफोलिएटिंग प्रोसीजर है. इस से त्वचा की बेजान हो चुकी परत निकल जाती है. 2-3 सिटिंग के बाद, त्वचा की नई परत भी उभर कर आने लगती है. यह प्रक्रिया बेहद साधारण होती है और इस के लिए आप को सिर्फ 15-20 मिनट का समय लगता है. इस की सिटिंग्स आप की त्वचा की जरूरत पर निर्भर करती हैं. इस प्रोसीजर में त्वचा की ऊपरी परत को ऐक्सफोलिएट करने के लिए कैमिकल सौल्यूशंस का इस्तेमाल किया जाता है. त्वचा की रंगत के लिए आमतौर पर जो पील इस्तेमाल किए जाते हैं, उन में ग्लायकोलिक पील, विट सी और लैक्टिक पील आदि शामिल हैं. प्रोसीजर पूरा होने के बाद त्वचा पर कोई टैनिंग नहीं रहती और आप को मिलता है एक ताजा, जीवंत और चमकदार चेहरा.
स्किन बूस्टर
चमकदार और जीवंत त्वचा पाने का दूसरा बेहतरीन विकल्प होता है डर्मल फिलर का इस्तेमाल. त्वचा को लचकदार और चमकदार बनाए रखने में रेस्टिलेन विटाल बेहतरीन भूमिका निभाता है. आधुनिक काल का डर्मल फिलर रेस्टिलेन विटाल कुछ ही मिनटों पर एक साधारण सी प्रक्रिया में इस्तेमाल किया जा सकता है, जो त्वचा पर जादुई असर दिखाता है. और सब से अच्छी बात यह है कि त्वचा पर इस का असर कुछ ही समय तक नहीं रहता, बल्कि हाइड्रोफिलिक ह्यालुरोनिक ऐसिड, जो त्वचा में पानी को सोखने और रोक कर रखने की क्षमता बढ़ाता है, का असर 1 साल तक रहता है. रेस्टिलेन विटाल जब त्वचा की ऊपरी परत में इंजैक्शन से लगाया जाता है तब यह त्वचा को गहराई तक नमी और पोषण देता है. ह्यालुरोनिक ऐसिड जैल को त्वचा की बाहरी परत में माइक्रोइंजैक्शन से लगाया जाता है और यह त्वचा को भीतर से प्राकृतिक रूप से नमी देता है, जिस से त्वचा मुलायम और चमकदार बनती है.
त्वचा में कसाव लाने के लिए
त्वचा की डलनैस कई तरह के लेजर के इस्तेमाल से भी ठीक की जा सकती है. अफर्म फै्रक्शनल लेजर, मेडलाइट लेजर और एनडीवाईएजी 1064 एनएम त्वचा की रंगत ठीक करने में बेहतरीन भूमिका निभाता है. लेजर त्वचा को भेद कर इस की बाहरी परत वाली खून की नलिकाओं तक पहुंचता है. ये नलिकाएं बहुत ज्यादा गरमी की वजह से डैमेज हो जाती हैं. इस प्रक्रिया में डैमेज हो चुकी कोशिकाएं खत्म हो जाती हैं और नई कोशिकाएं बनने लगती हैं. ऐसे में चमकदार त्वचा के लिए रास्ता बन जाता है.
डायमंड पौलिशिंग/माइक्रोडर्माऐबे्रजन
त्वचा की कई तरह की समस्याओं से निबटने में यह कारगर है और समस्याओं में मुंहासों से ले कर त्वचा की रंगत का बेतरतीब होना, चकत्ते उभरना और निशान आना तक शामिल है. टैनिंग की समस्या से नजात पाने के लिए भी डायमंड पौलिशिंग एक बेहतरीन विकल्प है. इस तकनीक में बिजली से चलने वाले एक उपकरण का इस्तेमाल किया जाता है, जिस के सिरे पर डायमंड लगे होते हैं. इसे चेहरे पर घुमाया जाता है. यह प्रोसीजर, जो त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने के साथसाथ नई कोशिकाओं के बनने में मददगार होता है, सभी प्रकार की त्वचा पर इस्तेमाल किया जा सकता है और बेहतरीन परिणाम देता है.
– डा. चैत्रा वी आनंद कौस्मोडर्मा स्किन ऐंड लेजर क्लीनिक