अनचाहा गर्भधारण न केवल एक नवविवाहित स्त्री के स्वास्थ्य पर असर डालता है अपितु उस का संपूर्ण विवाहित जीवन भी प्रभावित होता है. अनचाहा गर्भ ठहरने पर गर्भपात (एबार्शन) कराना इस का उचित समाधान नहीं है. शिशु को जन्म दें या नहीं, इस का निर्णय एक दंपती के जीवनकाल का अत्यंत महत्त्वपूर्ण निर्णय होता है. गर्भपात कराने से बेहतर है कि अनचाहा गर्भ ठहरने ही न पाए. इस से स्त्रीपुरुष को आर्थिक, सामाजिक व मानसिक रूप से सुकून मिलता है. अनचाहे गर्भ से कैसे बचें? कौन सा गर्भनिरोधक कितना प्रभावी है और क्यों? इस तरह के कई सवाल महिलाओं के जेहन में उठते हैं और इस का सही जवाब उन्हें समय से ज्ञात नहीं हो पाता. सामान्यत: निम्न सवालों का जवाब अधिकांश महिलाएं अवश्य जानना चाहेंगी :
स्त्री कंडोम क्या है?
स्त्री कंडोम एक पतले रबर का बना होता है. इस का बंद सिरा गर्भाशय ग्रीवा को ढक देता है और दूसरा खुला सिरा बाहर रहता है. इसे संबंध बनाने से ले कर 8 घंटे तक धारण किया जा सकता है परंतु सेक्स के बाद लगाने पर इस का कोई उपयोग नहीं रहता है. यह 79.95% सुरक्षा प्रदान करता है.
क्या स्त्री व पुरुष दोनों को कंडोम इस्तेमाल करना चाहिए?
नहीं, इस की आवश्यकता नहीं है, न ही करना चाहिए.
क्या स्त्री कंडोम के साथ जैली लगानी चाहिए?
स्त्री कंडोम में जैली लगी रहती है. इसलिए किसी प्रकार की लुब्रिकेटिंग जैली की जरूरत नहीं होती है, परंतु आवश्यकतानुसार के-वाई जैली या ल्यूबिक जैली इस्तेमाल की जा सकती है. सही तरीके से विधिवत इस्तेमाल करने पर यह 95% सुरक्षित है.
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