मोटापा किसी के लिए भी परेशानी का सबब बन सकता है. मोटापा यानी बीमारी का घर. यही वजह है कि मोटापे से हर कोई दूर रहना चाहता है. अधिकतर लोगों का मानना है कि मोटापा महज खानपान से बढ़ता है. जबकि ऐसा कतई नहीं है. मोटापे के लिए हमारी जीवनशैली अहम भूमिका निभाती है. कहने का मतलब यह है कि हम दिनभर में ऐसी तमाम मासूम गलतियां करते हैं जिस कारण मोटापा हमें जकड़ लेता है. आइये इन मासूम गलतियों के बारे में जानते हैं.

1. बार-बार वजन देखना-

भला वजन नापने से मोटापे का क्या रिश्ता? मगर है. भला कैसे? दरअसल जब हम नियमित अपना वजन देखते हैं यदि उसमें जरा भी बदलाव न महसूस करें तो हमें तनाव होने लगता है. तनाव हमारे असंतुलित हारमोन के लिए जिम्मेदार होता है. यही नहीं तनाव के कारण मोटापा भी बढ़ता है. सो, बार बार वजन करके मोटापे को न्योता न दें.

2. बार-बार मीठा खाना-

हमारी बढ़ती क्रय शक्ति ने हमें खाने पीने का बेहद शौकीन बना दिया है. आॅफिस हो या घर, मीठे से हम दूर नहीं भागते. मीठे का जुबान पर जादू इस कदर हावी हो जाता है कि एक बार मीठा खाने के बाद बार-बार खाने का जी करता है. हमें यह पता भी होता है कि मीठा खाने से हम ज्यादा कैलोरीज कंज्यूम करते हैं, लेकिन मीठे के बारे में तो दिल है कि मानता ही नहीं. इस तरह बार-बार मीठा खाने से हमारे शरीर में अतिरिक्त वसा जमा होती है जो मोटापे को आमंत्रित करती है. मीठे के शौकीन होने के बावजूद कम खाएं. फिट रहेंगे.

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3. देर तक सोना-

बस पांच मिनट और…. हर घर में सुबह-सुबह इसी तरह के जुमले सुनने को मिलते हैं. सर्दी हो या गर्मी एक बार बिस्तर में घुस गये तो उससे बाहर निकलने का दिल नहीं करता. गर्मी में बिस्तर की गरमाहट बिस्तर से बाहर आने की कल्पना से परेशानी का कारण बनती है तो गर्मी में एसी की कूलिंग में दिल नहीं करता कि बिस्तर से निकलकर बाहर गर्मी में जायें. इस बात में कोई शक नहीं है कि स्वस्थ रहने के लिए पर्याप्त नींद लेना हमारी जरूरत है. लेकिन बदलती जीवनशैली ने शारीरिक गतिविधियों को काफी सीमित कर दिया है, ऐसे में देर सुबह तक सोना हमारे शरीर के बेडौल होने के लिए काफी हद तक जिम्मेदार होता है.

4. टीवी देखते हुए खाना-

टीवी देखते हुए हाथ में चिप्स, कुरकुरे, कुकीज जैसी न जाने कितनी चीजें होती हैं. जब मजा ज्यादा बढ़ाना हो तो कोल्ड ड्रिंक्स भी इसमें शामिल कर ली जाती है. लेकिन टीवी देखने के दौरान आपको यह नहीं पता चलता कि आप बैठे-बैठे कितनी ज्यादा कैलोरीज कंज्यूम कर गये हैं और ज्यादा कैलोरीज ही तो  मोटापे के लिए जिम्मेदार है.

5. हर रिसर्च पर अमल करना-

विभिन्न समाचार पत्रों और पत्र पत्रिकाओं में छपने वाली शोध जिनका संबंध हमारी खानपान और स्वास्थ्य से होता है, हमें खासतौर पर आकर्षित करते हैं और उन पर अमल करके हम स्वस्थ रहने के लिए क्या खाएं और क्या न खाएं इस पर अपना पूरा ध्यान लगा देते हैं. लेकिन हर शोध और हर रिसर्च को फालो करना न तो आसान होता है और न ही प्रैक्टिकल होता है. अब काॅफी को ही लें. इस बात में कोई शक की गुंजाइश नहीं है कि काॅफी से हमें कई तरह के फायदे होते हैं. काॅफी हमें चुस्ती और ताजगी देती है. यह टाइप-2 डायबिटीज से बचाती है. कुछ ऐसे कैंसर हैं जिनसे यह हमारा बचाव करती हैं. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप एक ही दिन में कई कप काॅफी पी जाएं. बार-बार काॅफी पीना यानी मोटापे को गले लगाना है.

6. नाश्ता न खाना-

लड़कियां की तो यह सोच ही होती है कि उन्हें नाश्ता नहीं करना चाहिए. सुबह-सुबह कुछ भी हैवी खाने से तो वो खासतौर पर परहेज बरतती हैं, उन्हें लगता है कि नाश्ता न खाने से वह पतली रहेंगी. लेकिन वे यह भूल जाती हैं कि नाश्ता न करने से पतली तो होंगी नहीं बल्कि कमजोर हो जाएंगी. इतना ही नहीं नाश्ता न करने से और भोजन के बीच लंबा अंतराल होने से भूख ज्यादा लगती है और दोपहर का लंच इतना हैवी हो जाता है कि उसमें कैलोरीज की मात्रा जरूरत से ज्यादा हो जाती है और ऐसे में मोटापा आना स्वाभाविक है. ध्यान रखें कि कमजोरी सिर्फ पतले लोगों में ही नहीं होती बल्कि मोटे लोगों में भी कमजोरी होती है.

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7. समूह में खाना-

जब भी हम समूह में खाते हैं, तो हम अच्छी चीजें ही खाते हैं, अच्छी का मतलब है फैट और ज्यादा कैलोरीज वाली चीजें. दूसरों के साथ खाने के समय हमें पता ही नहीं चलता कि हम भूख से ज्यादा खा जाते हैं. समूह में अकसर हम 35 से 40 फीसदी ज्यादा खा जाते हैं. हैरानी तब होती है जब हम 6-7 के समूह में तकरीबन 75 फीसदी ज्यादा खा जाते हैं. कहने का मतलब यह है कि समूह में खाना अकसर मोटापे से दोस्ती करना होता है. जबकि अकेले में हम उतना ही खाते हैं, जितने की हमें जरूरत होती है.

8. फास्ट फूड खाना-

फास्ट फूड देखते ही दिल कहता है ‘जी ललचाए, रहा न जाए’. बच्चों से लेकर जवान और वृद्ध तक फास्ट फूड के स्वाद के दीवाने होते हैं. फास्ट फूड का स्वाद उन्हें उनके स्वास्थ्य पर होने वाले नुकसान की बात सुनने की भी फुर्सत नहीं देता. इसके बावजूद वह इसे खाते हैं, हम सब जानते हैं कि फास्ट फूड शरीर के लिए कितना हानिकारक है. यह हमारे शरीर में कोलेस्ट्रोल के स्तर को बढ़ाता है. फास्ट फूड से शरीर में अतिरिक्त वसा जमा हो जाती है. मतलब यह कि फास्ट फूड से मोटापा भी फास्ट आता है. सो, इस मासूम सी दिखने वाली गलती से हर हाल में दूर रहें.

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