विटामिन सी के फायदे के बारें में सभी जानते है, लेकिन प्रयाप्त मात्रा में विटामिन सी से कई प्रकार की बिमारियों से बचा जा सकता है, क्योंकि इसमें प्रचुर मात्रा में एंटी ओक्सिडेंट होते है, जिससे हड्डियों, मांसपेशियों और रक्त वाहिकाओं को मजबूती मिलती है. इस बारें में एड्रोईट बायोमेड प्राइवेटलिमिटेड के डायरेक्टर और एक्सपर्ट सुशांत रावराणे कहते है कि आम बिमारियों जैसे स्किन इन्फेक्शन, स्किन एलर्जी, पेट की समस्याएं, सर्दी-खांसी बुखार, बालों का झरना आदि के साथ-साथ अब कोरोना संक्रमण से बचना भी अब प्रायोरिटी हो चुकी है, ऐसे में इम्युनिटी को बूस्ट करना सबके लिए जरुरी हो गया है, इसे काफी हद तक कंट्रोल विटामिन सी को खान-पान में लेकर किया जा सकता है, इसलिए दैनिक खान-पान में विटामिन सी को शामिल करना अब जरुरी हो चुका है, क्योंकि बिमारियों से बचने का सबसे अच्छा तरीका रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना है.
हाल ही में बंगलुरु के इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस(आईआईएसीसी) द्वारा की गयी एक अध्ययन में ये बात सामने आई है कि विटामिन सी माइकोबेक्टेरियम स्मैगमैंटिस नामक एक नॉन-पैथोजेनिक बेक्टेरिया को मार देता है, जिससे इन्फेक्शन का खतरा कम हो जाता है. शरीर को विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में मिलता रहे इसके लिए ज़रूरी है रोज़ाना कम से कम 500 मिली ग्राम विटामिन सी का सेवन किया जाए. ऐसा करने से न केवल सर्दी-खांसी से शरीर बचा रहता है, बल्कि वायरस के द्वारा होनेवाले इन्फ़ेक्शन की संभावना भी कम होती है. बीमार पड़ने से कहीं बेहतर है, अपनी रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना. विटामिन सी के फायदे निम्न है,
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विटामिन सी से दीर्घकालीन बीमारियों यानि क्रोनिक डिज़ीज़ेस के ख़तरे को कम करता है
विटामिन सी एक शक्तिशाली ऐंटीऑक्सिडेंट है, जो आपके शरीर की प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है. ऐंटी-ऑक्सीडेंट्स से हमारा इम्यूनिटी सिस्टम बेहतर होता है, जिससे सेल्स को फ्री रैडिकल्स नामक नुक़सानदेह मॉलिक्यूल्स से बचाया जा सकता है. जब ये फ्री रैडिकल्स जमा होते हैं, तो वे ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस पैदा करते हैं, जिसका संबंध कई क्रोनिक डिज़ीज़ेस यानि पुरानी बीमारियों से होता है. कई शोध यह बता चुके हैं पर्याप्त विटामिन सी का सेवन करने से ख़ून में ऐंटी-ऑक्सीडेंट्स की मात्रा क़रीब 30% तक बढ़ जाती है, जो शरीर को प्राकृतिक तरीक़े से बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार करते हैं और शरीर में सूजन आने से रोकता है.
विटामिन सी शरीर के इम्यूनिटी सिस्टम को सुदृढ़ करता है
विटामिन सी युक्त चीज़ें खाने की सलाह इसलिए भी दी जाती हैं, क्योंकि इससे इम्यूनिटी बढ़ती है. विटामिन सी सबसे पहले वाइट ब्लड सेल्स (जिन्हें लिम्फ़ोसाइट्स और फ़ैगोसाइट्स कहा जाता है) के प्रोडक्शन को बढ़ाता है. इससे शरीर इन्फ़ेक्शन्स से लड़ने के लिए तैयार होता है. विटामिन सी वाइट ब्लड सेल्स को फ्री रैडिकल्स से होनेवाली क्षति से बचाता है, जिससे वाइट ब्लड सेल्स काफ़ी असरदार हो जाते हैं. यह भी देखने मिला है कि नियमित रूप से विटामिन सी का सेवन करनेवालों के घाव भी जल्दी भरते है.
त्वचा के साथ-साथ शरीर के ओवरऑल स्वास्थ्य के लिए लाजवाब है विटामिन सी
त्वचा की फ्री रैडिकल्स को कम करने या ख़त्म करने के विटामिन सी के ऐंटी-ऑक्सीडेंट गुण सेकाफ़ी मदद मिलती है, पर त्वचा के लिए इसके लाभ यहीं तक सीमित नहीं हैं. जब विटामिन सी को त्वचा पर लगाया जाता है तब अपने एसिडिक गुणों के चलते यह कोलैजन और इलैस्टिक का प्रोडक्शन बढ़ा देता है, जिसकी वजह से त्वचा की हीलिंग प्रक्रिया तेज़ हो जाती है. इसमें कई तरह के वायरस और बैक्टीरियो को मारने की क्षमता होती है. खासकर मॉनसून में वायरस और बैक्टीरिया अधिक बढ़ जाता है, ऐसे में लगातार विटामिन सी का सेवन बढ़ाने से बीमारी से भी बचा जा सकता है.
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इसके अलावा यह ब्लड प्रेशर को कम करता है, बढती उम्र में त्वचा को स्वस्थ रखता है, मसूड़ों को भी स्वस्थ रखता है, इसलिए खान-पान में हमेशा नेचुरल विटामिन सी का प्रयोग करें, जिसमें नीबू, मौसंबी, अमरुद,संतरा, स्ट्राबेरी, ग्रेपफ्रूट आदि सभी फ्रेश फल में विटामिन सी की मात्रा अधिक होती है. इसे अपनी दिनचर्या में अवश्य शामिल करें.