अक्षय कुमार उन एक्टरों में से एक है जो सिक्स पैक मसल्स वाली बौडी बनाने के बजाय फिटनेस, अच्छी सेहत, एनर्जी से भरपूर स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हैं. जिसके चलते अक्षय कुमार वेटलिफ्टिंग, स्टेराइड्स, सप्लीमेंट लेने के बजाय सीढ़ी चढ़ना, दौड़ना, और घर का बना खाना खाकर अच्छी सेहत बनाने पर ज्यादा विश्वास रखते हैं. हाल ही में हुई बातचीत के दौरान अक्षय कुमार ने युवाओं में बढ़ती अति व्यस्तता के चलते टेंशन, डिप्रेशन, हाइपर टेंशन और जल्दी से जल्दी हीरो और हीरोइन की तरह बौडी बनाने के चक्कर में सप्लीमेंट स्टेराइड लेकर अपने आप को मानसिक और शारीरिक तौर पर गंभीर बीमारी की तरफ़ ढकेलते हुए कम उम्र में दिल की बीमारी से ग्रस्त होने वाले युवाओं के प्रति चिंता जाहिर की.....
अक्षय कुमार ने बताया की उन्होंने पिछले कुछ दिनों पहले एक अस्पताल में विजिट किया था . जहां पर उन्होंने 20 से 30 उम्र के युवाओं को अस्पताल के बेड पर पाया. ऐसे में जब अक्षय ने उनके बीमारी की वजह जानी तो पता चला की ज्यादातर लड़के लड़कियां दिल की बीमारी से ग्रस्त है. जिसकी वजह हाइपरटेंशन, डिप्रेशन, आदि ही बताई जा रही थी. इसी बात को मद्दे नजर रखते हुए अक्षय कुमार ने युवाओं के लिए कुछ खास टिप्स और जानकारी दी..
अक्षय कुमार के अनुसार आज के युवा वर्ग में एक ऐसी प्रवृत्ति पाई जा रही है जिसमे वह कम समय में ज्यादा से ज्यादा पाने की कोशिश में लगे रहते हैं. फिर चाहे वह आर्थिक तौर पर हो या तो शारीरिक तौर पर ही क्यों ना हो. जबकि सच्चाई यह है कि किसी भी चीज को बिगाड़ने में अगर चंद सेकंड लगते हैं तो बनाने में महीनो और सालो लग जाते हैं . लेकिन आज के युवा फास्ट फूड की तरह लाइफ में भी सब कुछ फास्ट फास्ट चाहते हैं. ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में या अपनी इच्छा अनुसार सफलता पाने के चक्कर में मानसिक तौर पर बीमार होने लगते हैं जिसके चलते हाइपर टेंशन डिप्रेशन जेसी खतरनाक मानसिक बीमारियां उनको अस्पताल पहुंचा देती हैं. जबकि सच्चाई यह है की आर्थिक और शारीरिक तौर पर मजबूत होने के लिए अपने आप को पूरा समय देना होता है. जल्दबाजी का काम शैतान का होता है. जो हमेशा आपको गलत रास्ते पर ही लेकर जाता है यही वजह है कि आज के युवाओं में सब्र की कमी है और दिल का दौरा ज्यादा बढ़ रहा है.
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