हम चाहे घर में हो या फिर बाहर हर जगह कीटाणुओं, बैक्टीरिया, वायरस से न चाहते हुए भी संपर्क में आ ही जाते हैं. किसी जगह पर हाथ लगाने से, हवा में, खांसते हुए, छींकते हुए, किसी से हाथ मिलाते हुए, कोई चीज टच करते हुए, दीवार के सहारे खड़े होते हुए, किसी से गले मिलते हुए हमारा सामना जर्म्स से हो ही जाता है. ये जर्म्स हमारे कपड़ों पर भी चिपक जाते हैं और फिर यदि कपड़ों को अच्छी तरह क्लीन न किया जाए तो ये हमें बीमार भी बना सकते हैं. ऐसे में उन की खास केयर की जरूरत होती है, ताकि हम खुद को सेफ रख सकें. आइए, जानते हैं हम कैसे अपने कपड़ों को जर्मफ्री रख सकते हैं.
कपड़ों को इकट्ठा कर के न रखें
अधिकांश घरों में हफ्तेभर के कपड़े एकसाथ धुलने के लिए एक जगह जमा किए जाते हैं. मानसून के मौसम में इन कपड़ों में नमी आ जाती है जो जर्म्स को भरपूर पनपने का मौका देती है. कोरोना संक्रमण के दौर में तो यह स्थिति और भी खतरनाक हो जाती है.
कुछ बैक्टीरिया तो ऐसे होते हैं जो उसी दिन मर जाते हैं, जबकि ई. कोली और सैल्मोनैला नामक बैक्टीरिया कुछ हफ्तों तक जीवित रहते हैं, वहीं स्टैफिलोकोकस बैक्टीरिया महीनों तक पनपते रहते हैं. इसलिए भूल कर भी कपड़ों को इकट्ठा कर के न रखें. इस से जर्म्स उन में पनप नहीं पाते और आप खुद को बीमारियों से बचा सकते हैं.
बच्चों के कपड़ों को अलग धोएं
बच्चों के कपड़ों की धुलाई का खास ध्यान रखना पड़ता है, क्योंकि वे जमीन पर खेलते रहते हैं, खिलौनों को अपने पास रख कर सोते हैं, गंदे हाथों को अपने कपड़ों से साफ करते हैं और न जाने कितनी ऐसी चीजों को छूते हैं, जहां गंदगी होती है. ऐसे में उन के कपड़े सब से ज्यादा जर्म्स के संपर्क में आते हैं. यदि आप उन के कपड़ों को दूसरे कपड़ों के साथ धोएंगी तो जर्म्स के दूसरे कपड़ों में भी जाने का डर बना रहता है. इसलिए उन के कपड़ों को अलग रखें और ऐसे लिक्विड या पाउडर से धुलें जिस में कैमिकल्स का ज्यादा इस्तेमाल न किया गया हो. कपड़े धोने के बाद किसी डिसइन्फैक्टैंट में कपड़ों को डिप जरूर करें.