एक जमाना था जब रुपए निकालने के लिए बैंकों में लंबी लाइन लगी होती थी. तब नौकरीपेशा व्यक्ति हो या व्यापारी नकदी लेनदेन न सिर्फ मुसीबत भरा था, बल्कि रकम ज्यादा होने पर पुलिस की मदद भी लेनी पड़ती थी. वक्त बदला तो एटीएम लौंच हुए, लेकिन तब भी दिक्कतें कम नहीं हुईं. अब कैशलैस का जमाना आ गया है और यह उन सभी मुसीबतों से छुटकारा दिलाता है जो हम ने इस से पहले झेली थीं. यह न सिर्फ सुरक्षित है, बल्कि आसान भी है.

1. क्या है कैशलैस ट्रांजैक्शन

कैशलैस ट्रांसजैक्शन का मतलब है, जिस में लोगों को हाथ व पौकेट में नगदी रखने की जरूरत नहीं होती है, बल्कि वे इलैक्ट्रौनिक माध्यम यानी इंटरनैट बैंकिंग, क्रैडिट कार्ड, डैबिट कार्ड, यूपीआई, वालेट आदि के जरीए लेनदेन करते हैं. यहां तक कि औनलाइन पेमैंट कर के जीभर कर शौपिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं. इस से शौपिंग, फंड ट्रांसफर करने, बिल पेमैंट करने व रिसीव करने में बहुत आसानी होती है.

ये भी पढ़ें- इन 6 चीजों का इस्तेमाल कर घर को दें फेस्टिव लुक

2. लेनदेन में आसानी

इस से वित्तीय लेनदेन करने में आसानी होती है. आप को कैश के लिए बैंकों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते हैं, न ही एटीएम जाने की जरूरत पड़ती है. बस कहीं भी बैठे लेनदेन कर सकते हैं, जो मिनटों में होने के साथसाथ आप के समय की बचत भी करता है.

3. पैसा चोरी होने का खतरा नहीं

आज कड़ी सुरक्षा बड़ा सवाल बन गई है. ऐसे में जब भी हम बैंक, एटीएम जाते हैं या फिर किसी को नकदी देते हैं तो हमें यही डर सताता है कि कहीं हम लूट, ठगी आदि का शिकार न हो जाएं. इसी डर के साए में हम पैसों का आदानप्रदान करते हैं जबकि औनलाइन ट्रांजैक्शन हमें इन सभी खतरों से छुटकारा दिलाने का काम करती है. इस में आप बेखौफ पैसों का लेनदेन कर सकते हैं. लेकिन इस बात का खास ध्यान रखें कि अपने अकाउंट डिटेल किसी से भी शेयर न करें और न ही औनलाइन पासवर्ड सेव करें.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD48USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD100USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...