जिस तरह गरमी में एसी की जरूरत आवश्यक है, उसी तरह प्रदूषण से बचने के लिए प्यूरीफायर (Air Purifier) का होना भी आवश्यक हो गया है. दिल्ली में तो प्रदूषण का स्तर इस कदर बढ़ जाता है कि लोगों को सांस तक लेने में परेशानी होने लगती है जिस कारण खांसी, जुखाम, बुखार जैसी समस्या हो जाती है व फेफड़ों में भी समस्या होने लगती है.
बढ़ती मांग
यह समस्या सिर्फ मौजूदा समय की नहीं है, बल्कि हर साल की है. वायु गुणवत्ता मनकों के मुताबिक 201 से 300 तक का सूचकांक को खराब श्रेणी में माना जाता है व 301 से 400 तक के सूचकांक को अत्यंत खराब श्रेणी में रखा जाता है. वहीं आजकल देश की राजधानी में प्रदूषण का स्तर 363 के आंकड़े को पार कर गया है. वाराणसी व शिमला जैसी जगहें भी बढ़ते प्रदूषण से अछूते नहीं रहे.
ऐसे में जरूरी है कि एक अच्छा प्यूरीफायर खरीदने की. लेकिन इन्हें खरीदने से पहले आप को सही जानकारी होना आवश्यक है.
किन बातों का रखें ध्यान
फिल्टर के चयन के बारे में सही जानकारी हो. फिल्टर आमतौर पर 2 तरह के आते हैं हेपा (HEPA) फिल्टर और कार्बन फिल्टर. HEPA फिल्टर 0.3 माइक्रौन तक के सूक्ष्म कणों को हवा से हटाने तक की गुणवत्ता रखता है. धूल, पराग, धुआं और अन्य छोटे प्रदूषकों से बचाने के लिए यह फिल्टर बैस्ट होते हैं.
कार्बन फिल्टर रसोई, धूम्रपान या कैमिकल गैसों से बचाव के लिए अच्छा औप्शन होते हैं.
खरीदारी करने से पहले
खरीदारी करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि घर के जिस एरिया में इसे रखने वाले हैं वह कमरे के हिसाब से उपयुक्त हो.