घरेलू तरीके नहीं, बच्चे के लिए चुनें सही बेबी केयर प्रोडक्ट्स…

न्यू  ली बौर्न बच्चों की देखभाल मांओं के लिए हमेशा ही उलझन का टापिक रहा है. रूरल इलाकों में जौइंट फैमिलियों के चलते ये परेशानियां थोड़ी कम होती हैं लेकिन शहरों में न्यूक्लियर परिवारों में जहां मांएं ही बच्चे की देखभाल के लिए जिम्मेदार होती हैं वहां यह परेशानी थोड़ी बढ़ जाती है. अरबन इलाकों में मांएं अपने न्यूबौर्न बेबी की देखभाल के लिए घरेलू उपचारों पर भरोसा नहीं करतीं, इस के बजाय वे बाजार में मौजूद सही बेबी केयर प्रोडक्टस का इस्तेमाल करती है.

बेबी फीडिंग बोतल

नए पैदा हुए बच्चे को समयसमय पर मां का दूध पिलाना जरूरी होता है, लेकिन कभीकभी कुछ विशेष कारणों से ऐसा करना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में फीडिंग बोतल सब से मददगार साबित होती है. फीडिंग बोतल बच्चों के लिए सब से जरूरी समान में से एक है. इस का चुनाव करते समय हमेशा ध्यान रखें कि बोतल ब्रैंडेड हो और सौफ्ट हो. ब्रैंडेड होने का मतलब यह नहीं है कि कोई महंगी बोतल खरीदी जाए लेकिन आप के लिए उस की क्वालिटी का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.

डायपर्स

शहरों में बैडशीट, सोफा बच्चों के कपडे़ ज्यादा गंदे न हों इस के लिए बच्चों को डायपर्स पहना दिए जाते हैं. एक डायपर 3-4 घंटे तक बच्चे द्वारा पहना जाता है. न्यूबौर्न दिन में कई बार सूसूपौटी करता है. ऐसे में पूरे दिन में एक बेबी के लिए 6-7 डायपर्स की जरूरत होती है. ऐसे में ऐसे डायपर्स का चुनाव करें जो बच्चे के लिए अनकंफर्टेबल न हों. उन्हें चुभें नहीं और न ही लिक्विड को सोखने में नाकामयाब हों. सौफ्ट मैटीरियल क्वालिटी के डायपर्स बेहतर होते हैं.

स्किन केयर प्रोडक्ट्स

न्यूबौर्न बेबी की स्किन बहुत ही सैंसिटिव होती है, अकसर हलकी सी लापरवाही और खराब बेबी केयर प्रोडक्टस का इस्तेमाल उन्हें ऐलर्जी या रैशेज कर देता है. न्यूबौर्न के लिए डाई फ्री, फ्रैगरैंस फ्री और मैडिकली टैस्टेड प्रोडक्ट्स ही खरीदें. प्रोडक्ट्स खरीदते समय लेबल अच्छे से पढें़. इस में तेल, लोशन, साबुन वगैरह सामिल है.

सही से चुनाव न कर पाने पर बेबी को नुकसान भी हो सकते है जैसे बेबी के लिए क्रीम चुनते वक्त इनग्रीडिऐंट्स जरूर चैक कर लें. बेबी के के लिए ज्यादातर एक्सपर्ट्स फ्रूटी क्रीम लेने की सलाह देते हैं क्योंकि इस में हार्ड कैमीकल्स की मात्रा कम होती है और यह स्किन मौइस्चर के लिए अच्छी होती है.

कैसे करें सही साबुन का चुनाव

बेबी के लिए सोप चुनते समय भी कुछ चीजों का ध्यान रखना होता है. सब से पहले इस बात को गांठ बांध लें कि कोई भी शैंपू या सोप नैचुरल नहीं होता है, हर साबुन में कई तरीके के कैमिकल्स मिलाए जाते हैं. न्यूबौर्न बेबी की स्किन मुलायम होती है इसलिए ऐसे सोप का इस्तेमाल करे जिस में हार्श कैमिकल न हो. अधिकतर आईएसओ सर्टीफाइड प्रोडक्ट ही लें.

बेबी पाउडर कैसे चुनें

ऐसा बेबी पाउडर चुनें जिस की खुशबू ज्यादा तेज न हो. अगर पाउडर में ज्यादा कैमिकल होंगे या खुशबू तेज होगी तो खुजली या रैशेज हो सकते हैं. पाउडर का इस्तेमाल करने के बाद बेबी की स्किन पर रैडनैस हो तो उस पाउडर को इस्तेमाल न करें और डाक्टर की सलाह लें. रैडनैस का इलाज करें. नहलाने के बाद शरीर सूखने दें उस के बाद पाउडर लगाएं.

औयल कैसे चुनें

इस का भी सेम ही रीजन है, औयल में ऐसे हार्श कैमिकल्स न हों जिन से बेबी की स्कैल्पा पर दाने या खुजली हो. बेबी के लिए नारियल तेल, सरसों के तेल या बादाम के तेल का इस्तेमाल बेहतर माना जाता है. मसाज करने के लिए भी आप इन तेलों में से ही किसी का चुनाव कर सकते हैं.

तौलिया या टौवेल

बेबी को लपेटने के लिए टौवेल जैसे मुलायम कपड़े की भी जरूरत पडती है. गर्भ से बाहर आए बेबी को आसपास के तापमान के अनुसार ढलने में थोड़ा वक्त लगता है इसलिए शुरुआती दिनों में उसे साफ और सौफ्ट तौलिए में अच्छी तरह लपेट कर रखने की जरूरत होती है. सही तरह से लपेटने से बेबी को आराम मिलता है और वह रोता भी नहीं है.

थर्मामीटर

बेबी का तापमान वक्त पर नापने के लिए एक डिजिटल थर्मामीटर होना बहुत जरूरी हो जाता है. बाहर तापमान के बदलने के कारण अकसर बच्चों के शरीर के तापमान में भी बदलाव आता रहता है, जिस से शुरुआती दिनों में बच्चों को बुखार, जुकाम होने की संभावना बहुत ज्यादा हो जाती है. इसलिए उन का तापमान चैक करते रहना जरूरी हो जाता है. बच्चे का तापमान बढ़ने पर उसे तुरंत डाक्टर को दिखाएं.

 

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