सभी अपना घर अलग अलग तरीके से सजाना पसंद करते हैं इसके लिए कई दिनों तक शौपिंग भी की जाती है. यह सब कई तरह से खर्चीला भी साबित हो सकता है. तो क्यों ना आज अपने बजट के अंदर खुद घर सजाया जाए.
1. हैंडीक्राफ्ट का प्रयोग
हैंडीक्राफ्ट के मामले में भारत काफी धनी है. यहां जूट , ब्रास , क्ले, मार्बल ,लकड़ी और मेटल के आर्ट पीस विदेश तक धूम मचाते हैं.हमें यह बड़ी आसानी से उपलब्ध भी हो जाते हैं .ब्रास के डेकोरेटिव पीस सजावट के लिए काफी अच्छे रहते हैं . ब्रास से बने टेबल लैंप ,वॉल आर्ट बॉक्स, बाउल, आदि का यूज़ बड़े आराम से किया जा सकता है. इसी तरह क्ले की बनी हुई पाॅटरी जो आपके घर के सजावट से मेल खाते हुए टेराकोटा ,रेड, ब्लैक या ग्रे हो सकती है. लकड़ी में भी कई ऑप्शन मिल जाते हैं. मार्बल के भी अनगिनत टाइप के हैंडीक्राफ्ट वास ,मूर्तियां , पूजा थाली आदि से घर सजाया जा सकता है.
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2. दीवारों पर आर्ट वर्क
घर से मैच करते हुए कुछ आर्ट पीस घर को एथनिक लुक प्रदान करते हैं. जब कोई फेस्टिवल हो तब मिथिला पेंटिंग, तंजौर पेंटिंग के अलावा कुछ अलग तरह से यदि घर सजाना चाहती हैं तो अपनी वार्डरोब से कुछ ऐसी सिल्क की साड़ियां या जरी की साड़ियां निकालें और उन्हें फ्रेम करवाकर आप सबको हैरान कर सकती हैं .इसी तरह फुलकारी के कुछ पीस को आप प्रिंट करवा कर दीवारों पर सजा सकती हैं.
3. कुशन और सोफा कवर
अगर आपके यहां का फर्नीचर ट्रेडिशनल इंडियन लुक का है तो एथनिक रूप से सजावट करने में आपको अधिक जद्दोजहद नहीं करनी पड़ेगी. एथनिक लुक के लिए कुशन कवर या सोफा कवर एक हथियार के जैसे काम करते हैं.
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4. सेंटर पीस
एथनिक रूप से घर की सजावट तभी पूरी होती है जब सेंटरपीस इंडियन स्टाइल का हो. इसके लिए आप लकड़ी ,राजस्थानी संगमरमर,मिट्टी या ट्राइबल संस्कृति का भी कोई आर्ट पीस लगा सकते हैं .यही नहीं राजस्थानी ब्रासो या लकड़ी की बनी कोई भी कलाकृति रखी जा सकती है. इससे आपके घर की लुक बदल जाएगी.