कई लोगों का मानना है कि महिलाओं को गाडि़यों में कोईर् खास दिलचस्पी नहीं होती. वे न तो गाड़ी चलाने में और न ही खरीदने में उत्साह दिखाती हैं.
महिला अगर ड्राइविंग कर रही होती है तो लोग उस पर कमैंट्स करने से भी नहीं चूकते. दरअसल, लोगों के दिमाग में यह बात बैठी रहती है कि महिलाएं अच्छी ड्राइवर नहीं हो सकतीं. उन्हें गाडि़यों की समझ नहीं होती. लेकिन वहीं दूसरी तरफ औटोऐक्सपो के पवैलियन में उमड़ी महिलाओं की भीड़ इस बात को नकार रही थी. शायद लोग यह भूल जाते हैं कि महिलाएं सिर्फ गाडि़यां ही नहीं, बल्कि हवाईजहाज भी चला सकती हैं. महिला कैब ड्राइवर इस बात की सब से बड़ी उदाहरण हैं. यकीनन अब समय बदल गया है कि महिलाएं गाडि़यां खरीदती भी हैं और बखूबी चलाती भी हैं.
गाडि़यां सिर्फ वर्किंग वूमन ही नहीं, बल्कि हाउसवाइफ की भी जिंदगी का हिस्सा हैं. चाहे औफिस जाना हो या फिर बच्चों को स्कूल छोड़ने, महिलाएं किसी पर डिपैंट न हो कर अपना काम खुद करना जानती हैं.
इधर कुछ सालों से महिला चालकों की संख्या भी बढ़ी है और इस बात को कार निर्माता कंपनियां भी समझती हैं. इसीलिए कंपनियों ने महिलाओं को ध्यान में रखते हुए वूमन फ्रैंडली गाडि़यों का निर्माण किया है.
आइए, उन कारों के बारे में जानिए जो महिलाओं के लिहाज से बनाई गई हैं और जिन की चर्चा औटो ऐक्सपो में भी खूब रही:
1. औटोमैटिक गियर बौक्स पर फोकस
मारुति सेलेरियो, हुंडई की क्रेटा, वरना और टोयोटा की इनोवा में औटोमैटिक गियर बौक्स सिस्टम दिया गया है जो ड्राइविंग को काफी आसान बना देता है. महिलाओं के बीच यह गियर बौक्स सिस्टम खासा प्रचलित हो रहा है. खासतौर पर कामकाजी महिलाओं के लिए जिन्हें अब डेली औफिस राइड को इस सिस्टम ने काफी आसान बना दिया है. वहीं, मैट्रो सिटीज में कार के शौकीन लोग औटोमैटिक गियर बौक्स वाली गाड़ी अब खासा पसंद कर रहे हैं.