फैशन चाहे कोई भी हो उस में ऐलिगैंसी और ग्लैमरस लुक सब से अधिक माने रखता है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए डिजाइनर कपल, भूमिका और श्यामल शोधन ने 2000 में अपने ब्रैंड ‘श्यामल ऐंड भूमिका’ की स्थापना की. बचपन से ही फैशन के प्रति रुझान होने की वजह से भूमिका ने मुंबई के ‘नैशनल इंस्ट्टियूट औफ फैशन टैक्नोलौजी’ से फैशन डिजाइनिंग का कोर्स किया. श्यामल अपना ब्रैंड स्थापित करने के बाद फैशन में शोध करने के लिए पहले लंदन और फिर मिलान गए. यह ब्रैंड अपने ब्राइडल कलैक्शन के लिए अधिक जाना जाता है. भारतीय शिल्पकारी, ऐंब्रौयडरी इस ब्रैंड की खास पहचान है. 15 सालों से इस क्षेत्र में काम कर रही इस जोड़ी ने ‘लैक्मे फैशन वीक’ में जब अनारकली पहनावे क पुरुषों के लिए उतारा तो सभी चकित रह गए.

किस से मिली प्रेरणा

इस की प्रेरणा के बारे में पूछे जाने पर भूमिका हंसती हुई कहती हैं कि अभी तक अनारकली ड्रैसेज सिर्फ महिलाओं के लिए ही फैशन में थीं. मुगल साम्राज्य की रौयल हैरिटेज और कौस्ट्यूम्स से उन्हें इस की प्रेरणा मिली. जब मुगल राजारजवाड़े भारत आए तब इन ड्रैसेज का चलन बढ़ा. ये कपड़े बहुत ही सुंदर और आरामदायक होते हैं. आजकल ये कपड़े अधिकतर शादी और उस से संबंधित अवसरों मसलन, मेहंदी, संगीत, शाम की पार्टी, फैमिली गैटटुगैदर आदि पर पहने जाते हैं. ये कपड़े ज्यादातर लोगों की पसंद और बजट के अनुसार कस्टोमाइज किए जाते हैं. यही वजह है कि इन्हें काफी पसंद किया जा रहा है. कस्टोमाइजेशन में रंग, फैब्रिक, डिजाइन, ऐंब्रौयडरी सब कुछ व्यक्ति अपनी पसंद के अनुसार करवा सकता है. अनारकली ड्रैसेज भारत के अलावा यूके, अमेरिका, अफ्रीका, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, साउथ ईस्ट एशिया, मिडिल ईस्ट आदि में काफी लोकप्रिय हैं. इन की कीमत  क्व35 हजार से क्व75 हजार तक होती है. वैडिंग ड्रैस की कीमत तो क्व75 हजार से भी अधिक होती है. एक पोशाक को बनाने में 14-15 दिन लगते हैं.

श्यामल कहते हैं कि वे हमेशा रजवाड़े लुक को शालीन ढंग से पेश करते हैं, जिसे कोई भी पुरुष पहनना पसंद करता है.

परंपरा का खास ध्यान

भूमिका कहती हैं कि वे आउटफिट की डिजाइनिंग हमेशा परंपरा को ध्यान में रख कर करती हैं. इन में प्रयोग किया जाने वाला फैब्रिक सिल्क और ब्रोकेड होता है, जिस की चमक सालों तक रहती है. इन में प्रयोग की जाने वाली कारीगरी हैवी होती है. इन ड्रैसेज में असली मैटीरियल का प्रयोग होता है, इसीलिए इन का दाम अधिक होता है. इन का रखरखाव भी बड़े ध्यान से करना पड़ता है. इन्हें मलमल के कपड़े में लपेट कर रखें ताकि इन की चमक सालों कायम रहे. काम को ले कर दोनों पतिपत्नी में बढि़या  तालमेल है. भूमिका डिजाइनिंग का काम देखती हैं, तो श्यामल ब्रैंड मैनेजमैंट का. दोनों एकदूसरे के काम में कभी दखल नहीं देते. अगर कभी कोई बड़ा निर्णय लेना हो तो साथ बैठ कर चर्चा करते हैं. अपने ब्रैंड को आगे बढ़ाना ही उन का मेन मकसद है. उन का ‘महाराजा कलैक्शन’ काफी प्रसिद्ध है. इस के अलावा महिलाओं के लिए लहंगाचोली और आकर्षक दुपट्टे भी वे डिजाइन करते हैं. हर 2 महीने बाद वे नया कलैक्शन लौंच करते हैं ताकि ग्राहकों को कुछ नया मिलता रहे.

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