मौनसून आते ही बरसात को जी भर के ऐंजौय करना हर किसी को अच्छा लगता है, लेकिन इस के लिए दिल से खुश रहना बहुत जरूरी होता है. बरसात को आप कैसे ऐंजौय करें इस के गुर जानें फैशन डिजाइनर स्वप्निल शिंदे से:

डर मन में न पालें

बरसात ऐंजौय करते वक्त अगर हम हमारे कपड़े भीग जाएंगे, यह डर मन में पाले रहे तो बरसात को कभी ऐंजौय नहीं कर सकते. बरसात में भी हम कपड़े चुनते वक्त सजग रह कर अपने फैशन के शौक को बरकरार रख सकते हैं और बरसात को भी ऐंजौय कर सकते हैं  गरमी और जाड़े में हम हर रोज के इस्तेमाल के लिए फीके कलर के कपड़े पहन सकते हैं, लेकिन बरसात में गहरे रंग के कपड़े पहनना ही ज्यादा बेहतर होता है, क्योंकि गहरे रंग के कपड़े बरसात में खराब होने के बावजूद भी गंदे नहीं दिखते. इसलिए बरसात में रंगों का चयन करते वक्त डार्क कलर्स ही चुनें. आप फ्लोरल ग्रीन, पेस्टल ब्लू, फ्लोरल औरेंज, फ्लोरल यलो, डार्क ग्रे और डार्क ब्लैक रंगों का चयन कर सकती हैं. ये रंग पहनने से बरसात में आप खुश तो रहेंगी ही मूड भी अच्छा बना रहेगा.

सलवारकमीज, चूड़ीदार या लैगिंग्स पहनते वक्त भी ब्राइट कलर्स का ही चुनाव करें, जिस से बरसात में बौटम खराब भी हो जाए तो जल्दी नजर न आए. आप डार्क पिंक, डार्क रैड और डार्क चौकलेटी जैसे रंग इस्तेमाल कर सकती हैं. ये रंग रोमांटिक तो माने ही जाते हैं, दिखने में भी सुंदर लगते हैं. औफिसवियर के लिए सलवारकमीज पर आप अच्छी मैचिंग भी कर सकती हैं यानी टौप लाइट कलर का लें और बौटम ब्राइट कलर का रखें. औफिसवियर के लिए आप सलवारकमीज, साड़ी और जींस के साथ एक ऐक्स्ट्रा स्टोल भी ले सकती हैं. यह स्टोल आप फैशन के रूप में तो कभी बरसात में भीग जाने पर अपर बौडी कवर के लिए भी इस्तेमाल कर सकती हैं. कालेज गोइंग गर्ल्स भी स्कर्टटौप या जींस के साथ स्टोल पहन सकती हैं. जींस चुनते वक्त हमेशा लाइट वेटेड जींस चुनें ताकि बरसात में भीगने के बाद वह जल्दी सूख जाए.

हलके सूती कपड़ों का विकल्प

बरसात में लाइट वेट कौटन यानी हलके सूती कपड़े पहनना भी अच्छा विकल्प हो सकता है, इसलिए आप बरसात में भी पेस्टल शेड्स का चुनाव कर सकती हैं. ब्राइट रंग के टौप और कुरतियां फिर से इन फैशन हैं. लड़कियों के लिए कैप्रीज और लड़कों के लिए बरमूडा मौनसून सीजन की औल टाइम फेवरेट पसंद होती है. लेकिन ये कपड़े जल्दी सूखने के नजरिए से ही आप चुनें तो ज्यादा बेहतर होगा. इस के लिए शिफौन, क्रेप, पौली या नायलौन जैसे सिंथैटिक कपड़े हमेशा अच्छे साबित होते हैं. औफिस में साड़ी अगर कंपलसरी हो तो आप सिंथैटिक साड़ी भले ही पहनें पर पेटीकोट कौटन का ही पहनें, क्योंकि सिंथैटिक पेटीकोट के बरसात में गीला होने पर उस में चलना बहुत मुश्किल होता है. लेकिन कौटन पेटीकोट में हम आसानी से चल सकते हैं.

मौनसून में हवा में आर्द्रता बहुत होती है और यह आर्द्रता सिर्फ कौटन के कपड़ों से ही कम होती है. इसलिए इस मौसम के लिए कौटन के कपड़े बहुत अच्छा विकल्प होते हैं. बरसात हो तो भी कौटन ही बेहतर होता है. आजकल बाजार में खास बरसात के लिए लाइट कौटन के कई विकल्प उपलब्ध हैं, जिन का हम पूरापूरा फायदा उठा सकते हैं.

डैनिम जींस इस्तेमाल करें कम

बरसात में डैनिम के कपड़े न ही पहनें, क्योंकि इन कपड़ों के सूखने में वक्त लगता है और उन से हलकीहलकी बदबू आती है. बरसात में सिंथैटिक, पौलिएस्टर, टैरीकौट, नायलौन, रेऔन आदि जैसे कपड़ों का हम इस्तेमाल कर सकते हैं. जींस और डैनिम के कपड़े पहनने हों तो थ्री फोर्थ या कैप्रीज इस्तेमाल करें. बरसात में डार्क ब्राउन, मैरून, मेहंदी कलर आदि जैसे रंगों का आप ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें. बरसात में किसी फंक्शन या शादी वगैरह के लिए आप साड़ी पहनना चाह रही हों, तो फ्लोरल प्रिंट का इस्तेमाल ज्यादा बेहतर रहेगा. ज्वैलरी भी लाइट वेटेड और रंग न जाने वाली हो. साथ ही कपड़ों का भी रंग न उतरे इस बात का खयाल रखें. कपड़ों के साथ ही बरसात में मेकअप और अपने फुटवियर की ओर ध्यान देना भी उतना ही जरूरी है.            

-वर्षा फडके आंधले

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