New Look : भूमिका ने जैसे ही तैयार होने के लिए अपनी कवर्ड खोली सारे कपड़े जमीन पर आ गिरे. काफी खोजने के बाद भी उसे वह जींसटौप नहीं मिले जो उसे पहनने थे. खैर, जैसेतैसे सारे कपड़ों को कवर्ड में ठूंसा और बेमन से सामने हैंगर पर टंगा अनारकली सूट पहन कर शौपिंग के लिए निकल गई.

यामिनी को कभी अपनी कवर्ड में मनचाहा आउटफिट नहीं मिलता. कभी किसी सूट के साथ का प्लाजो नहीं मिलता तो कभी जींस के साथ का टौप. नतीजतन, जो आउटफिट हाथ लगा पहन कर जाना पड़ता.

यह यामिनी या भूमिका की ही नहीं हम सब की समस्या है कि कवर्ड कपड़ों से भरी होने के बावजूद कहीं जाते समय उन के पास पहनने को कुछ नहीं होता. इस का सब से बड़ा कारण है आप के द्वारा की गई बेतरतीब खरीदारी. वास्तव में पिछले कुछ सालों में लोगों की आमदनी में बहुत वृद्धि हुई है जिस के कारण उन की शौपिंग में भी बहुत अधिक इजाफा हुआ है. जब भी हम अपने लुक में कुछ चेंज चाहती हैं मौल जा कर शौपिंग कर लाती हैं जबकि थोड़ी सी सूझबूझ से बिना शौपिंग के ही हम अपने लुक में बदलाव ला सकती हैं.

एक सर्वे के अनुसार एक आम आदमी सालभर में लगभग 2 लाख रुपए कपड़ों पर खर्च करता है परंतु आश्चर्य की बात है कि इतना खर्च करने के बाद भी उन के पास पहनने को कुछ नहीं होता. इस का कारण है उन के द्वारा बिना सोचेसमझे खरीदारी करना.

ऐसे में यदि शौपिंग करते समय आप कुछ बातों का ध्यान रखें तो काफी हद तक आप इस समस्या से बच सकते हैं, साथ ही अनावश्यक खर्च करने से भी.

प्लान कर के शौपिंग पर जाएं

मनीषा जब भी शौपिंग पर जाती है हमेशा दुकान पर पहुंच कर सोचती है कि उसे क्या खरीदना है. नतीजा, बिना कुछ सोचविचार किए कुछ भी खरीद लाती है और फिर सोचती है कि मैं ने इसे क्यों ख़रीदा, इसे कहां पहनूं. इस की अपेक्षा आप बाजार जाने से पहले ड्रैस को पहनने का औकेजन, फैब्रिक, बजट और डिजाइन घर से सोच कर जाएं ताकि आप अपनी रेंज और चौइस दुकानदार को बता सकें. इस से आप ओवर बजट होने और अनावश्यक कपड़े लेने से तो बच ही जाएंगी साथ ही कम समय में शौपिंग भी कर सकेंगी.

खरीदारी में हो समझदारी

आकांक्षा जब भी बाजार जाती है हर बार एक टौप या जींस यह सोच कर ही ले आती है कि सस्ता है तो ले लेती हूं. नतीजतन, एक ही पैटर्न के ढेर सारे टौप उस के पास इकट्ठे हो गए हैं. आप भले ही 200 रुपए के 4 टौप खरीदें परंतु उन 4 टौप पर आप ने कीमत तो 800 रुपए ही चुकाई परंतु सस्ता होने के कारण उन की क्वालिटी अच्छी नहीं होती और वे 1-2 बार धोने के बाद अपनी चमक खो देते हैं इसलिए 4 की जगह आप अच्छे फैब्रिक और क्वालिटी का एक ही क्लासी कपड़ा खरींदे ताकि उसे कहीं पर भी पहन कर जाया जा सके.

ट्रैंड को करें नजरअंदाज

राधिका की आदत है कि जो भी कलर और पैटर्न ट्रैंड में होता है वह एकसाथ कई ड्रैसेज यह सोच कर खरीद लेती है कि फैशन के कपड़े पहन कर वह स्टाइलिश लगेगी पर कुछ दिनों के बाद ही वह ड्रैस आउट औफ फैशन हो जाती है और उस के वे कपड़े कवर्ड में जगह घेरते रहते हैं. इस तरह की आदत से आप को हमेशा यही लगेगा कि आप के पास पहनने को कुछ नहीं है क्योंकि फैशन का ट्रैंड हर महीने बदलता रहता है. ट्रैंडी कपड़ों की जगह आप अपनी कवर्ड में बेसिक आल टाइम फैशन में रहने वाले आउटफिट रखें और फिर ट्रैंड के अनुसार उन्हें स्टाइल कर के पहनें. हां, आप चाहें तो एकाध ट्रैंडी ड्रैस खरीद सकती हैं.

वैराइटी को दें प्राथमिकता

वंशिका हर बार काले, सफेद और ग्रे रंग के कपड़े खरीद लाती है जिस से जब उसे कुछ अलग रंग का पहनना होता है तो हमेशा क्या पहनूं की समस्या उत्पन्न हो जाती है. एकजैसे पैटर्न, रंग और फैब्रिक की अपेक्षा विविधतापूर्ण ड्रैसेज खरींदे ताकि हर ओकेजन के लिए आप के पास कपड़े हों.

स्टाइलिंग करें

आजकल स्टाइलिंग बहुत माने रखती है. जरा सी सूझबूझ से आप साधारण सी ड्रैस को भी स्टाइलिश बना सकती हैं. उदाहरण के लिए सिंपल से जींसटौप पर आप एक सिल्क का स्टोल स्टाइल कर के डाल लें आप की ड्रैस पार्टी में पहनने के लिए तैयार हो जाएगी. प्लेन सूट पर बनारसी, महेश्वरी, चंदेरी और काथा वर्क की चुन्नी स्टाइल करने से आप का सूट किसी भी ओकेजन पर पहनने के लिए तैयार हो जाएगा.

डिक्ल्टरिंग करें

हमेशा अपनी कवर्ड और ड्रैसेज से संतुष्ट रहने वाली नवीना कहती है कि मैं ने अपनी शौपिंग का नियम बनाया हुआ है कि मैं जब भी कोई नया कपड़ा खरीदती हूं तो पहले कवर्ड में से वे कपड़े बाहर कर देती हूं जिन्हें मैं यूज नहीं कर रही होती हूं, इस से मेरी कवर्ड कभी ओवरवेट नहीं होती और कभी भी यह समस्या नहीं होती कि मैं क्या पहनूं क्योंकि मैं जो भी पहनना चाहती हूं वह चुटकियों में मिल जाता है.

मिक्स ऐंड मैच करें

जरूरी नहीं कि हर ओकेजन के लिए नए कपड़े ही खरीदे जाएं. किसी भी जींस को एक नए टौप के साथ, कुरते को पुरानी लैगिंग्स के साथ या फिर साड़ी को फैशनेबल ब्लाउज के साथ पहन कर एकदम नया लुक दिया जा सकता है. इस से आप कम खर्चे में ही नया लुक पा सकेंगी.

रिसाइक्लिंग देगी नया लुक

पुरानी और कम पहनी या आउट औफ फैशन साड़ी से गाउन, सूट और टौप बनवा कर आप साड़ी के साथसाथ ख़ुद को भी नया लुक दे सकती हैं. आजकल साड़ी के ऊपर जैकेट का फैशन ट्रैंड में है. आप साड़ी के पल्लू से जैकेट और शेष भाग से स्लीवलैस मैक्सी अथवा लौंग टौप और स्कर्ट बनवा कर खुद को नया लुक दे सकती हैं.

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