गहने चाहे सोने के हों या चांदी के, पीतल के हों या मोतियों के, सदा से ही महिलाओं की कमजोरी और पसंद रहे हैं. आज भी इन का क्रेज बरकरार है. आजकल जेवर पहनने का प्रचलन काफी तेजी से बढ़ रहा है, क्योंकि छोटेबड़े सभी आकारों के मोतियों के जेवर बड़ी आसानी से मिल जाते हैं. ये जेवर अधिक महंगे भी नहीं होते, साथ ही जितने अधिक पहने जाते हैं उतनी ही इन में चमक आती है. मोतियों के जेवर एक बार खरीद लेने पर थोड़ी सी देखभाल से काफी दिनों तक आप के सौंदर्य को नया लुक देते हैं. अत: इन की देखभाल में लापरवाही न बरतें.
ऐसे रखें ध्यान
मोतियों के जेवर अकसर प्लास्टिक या रेशमी वायर में पिरोए जाते हैं, जो काफी प्रयोग में आने के बाद कमजोर पड़ जाती है. प्रतिदिन पहनने वाले जेवरों को 4-6 महीने के बाद नए तार में पिरो लेना चाहिए ताकि मोती टूट कर बिखरें नहीं.
नाजुक बनावट वाले गहनों को सावधानी से पहनें.
सोते व स्नान करते समय इन्हें उतार दें.
मोतियों के जेवरों को डब्बे में रखते समय सावधानी बरतें. जल्दबाजी में कोई मोती डब्बे या ढक्कन के बीच में न आ जाए.
जेवरों को अलगअलग रखें. एकसाथ रखने पर वे उलझ जाते हैं और फिर छुड़ाने पर टूट जाते हैं.
मोतियों के जेवरों को परफ्यूम आदि से बचा कर रखें अन्यथा उन की चमक कम हो जाएगी.
मोतियों के जेवरों को सफेद पतंगी कागज में लपेट कर रखें.
जेवर गंदे होने पर किसी दुकान पर जाने से बेहतर है कि रीठे की झाग से घर पर ही साफ करें और हलके तौलिए से पोंछ कर मुलायम कपड़े पर रख कर इन पर औलिव आयल मलें. इस से इन की चमक बढ़ जाएगी.