‘‘हमारे उत्पाद महंगे नहीं हैं. जो भी उत्पाद बाजार में पेश किया जाता है, उसे बेहतर गुणों व किफायती मूल्य के साथ ही लाया जाता है…’’

दिब्येंदु राय (सीओओ, डेज मैडिकल)

युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत दिब्येंदु राय किसी भी मुकाम को हासिल करने के लिए निरंतर प्रयास करते हैं. इन का मानना है कि कोशिश करने से ही आत्मविश्वास बढ़ता है. इन के हार न मानने वाले इसी जज्बे ने डेज मैडिकल को बुलंदियों पर पहुंचा दिया है. एफएमसीजी और रिटेल इंडस्ट्री में 22 वर्षों का अनुभव रखने वाले एवं हार्ड कोर मार्केटिंग प्रोफैशनल के रूप में प्रसिद्ध दिब्येंदु आज डेज मैडिकल में सीओओ के पद पर कार्यरत हैं.

आइए, जानते हैं दिब्येंदु की सफलता की कहानी उन्हीं की जुबानी:

कंपनी के सीओओ की जिम्मेदारी लेने के बाद आप ने क्या बदलाव किए?

डेज मैडिकल एक मशहूर कंपनी है, लेकिन इस में आने के बाद मैंने यह देखा कि इतना मजबूत और प्रसिद्ध ब्रैंड होने के बाद भी कोई इस की प्रसिद्धि का उपयोग सही ढंग से नहीं कर रहा. इसीलिए मैंने कंपनी की छवि निर्माण की पहल की. मैंने एक अलग मीडिया प्लान बनाने की कोशिश की. मैंने गौर किया कि यहां केवल टैलीविजन पर प्रमोशन होते थे और प्रिंट की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जाता था. फिर मैंने हमारी ब्रैंड ऐंबैसेडर, हेयर ऐक्सपर्ट प्रिसिला कौर्नर के नाम से मैगजीन में इनोवेशन बनाने पर जोर दिया जोकि अपने ही तरीके से काफी प्रसिद्ध भी हुआ. मैं 2 साल तक केकेआर के साथ भी जुड़ा. हम ने फ्लाइट मैगजीन के पिछले कवर पर विज्ञापनों की शुरुआत की. हम युवाओं का ध्यान आकर्षिंत करने के लिए एमटीवी, वीटीवी के साथ भी जुड़े. हमने केयोकार्पिन को 10 रुपए के पैक में और जारों (शीशियों) में बाजार में पेश किया, जिस में हम आगे रहे. प्रमुख स्थान में अपनी जगह बनाना अपने आप में एक चुनौती थी. हम ने ग्रामीण क्षेत्रों में अपने विक्रेताओं और स्टौकिस्टों को बढ़ा दिया था. हम ऐसी श्रेणी में पहले थे, जिस ने हेयर औयल ब्रैंड के लिए किसी हेयर औयल ऐक्सपर्ट को रखा था. इस के अलावा हम ने लोगों को बालों की देखरेख के प्रति जागरूक बनाने के लिए अपनी कैच लाइन को ही बदल दिया था.

केयोकार्पिन की यूएसपी क्या है?

केयोकार्पिन की सब से मजबूत यूएसपी इस की गुणवत्ता और प्रदर्शन है. दूसरी इस की मनमोहक खुशबू. इस में एक अलग सा आकर्षण है, जिस ने आज हमें नंबर वन बना दिया. इतना ही नहीं पिछले 65-70 वर्षों से इस की खुशबू वैसी ही है जैसी पहले थी. हम ने औलिव औयल, विटामिन ई की शुरुआत की, जबकि केयोकार्पिन पहले जैसा ही है.

वह कौन सा रहस्य है, जो आप के ब्रैंड को भारतीय जीवनशैली से जोड़े रखता है?

पूर्वी भारत में बालों के तेल के बहुत सारे ब्रैंड मौजूद थे, लेकिन वे अब अप्रचलित हैं, लेकिन हमारा ब्रैंड आज भी लोकप्रिय है, जिस का कारण है कि हम ने अपने ब्रैंड को आधुनिक तरीके से बनाया है. यह तो आप को पता ही होगा कि आज के समय में औलिव औयल के बारे में लोग काफी जागरूक हैं. हम ने अपने प्रयोगकर्ताओं से बात की तो उन का कहना है कि यह केवल त्वचा को ही नहीं, बल्कि बालों को भी संपूर्ण पोषण प्रदान करता है. बालों को प्रदूषण से बचाने में हमारे उत्पाद यकीनन अच्छे हैं, जिस की वजह से हमारे ग्राहक हमारे प्रति वफादार हो गए हैं.

स्वास्थ्य देखभाल और व्यक्तिगत देखभाल उत्पादों के संदर्भ में उपभोक्ताओं को किस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है? आप के उत्पाद ऐसी समस्याओं का समाधान कैसे करते हैं?

महिलाओं के लिए आज जो मुख्य समस्या है, वह यह है कि बाहर काम पर जाने के कारण उन के पास व्यक्तिगत सौंदर्य के लिए समय का अभाव है. इस कारण उन्हें महंगे पार्लरों और सैलूनों का रास्ता चुनना पड़ रहा है. प्रदूषण और नौकरी का तनाव बालों की खूबसूरती छीन लेते हैं, जिस की वजह से बाल बेजान हो जाते हैं. फिर महिलाएं इन बेजान बालों से छुटकारा पाने के लिए विभिन्न कैमिकल युक्त उत्पादों और स्पा का प्रयोग करती हैं, जिस से उन के बालों पर दुष्प्रभाव पड़ता है और फिर बालों को इन दुष्प्रभावों से बचाने के लिए तेल की आवश्यकता पड़ती है. पहले समय में मांएं अपनी बेटियों के बालों को संवारा करती थीं. लेकिन आज के समय में कालेज और औफिस जाने वाली लड़कियों के पास समय का अभाव होता है. इन दिनों महिलाएं अधिक मात्रा में हेयर कलर, सीरम आदि का प्रयोग अपने बालों पर कर रही हैं, जिस से बाल नाजुक और सख्त हो जाते हैं. इसीलिए बालों को नुकसान से बचाने के लिए आप को बालों में तेल लगाने की आदत को अपनाना होगा. यही कारण है कि हमारी कैच लाइन ‘‘हेयर का इंश्योरैंस करो, रोज केयोकार्पिन करो’’ है.

किस तरह से केयोकार्पिन उपभोक्ताओं की उम्मीदों पर खरा उतरता है?

हमारे उत्पादों पर विश्वास उन के प्रदर्शन में निहित है. अगर ग्राहक हमारी कंपनी के द्वारा बनाए गए उत्पाद पर विश्वास नहीं करता, तो उसे खरीदता भी नहीं. हम ने इस की सामग्री, इस की महक में कोई बदलाव नहीं किया है. हम ने कभी केयोकार्पिन पर भी कोई प्रयोग नहीं किया है. जो उत्पाद 50 वर्ष पहले शुरू हुआ था, वह आज भी मौजूद है. लेकिन आज के आधुनिक ट्रैंड को ध्यान में रखते हुए हम ने औलिव औयल को शामिल किया है, जिस ने हमारे उत्पाद को काफी बेहतर बना दिया है.

आप महिलाओं से जुड़े उत्पादों का निर्माण करते हैं. क्या आप महिलाओं के रोजगार या सशक्तीकरण में पहल करते हैं?

जी हां, हमारे रिसर्च डिपार्टमैंट में महिलाएं शामिल हैं. लेकिन यदि हम हार्ड कोर लेबर श्रेणी की बात करें, तो हम ने यहां महिलाओं को नियुक्त नहीं किया है. मार्केटिंग विभाग के संदर्भ में हमारा मानना है कि इस काम के लिए ज्यादा समय लगने और दूरदराज के इलाकों में जाने के कारण किसी महिला को शामिल करना उचित नहीं होगा.

आप का उत्पाद मौजूद ब्रैंड से कैसे भिन्न है?

केयोकार्पिन एक सफल उत्पाद है. पिछले 50 वर्षों से इस ने मौजूदा ब्रैंड के रहते हुए भी अपनी एक अलग पहचान बनाई है. यह हमारी कंपनी की दूरदर्शिता थी कि आने वाले समय में कामकाजी महिलाओं की संख्या बढ़ेगी, जिस के कारण उन के पास अपने बालों की देखभाल करने के लिए समय का अभाव होगा. इसी बात को ध्यान में रखते हुए हम ने उसी दौरान नौनस्टीकी, सुगंधित तेल पेश किया, जिस से आप के बाल उलझन फ्री रहेंगे. महिलाओं को बालों में अधिक चिपचिपापन अच्छा नहीं लगता जो कि नारियल तेल में अधिक पाया जाता है. हम ने महिलाओं की इस समस्या को पहचाना और उन के लिए भारत में पहली बार लाइट हेयर ?ले कर आए. बाद में हम ने विटामिन ई और औलिव औयल इस में शामिल कर इस के गुणों को और भी बढ़ा दिया.

क्या आप केवल बड़े शहरों के उपभोक्ताओं को ही लक्षित करते हैं या ग्रामीण क्षेत्रों के उपभोक्ता भी इस में शामिल हैं?

ऐसा नहीं है कि हम केवल शहरों पर ही ध्यान दे रहे हैं. अगर आप हमारे उत्पाद का आकार देखेंगे, तो हमारे स्टौक में 50 एमएल ही नहीं है बल्कि 25 एमएल  भी शामिल है. मात्रा के संदर्भ में शहरों से अधिक ग्रामीण क्षेत्रों में हमारा योगदान अधिक है, क्योंकि हम वहां 100 एमएल, 50 एमएल और 25 एमएल अधिक संख्या में बेचते हैं. लेकिन शहरी योगदान की बात करें, तो यहां भी हम पीछे नहीं हैं. यहां हम 500 एमएल और 300 एमएल अपने उपभोक्ताओं को बेचते हैं. इतना ही नहीं, हमारी उपभोक्ता केवल महिलाएं ही नहीं हैं, बल्कि एक शोध से पता चला है कि 42% पुरुष भी हमारे तेल का उपयोग करते हैं. इसीलिए हम दोनों को अपना लक्ष्य मानते हैं.

केयोकार्पिन बौडी औयल और औलिव औयल जैसे उत्पादों का निर्माण करते वक्त आप अपने उपभोक्ताओं की किन मूल जरूरतों को ध्यान में रखते हैं?

हम सब से पहली चीज जिसे ध्यान में रखते हैं वह है पैसे का मूल्य. हमारे उत्पाद महंगे नहीं हैं. जो भी उत्पाद बाजार में पेश किया जाता है, उसे बेहतर गुणों व किफायती मूल्य के साथ बाजार में लाया जाता है. इसीलिए तो हम इस की गुणवत्ता के साथ समझौता किए बिना इस की वृद्धि पर जोर देते हैं. अगर हम बौडी औयल की बात करें, तो त्वचा की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हम ने इस में औलिव औयल शामिल किया है ताकि हमारे उपभोक्ताओं की त्वचा कोमल व सुरक्षित रहे.

उपभोक्ता इन दिनों औनलाइन उत्पादों की तलाश करते हैं. इस पर आप का क्या विचार है?

हम ई कौमर्स कंपनी जैसे अमेजन के साथ सूचीबद्ध हैं, जिस के जरीए हम अपने उत्पाद प्रस्तुत करते हैं, लेकिन क्योंकि इस का उत्पाद पोर्टफोलियो कम है और यह एक कोमोडिटी (लाभ) उत्पाद है, जिसे प्रतिदिन इस्तेमाल करने के लिए लक्षित किया जाता है, हम औनलाइन प्लेटफौर्म को बढ़ावा नहीं देते हैं.

आप ने पहले ही अपने तेल को काफी लोकप्रिय बना दिया है? अब पाइपलाइन में क्या है? क्या आप का अगला उत्पाद शैंपू है?

हमारे जेहन में काफी उत्पाद हैं, जिन्हें मैं अभी उजागर नहीं करना चाहता. हालांकि हम फायदे के लिए कोई नया उत्पाद पेश करने की जल्दबाजी में नहीं हैं. हम पहले शोध करेंगे और फिर अपने उपभोक्ताओं की जरूरतों को जानेंगे. लेकिन हम जो कुछ भी लाएंगे, यकीनन वह वैल्यू औफ मनी को ध्यान में रख कर बनाया जाएगा.

-अवंति सिन्हा

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...