बैंकों में कई तरह के खाते होते हैं. सेविंग, करेंट. हाल ही में एक नए तरह के खाते की शुरुआत इंडियन पोस्ट में की गई है जिसे पेमेंट बैंक कहा जा रहा है. पेमेंट बैंक की सुविधा पेटीएम, एयरटेल जैसे एप्स पर भी मिलती है. पर पिछले साल 1 सितंबर से पोस्ट औफिसों में शुरू हुई इस सुविधा के बाद लोगों में पेमेंट बैंक के बारे में जानने की उत्सुक्ता और अधिक हो गई है.

आमतौर पर लोगों के बीच यही सवाल आ रहा है कि पेमेंट बैंक सेविंग अकाउंट से अलग कैसे है. इस खबर में हम आपको पेमेंट बैंक और सेविंग अकाउंट के बीच का अंतर बताएंगे.

ब्याज का अंतर

आरबीआई की गाइडलाइन के अनुसार किसी भी पेमेंट बैंक में खाता खुलवाने पर ग्राहक को कम से कम 4 फीसदी का ब्याज दर मिलेगा. पर अभी सारे पेमेंट बैंक्स 7.5 के दर पर ब्याज दे रहे हैं. वहीं साधारण बचत खाता पर 5 फीसदी का ब्याज दर मिलता है. कई बैंक्स इस दर को 6% या 6.25% भी रखते हैं.

डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड

आरबीआई के निर्देश के अनुसार सारे पेमेंट बैंक्स डेबिट कार्ड तो इश्यू कर सकते हैं. पर उनके पास क्रेडिट कार्ड इश्यू करने का कोई अधिकार नहीं है. जबकि समान्य सेविंग खाते में दोनों तरह के कार्डों की सुविधा मिलती है.

पैसा निकालने की लिमिट

किसी बैंक के सेविंग्स अकाउंट के टाइप के आधार पर एक निर्धारित संख्या में मुफ्त में पैसे निकालने की इजाजत दी जाती है जिसके बाद पैसे निकालने पर चार्ज देना होगा, भले ही आप उसे अपने बैंक के ATM से निकाल रहे हों या किसी दूसरे बैंक के. उदाहरण के लिए, एक जाना-माना पेमेंट बैक आपको तीन बार मुफ्त में पैसे निकालने की सुविधा प्रदान करता है जबकि एक दूसरा बैंक आपको हर महीने अधिक-से-अधिक 25,000 रु. निकालने की इजाजत देता है.

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