भविष्य की जरूरतों के मद्देनजर हर कोई थोड़ी बहुत बचत करता ही है. हालांकि लोग आमतौर पर बैंक के सेविंग अकाउंट को ही सुरक्षित और बेहतर मानते हैं. लेकिन कम लोगों को ही यह जानकारी होती है कि डाकघर यानी पोस्ट औफिस में भी ऐसी तमाम स्कीम्स चलती हैं जो बैंक के सेविंग अकाउंट से भी ज्यादा ब्याज देती हैं. हम अपनी इस खबर में आपको डाकघर में चलने वाली ऐसी ही स्कीम्स की जानकारी दे रहे हैं.

पोस्ट औफिस सेविंग स्कीम: आप मात्र 20 रुपये में यह अकाउंट खोल सकते हैं. यह अकाउंट सिर्फ कैश के माध्यम से ही खोला जा सकता है. अगर आप यह खाता 500 रुपये से खोलते हैं तो आपको इस खाते पर चेक की सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है हालांकि इसके लिए आपको अपने खाते में न्यूनतम 500 रुपये रखने ही होंगे. यह खाता खुलवाने के पहले या बाद में इसमें किसी को नौमिनी बना सकते हैं. वहीं इस खाते को एक पोस्ट औफिस से दूसरे पोस्ट औफिस में ट्रांस्फर भी करवाया जा सकता है. हालांकि इस खाते को एक्टिव रखने के लिए तीन वित्तीय वर्षों में जमा या निकासी का कम से कम एक लेनदेन जरूरी है. इस अकाउंट में एटीएम की सुविधा भी उपलब्ध होती है. वहीं इस खाते में जमा राशि पर 4 फीसद का ब्याज दिया जाता है.

पांच वर्षीय डाकघर आवर्ती जमा खाता (पोस्ट औफिस रेकरिंग डिपौजिट अकाउंट): इस खाते को आप चैक या कैश जिस भी माध्यम से चाहें खुलवा सकते हैं. इस खाते में भी आप किसी को अपना नौमिनी बना सकते हैं. इस खाते में जमा राशि पर 6.9 फीसद की दर से ब्याज मिलता है. वहीं इस बचत योजना में एक साल के बाद 50 फीसद रकम निकलाने की भी सुविधा उपलब्ध होती है.

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पोस्ट औफिस टाइम डिपौजिट अकाउंट: इस खाते में जमा राशि पर ब्याज सालाना आधार पर दिया जाता है लेकिन उसकी गणना तिमाही आधार पर की जाती है. इसमें जमा करने की कोई लिमिट नहीं हैं. खाते को आप दूसरे पोस्टऔफिस में ट्रांसफर करवा सकते हैं. पोस्ट औफिस के टाइम डिपौजिट पर ब्याज दरें निम्न हैं…

डाकघर मासिक बचत आय (Post Office Monthly Income Scheme Account -MIS): इस खाते को कोई भी व्यक्ति कैश या फिर चेक किसी भी माध्यम से खोल सकता है. खाता खुलवाने के पहले या बाद आप नॉमिनेशन करवा सकते हैं. इस खाते को ट्रांसफर भी करवाया जा सकता है. इस खाते में जमा राशि पर 7.3 फीसद का ब्याज मिलता है.

वरिष्ठ नागरिक बचत खाता (एससीएसएस): 60 साल या उससे ऊपर का व्यक्ति इसमें अकाउंट खोल सकते हैं. 55 साल से 60 साल की उम्र के बीच में रिटायर होने वाले या वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) लेने वाले व्यक्ति भी रिटायरमेंट के तीन माह पहले तक यह खाता खोल सकते हैं. इस खाते को आप न्यूनतम 1000 रुपये या फिर इसके गुणांकों में खुलवा सकते हैं. इस खाते में अधिकतम 15 लाख रुपये तक जमा करवाए जा सकते हैं जिस पर सालाना आधार पर 8.3 फीसद का ब्याज मिलता है. इस अकाउंट का मैच्योरिटी पीरियड पांच साल का है. इस खाते को पत्नी-पति ज्वाइंट अकाउंट के रुप में भी खुलवा सकते हैं. इस खाते में भी नामिनेशन की सुविधा मिलती है. वहीं इस अकाउंट को एक पोस्टऔफिस से दूसरे में ट्रांसफर किया जा सकता है. वहीं अगर इस खाते में जमा राशि पर मिलने वाला सालाना ब्याज 10,000 रुपये से ऊपर होता है तो उस पर टीडीएस भी काटा जाता है.

15 वर्षीय पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ): यह खाता महज 100 रुपये में खोला जा सकता है. खाताधारकों को इस खाते में पूरे वित्त वर्ष में न्यूनतम 500 रुपये एवं अधिकतम 1.50 लाख जमा करवाने होते हैं. इस खाते का मैच्योरिटी पीरियड 15 साल का है. इसमें आप ज्वाइंट अकाउंट भी खुलवा सकते हैं. इसमें भी नौमिनेशन की सुविधा मिलती है. इसमें एक वित्तवर्ष में अधिकतम एक लाख रुपए तक के निवेश पर कर छूट का लाभ मिलता है. इसमें जमा राशि पर 7.6 फीसद का ब्याज मिलता है.

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