उच्च शिक्षा और एकेडमिक डिग्री पाने के लिए अक्सर छात्र और उनके अभिभावक लोन के सहारे ही रहते हैं. ऐसे में कई बार लोन लेते वक्त वे इस बात का खास ध्यान रखते हैं कि बैंकों से किस दर से लोन मिल रहा है. प्राइवेट बैंक से जो लोन मिलता है उसकी ब्याज दर काफी ज्यादा रहती है, जबकि सरकारी बैंकों में ब्याज दर काफी कम होती है. हम अपनी इस खबर में आपको तीन बैंकों की ओर से उपलब्ध करवाए जाने वाले एजुकेशन लोन के बारे में जानकारी दे रहे हैं ताकि आप खुद यह फैसला कर पाएं कि किस बैंक का एजुकेशन लोन ज्यादा बेहतर है.
स्टेट बैंक औफ इंडिया (एसबीआई) की ओर से जितने भी तरह के लोन उपलब्ध करवाए जाते हैं उन्हें चार हिस्सों में बांटा गया है. इनमें स्कौलर लोन, ग्लोबल एडवांटेज, स्टूडेंट लोन, स्किल लोन और एजुकेशन लोन शामिल है. वहीं एजुकेशन लोन को टेकओवर भी किया जा सकता है. मसलन अगर आपका लोन किसी और बैंक में हैं और आप चाहते हैं एसबीआई बैंक उसे अपने यहां शिफ्ट करवा ले तो यह संभव है. इससे व्यक्ति को ईएमआई में फायदा मिल जाता है.
एसबीआई के लोन की यह है खासियत
स्टूडेंट लोन: यह एक निश्चित अवधि के लिए दिया जाने वाला लोन है. यह भारतीय छात्रों को भारत और विदेश में उच्च शिक्षा के लिए दिया जाता है. एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार इसमें भारत में पढ़ाई के लिए 10 लाख और विदेश के लिए 20 लाख रुपये का लोन मिल जाता है. एसबीआई के मुताबिक कोर्स खत्म होने के एक साल बाद छ़ात्र को इसका भुगतान शुरू करना होता है. तब तक छात्र को कोई भी ब्याज नहीं देना होता है. जो भी लोन छात्र ने लिया होता है, उसे 15 साल की अवधि में खत्म करना होता है.
स्कौलर लोन: यह भारत में पढ़ाई के लिए 30 लाख रुपये तक का मिलता है. इसमें वे छात्र लाभान्वित होते हैं, जिनका एडमिशन आइआइटी, आइआइएम, एनआइटी, एम्स जैसे संस्थानों में हुआ होता है. वहीं इसमें भी कोर्स चलने तक कोई ब्याज नहीं जाता है,एक बार कोर्स खत्म हो गया फिर आपको 15 साल के अंदर लोन देना होता है.
ग्लोबल एडवांडेज लोन: यह लोन उन छात्रों के लिए है जो विदेश में जाकर पढ़ने का सपना संजो रहे हैं. इसमें 20 लाख से डेढ़ करोड़ तक का लोन मिल सकता है. हालांकि कोर्स खत्म होने के 6 माह बाद ही इसमें आपको ब्याज देना पड़ेगा.
स्किल लोन: यह लोन उन लोगों को दिया जाता है, जो शिक्षा ले रहे होते हैं. इसमें 5 हजार से लेकर डेढ़ लाख तक का लोन दिया जाता है.
एचडीएफसी बैंक का लोन: एचडीएफसी बैंक भारत में एजुकेशन लोन के लिए 10 लाख रुपये तक दे देता है. एचडीएफसी की शर्तों के अनुसार लोन लेने वाला शख्स भारत का नागरिक होना चाहिए. उसकी उम्र 16 से 35 साल के बीच होनी चाहिए. वहीं यदि लोन 4 लाख से साढ़े सात लाख के बीच का है तो तीसरे व्यक्ति की गारंटी, अभिभावक भी संयुक्त ऋणकर्ता के रूप में होना जरूरी है. वहीं लोन साढ़े सात लाख से ज्यादा है तो सुरक्षा के तौर पर कोई चीज देनी होती है. 7.50 लाख का लोन चुकता करने का वक्त महज दस साल रहेगा. इससे ज्यादा के लोन के लिए समयावधि 15 साल रहेगी.
पंजाब नेशनल बैंक के लोन भी है खास
पीएनबी सरस्वती: भारत में अध्ध्यन करने के लिए यह लोन दिया जाता है. यह यूजी और पीजी दोनों ही छात्रों को दिया जाता है. यूजीसी, एआइसीटीइ,एआइबीएमएस, आइसीएमआर से मान्यता प्राप्त कोर्सों में आवेदन वाले छात्रों को यहां से लोन मिलता है. इनमें आइआइएम, आइआइटी,एनआईएफटी शामिल हैं. 4 लाख तक के लोन के लिए कोई ब्याज नहीं है, वहीं इससे ज्यादा का लोन लेने पर 5 फीसदी ब्याज देना पड़ेगा. इसी तरह पीएनबी प्रतिभा भी भारत में पढ़ाई करने वाले उन छात्रों को लोन के तौर पर मिलता है जो किसी उच्च डिग्री या डिप्लोमा कोर्स में आवेदन कर रहे हों.
पीएनबी उड़ान: यह लोन उन लोगों के लिए है, जिन्होंने बाहर पढ़ने के लिए आवेदन किया हो. इसमें पीजी के एमसीए, एमबीए और एमएस कोर्स शामिल हैं. वहीं सीआइएमए का लंदन और सीपीए का अमेरिका स्थित कोर्स भी शामिल है. इसमें चार लाख तक कोई ब्याज नहीं देना होता है, वहीं कोर्स खत्म होने के बाद 4 लाख से ज्यादा का लोन है तो 15 फीसदी की दर से ब्याज देना होगा.
पीएनबी कौशल: इसी तरह वोकेशनल एजुकेशन के लिए पीएनबी कौशल लोन 5 हजार से डेढ़ लाख तक दिया जाता है. सुरक्षा के लिए अभिभावक को गारंटर बनना होता है. लोन यदि 50 हजार रूपये तक का है तो उसे चुकता करने के लिए 3 साल का समय मिलता है. 1 लाख का लोन होने पर 7 साल तक का समय लगता है.