देश में महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में काफी कुछ हो रहा है, पर इसके बाद भी हम उस मुकाम को हासिल नहीं कर सकें जहां हमें पहुंचना था. आज भी ज्यादातर महिलाएं अपने पैरों पर खड़े होने के बजाए, शादी कर के हाउसवाइफ बनना पसंद करती हैं. देश में ऐसी बहुत सी औरते हैं जो सिर्फ हाउसवाइफ बन कर रह जाती हैं. हालांकि इसके बाद भी पूरे घर की जिम्मेदारी उनपर ही होती है. दूसरे शब्दों में कहें तो वही घर की मैनेजर होती हैं.
हर स्थिति में वो घर संभालती हैं. कम पैसे में भी घर चलाना कोई महिलाओं से सीखे. वो घर की फाइनेंशियल प्लैनर होती हैं.
हर औरत को इन पांच चीजों के बारे में जानकारी होनी चाहिए, जिससे वो अपनी फैमिली को किसी भी तरह की वित्तीय संकट में संभाल सके.
मनी फ्लो मैनेजमेंट
आम तौर पर हाउसवाइफ की जिम्मेदारी घर की साग सब्जियों तक ही रह जाती है. पर एक स्मार्ट हाउसवाइफ को इससे आगे बढ़ते हुए फाइनेंस मैनेजमेंट भी आना चाहिए. इससे आपको पता रहेगा कि आपको कहां और कितना खर्च करना है और कहां बचाना है.
खर्च कंट्रोल करना
जब आप खर्च और बचाने की बातों को अच्छे से समझ जाएं, तब खर्च कंट्रोल करना सीखें. तब आपको सोचना होगा कि घर के खर्च को कम कैसे किया जाए. घर के छोटे छोटे खर्चों से बचत कर के आप अच्छी रकम बचा सकती हैं.
बचत और सिर्फ बचत
बचत बहुत जरूरी है. इसके लिए आप बैंक में खाता खोल सकती हैं. आप अपने बचाए हुए रकम को बैंक में जमा करिए. आप चाहें तो बैंक की स्कीमों में पैसा इंवेस्ट कर सकती हैं.