बिना मेहनत किए लक्ष्मी यानी पैसा कहीं से नहीं आता, वह आप की बुद्धि और बचत करने से ही संभव है… दीवाली पर खर्च करना तो आम बात है लेकिन आज के जमाने में बचत करना भी बहुत जरूरी है. इस दीवाली से आप भी बचत करने का संकल्प लेंगे तो यह आप की आर्थिक सेहत के लिए एक बहुत बड़ा कदम होगा. घर का बजट बना कर, जरूरत होने पर ही खरीदारी करने और कुछ भी खरीदते समय मोलभाव करने और मार्केट की जानकारी जुटा कर आप अच्छीखासी बचत कर सकते हैं.आर्थिक रूप से सुदृढ़ होने के लिए कुछ नियमों का पालन करना जरूरी भी है. वित्तीय अनुशासन लाने का प्रयास आप को इसी दीवाली से शुरू कर देना चाहिए.

किसी भी अच्छे काम को शुरू करने का दीवाली सब से शुभ दिन माना जाता है क्योंकि बिना मेहनत किए लक्ष्मी यानी पैसा कहीं से आता नहीं है, वह आप की बुद्धि और बचत करने से ही संभव हो पाता है.वित्तीय अनुसाशन में रहना सीखें. कोविड-19 के बाद लोगों ने बचत को करीब खत्म कर दिया था लेकिन आज बचत करना जरूरी बन चुका है क्योंकि जब तक जीवन है पैसों की जरूरतों से कोई इनकार नहीं कर सकता. बजट बनाने की बात भले ही पुराने जमाने की बात लगती हो लेकिन इस का आर्थिक व्यवस्था पर काफी प्रभाव पड़ता है क्योंकि यह आदत व्यक्ति के लिए फायदेमंद होती है. त्योहार की छूट का लाभ उठाएंदीवाली पर कई जगहों पर डिस्काउंट मिलते हैं, उन्हें देख लेना जरूरी होता है. जहां भी आप खरीदारी करने जाते है, वहां के दाम को दूसरी दुकानों के दाम के साथ तुलना कर लें. इस से आप को कम दाम में अच्छे प्रोडक्ट मिल सकेंगे.

इलैक्ट्रौनिक्स, घरेलू सामान, यहां तक कि कपड़े जैसे उत्पाद सेल के दौरान भारी छूट पर उपलब्ध होते हैं. केवल आवश्यक वस्तुएं ही खरीदें, न कि अनावश्यक वस्तुओं पर लापरवाही से खर्च करें, सिर्फ इसलिए कि वे कम कीमत पर उपलब्ध हो रही हैं. निवेश को करें शामिल घर की अलमारी में पड़ा पैसा हमेशा घटता रहता है. इसलिए अगर आप बैंक में इसे डालेंगे तो ब्याज के साथसाथ एक अच्छी रकम आप के हाथ लग सकती है. इस का संकल्प इस दीवाली पर आप ले सकते हैं. जैसे हर महीने रिकरिंग डिपौजिट में हर महीने पैसे डाल सकते हैं या एसआईपी के माध्यम से म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. ऐसा रैग्युलर निवेश लंबी अवधि में वैल्थ क्रिएटर साबित होता है. एक दीवाली से दूसरी दीवाली तक की भी बचत कर सकते हैं.रखें पाईपाई का हिसाब दीवाली पर खर्च से पहले अपना बजट निर्धारित करें और जहां जो भी खर्च आप कर रहे हैं उस की पाईपाई का हिसाब रखें.

इससे अंत में आप अपने बजट का मिलान खर्चे के साथ कर सकते हैं और फुजूलखर्ची को कम कर सकते हैं.महंगे खर्चों को कुछ दिनों के लिए टालने की आदत बनाएंयदि आप इस दीवाली पर पुरानी कार बेच कर नई कार लेने, घर की रंगरोगन कराने या फिर कोई अन्य कोस्टाली गैजेट लेने जैसे महंगे खर्च वाले फैसले ले रहे हैं तो कम से कम 1 महीने टालने का संकल्प भी इस दीवाली ले सकते हैं. इस से आप को 1 महीने बाद उन वस्तुओं पर खर्च करना जरूरी है या नहीं पता चल जाएगा और आप बिना वजह बड़ा पैसा खर्च करने से बच जाएंगे.

ऐक्सपर्ट के सुझाव फाइनैंशियल सर्विसेज के सुजीत शाह कहते हैं कि दीवाली पर अधिकतर लोगों को बोनस मिलता है और लोग इन पैसों से केवल खर्चे के बारे में सोचते हैं, बचत के बारे में नहीं. इस साल बोनस से बचत के बारे में अवश्य सोचें. अगर आप खर्चे का बजट बना रहे हैं तो निवेश का भी बजट बनाएं. बोनस का 50 हजार निवेश करें, रिस्क प्रोफाइल को देखते हुए निवेश करें.

इस दिशा में म्यूचुअल फंड एक लौंग टर्म निवेश है, जिस से अच्छा रिटर्न मिलता है. हर साल 50 हजार बोनस का यानी अगर आप को 1 लाख बोनस मिलता है तो 50 हजार हर साल म्यूचुअल फंड में 30 साल तक इनवैस्ट करने पर रिटायर्ड पर करीब करीब का 1 करोड़ आप को मिल सकेंगे. इस के अलावा पब्लिक प्रौविडैंट फंड स्कीम और नैशनल पैंशन स्कीम जैसे निवेशों में कर सकते हैं. अगर आप को रिस्क पसंद नहीं तो बैंक में भी बचत कर सकते हैं लेकिन दीवाली पर खर्चे से अधिक बचत पर ध्यान देना जरूरी है.

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