आज के जमाने में पैसे की अहमियत उसे ही पता है जिनका की काम पैसे के अभाव में नहीं हो पाता है तो आज के जमाने में पैसे की क्या अहमियत है ये सभी लोग जानते हैं. खासकर घरेलू महिलाओं के लिये जो पढ़ी लिखी होने के बावजूद भी कुछ नहीं कर पा रही हैं क्योंकि उनके पास पैसे नही होते तो आज हम आपके फायदे की बात बताने जा रहे हैं.

अगर आप भी अपना खुद का कोरोबार करने के बारे में सोच रही हैं, तो आज हम आपको जो बताने वाले हैं वो वाकई आपके फायदे की बात साबित हो सकती है. क्योंकि इसकी मदद से आप अपने कारोबार की शुरुआत कर सकती हैं.

एक आदेश के मुताबिक अब बैंक लोन लेने के लिए किसी गारंटर की जरुरत नही पड़ेगी. छोटे-छोटे कारोबार करने वालों को धंधा बढ़ाने के लिए अब साहूकारों से कर्ज लेने की जरूरत नहीं होगी. क्योंकि अब बैंकों में 50 हजार तक लोन बिना किसी की गारंटी एवं बिना किसी की सिफारिश से आसानी से  मिल जाएगा.

यही नहीं हर बैंक शाखा को इस प्रकार के 25-25 लोन जारी करने के लिए पाबंद भी किया है. अभी तक बैंक में कोई भी लोन लेने जाता है तो, उसे बैंक में दो गारंटर को साथ ले जाना होता है. इसके अलावा विविध प्रकार की फार्मेलिटी पूरी होने के बाद लोन मिलता है, लेकिन केंद्र सरकार ने छोटे-छोटे कारोबार कर्ताओं के लिए लोन प्रक्रिया में सरलीकरण कर दिया है. यही नहीं जो बैंक लोन नहीं देगा उससे सरकार कारण भी पूछेगी. प्रत्येक जिले की किस-किस बैंक की शाखाओं ने कितने-कितने लोन जारी किए. इसकी रिपोर्ट सरकार एवं रिजर्व बैंक को भेजी जाएगी.

केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना लागू की है. इस योजना के तहत 50 हजार से 10 लाख तक का लोन दिया जाएगा. हालांकि योजना के प्रथम चरण में सरकार का फोकस 50 हजार या इससे कम लोन देने पर रहेगा. इस योजना में 50 हजार तक लोन लेने के लिए किसी भी बैंक में कोई गारंटी नहीं देनी पड़ेगी.

यहां तक पैन कार्ड भी नहीं चाहिये होगा. लोन के लिए आवेदन करने वाले को केवल दो आईडी प्रूफ देने होंगे. बस इतनी से प्रक्रिया के बाद आवेदनकर्ता को लोन बैंक द्वारा दिया जाएगा. सरकार ने प्रत्येक बैंक की प्रत्येक शाखा को एक निश्चित अवधि तक 25-25 लोन जारी करने का लक्ष्य दिया है. इसकी सीधी रिपोर्ट सरकार एवं रिजर्व बैंक को भेजी जाएगी. जो बैंक शाखा फिसड्डी रहेगी, उस पर सीधे उच्च स्तर से कार्रवाई होगी.

तीन प्रकार के लोन होंगे स्वीकृत

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत तीन प्रकार के लोन स्वीकृत होंगे. पहले चरण में केवल 50 हजार तक लोन देने पर सरकार एवं बैंकों का फोकस रहेगा. इस लोन को शिशु लोन कहा जाएगा. इसके बाद इस योजना में किशोर लोन जो 50 हजार से पांच लाख तथा तरुण लोन पांच लाख से 10 लाख रुपए तक दिया जाएगा. हालांकि किशोर एवं तरुण लोन जारी करने की प्रक्रिया के नियम एवं शर्तें कुछ अलग होगी.

पात्र व्यक्तियों को ही मिलेगा लाभ

ऐसा नहीं है कि हर किसी को लोन बैंक दे देंगी. ऐसा छोटा कारोबारकर्ता जो नियमित रूप से कारोबार कर रहा हो. उसकी जांच पड़ताल के बाद ही बैंक लोन देगी. कारण इस योजना का केवल पात्र व्यक्तियों को ही लाभ मिले.

यह है योजना का उद्देश्य

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब तबके के छोटे-छोटे कारोबार करने वालों का उत्थान करना है. इस योजना से पहले बैंकों से 50 हजार तक का लोन लेना भी बहुत मुश्किल होता था. कारण गारंटर नहीं मिलने पर लोन नहीं दिया जाता था. अब छोटे कारोबारकर्ताओं को इस समस्या से मुक्ति मिलेगी.

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