आज महिलाएं हर क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण तथा प्रभावशाली पदों पर विद्यमान हैं. हर दिन ऐसी स्त्रियों की संख्या में वृद्धि हो रही है, जिन के पास अपने स्वयं के पैसे हैं और जिन्हें आधुनिक संसार में महत्त्वपूर्ण वित्तीय प्रदाताओं के रूप में जाना जाता है. इस के बावजूद ऐसी भी अनेक महिलाएं हैं, जिन्हें वित्तीय जगत के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. निवेश के मामले में महिलाएं हिचक महसूस करती हैं और उन के द्वारा अपने पैसों का निवेश न करने के पीछे का प्रमुख कारण व्यक्तिगत वित्त के बारे में ज्ञान का अभाव है. बहुत से निवेशक मानते हैं कि निवेश की शुरुआत बहुत जटिल नहीं है. निवेश के लिए कुछ ऐसे अवसर भी हैं, जो पहली बार निवेश करने वालों के लिए आदर्श हैं. आप के द्वारा एक बार थोड़ा निवेश करने के बाद इस का ज्ञान तेजी से बढ़ने लगता है.
निवेश जगत में प्रवेश के अनेक मार्ग हैं, जिन में शामिल हैं बचत प्रमाणपत्र स्टौक्स, बौंड्स और म्यूचुअल फंड्स. बचत की शुरुआत करने के लिए बचत प्रमाणपत्र एक अच्छी किस्म का निवेश है और सीडी का एक फायदा यह है कि आप निवेश की अवधि चुन सकती हैं और फिर सीडी के परिपक्व होने तक ब्याज प्राप्त कर सकती हैं. महिलाओं के लिए एक दूसरा अच्छा विकल्प है मनी मार्केट फंड. बचत खातों की तरह ये छोटी अवधि के होते हैं. उन के लिए ये अच्छे विकल्प होते हैं, जो अपने पैसों को बचत प्रमाणपत्रों में बांध कर नहीं रखना चाहतीं.
निवेश योजना का मार्गदर्शन
पहली बार निवेश करने वालों के लिए जरूरी है कि वे सही निवेश योजना का चुनाव करें. एक भारतीय स्त्री के लिए बहुत कुछ उस के वित्तीय लक्ष्यों, रोजगार के स्तर, उम्र, अवधि तथा सब से महत्त्वपूर्ण जोखिम उठाने की उस की सामर्थ्य पर निर्भर होता है. एक निवेश योजना वह मार्गदर्शन भी प्रदान करती है, जिस से आप को अपनी ऊर्जा संगठित और निर्देशित करने में मदद मिल सकती है.