नौकरी के चलते एक जगह से दूसरी जगह ट्रांसफर होते ही रहते हैं. इसके अतिरिक्त कई बार लोकल में भी घर चेंज करना पड़ता है. पहले जहां ट्रांसफर की सूचना मिलते ही समान की पैकिंग और शिफ्टिंग को लेकर तनाव होने लगता था वहीं आज शिफ्टिंग के लिए मूवर्स पैकर्स की सुविधा मौजूद है. ये सामान को पैक करने से लेकर गन्तव्य स्थल तक सामान को शिफ्ट करके सेट तक करने की सुविधा प्रदान करते हैं. आजकल तो छोटी बड़ी अनेकों कम्पनियां हैं जो घर का सामान देखकर अपने रेट बतातीं हैं. इनसे काम करवाने से पैकिंग और शिफ्टिंग दोनों ही बहुत आसान हो जाती है, भले ही आप पैकर्स से सामान पैक करवाएं परन्तु कुछ पूर्व तैयारी आपको स्वयम भी करनी होती है जिससे आपका काम तो अच्छे तरीके से होता ही है साथ ही नई जगह पर जाकर आपको अनावश्यक परेशानी का सामना भी नहीं करना पड़ता. तो आइए जानते हैं वे टिप्स जिनका ध्यान रखकर आप मूवर्स पैकर्स की सुविधा का अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकते हैं-

-सामान की करें डिक्लटरिंग

घर में अनेकों सामान ऐसे होते हैं जिनका हम सालों साल उपयोग नहीं करते पर कभी काम आएगा ये सोचकर सहेजते रहते हैं ऐसे सभी सामान को अलग करके किसी जरूरतमंद को दे दें या कबाड़ में दे दें. अनावश्यक सामान के कम हो जाने से पैकिंग और ट्रांसपोर्टेशन की कीमत पर भी असर पड़ेगा.

-किचन पर रखें पैनी नजर

किचन में एक महिला का सर्वाधिक समय व्यतीत होता है. किचन में व्यर्थ के डिब्बे, बर्तन और प्लास्टिक की डलियां आदि पर एक नजर डालें यदि आप इनमें से कुछ भी लंबे समय से बदलने का सोच रहीं हैं तो इससे उपयुक्त समय नहीं हो सकता. आप इस व्यर्थ के सामान को हटाकर नई जगह पर नया सामान आसानी से खरीद सकतीं हैं.

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-जोड़े बनाएं

सामान को उसकी उपयोगिता के आधार पर जोड़ों में रखें, सुई धागा और केंची एक साथ तो चकलाबेलन, तवाचिमटा, मसालदान और दालों के डिब्बे शकर चाय पत्ती के डिब्बे एक साथ रखें, इससे पैकिंग वाले भी इस सामान को एक साथ ही रखेंगे और आपको नई जगह पर जाकर सामान खोजने में परेशानी नहीं होगी.

-पोटलियां बनाएं

आजकल घर में सर्वाधिक मात्रा कपड़ों की होती है. डेली यूज़ और ओकेजन वाइज कपड़ो को अलग रखें. सूटकेस में रखने के बाद जितने भी कपड़े भी बचें सबकी पोटली बनाकर रख दें. इसी प्रकार की व्यवस्था आप चादरों, कम्बलों और सोफे के कवर आदि के लिए भी करें.

-सामान की लिस्टिंग करें

यद्यपि पैकिंग वाले लिस्टिंग करते हैं परन्तु हर कमरे के सामान का वर्गीकरण करके आप स्वयं भी पहले से लिस्टिंग कर लें इससे आपको पैकिंग कम्पनी को बताने में आसानी रहेगी.

-चैक करें

सामान पैक हो जाने के बाद सामान के कार्टून्स की लिस्ट लें और गन्तव्य स्थल पर पहुंचकर लिस्ट से  उनका मिलान करें.

-डिलीवरी लें

सामान डिलीवर हो तो आप वहां मौजूद रहें और हर कमरे के सामान को उसकी जगह के अनुसार ही रखवाएं ताकि आपको बाद में परेशानी का सामना न करना पड़े.

-अनपैक करवाएं

बैड, सोफा, डायनिंग टेबल और कवर्ड आदि को कम्पनी के बंदों से ही अनपैक करवाएं इससे एक तो आपका काम आसान हो जाएगा दूसरे कुछ सामान सेट हो जाने से आप थोड़ा सुकून भी अनुभव करेंगी.

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-कीमती सामान अलग करें

ज्वैलरी, जरूरी दस्तावेज, कैश, लेपटॉप और टी वी स्क्रीन जैसी कीमती, नाजुक और आवश्यक चीजों को पैकिंग कम्पनी को देने के स्थान पर अपने साथ ही लेकर जाएं.

-स्पष्ट बात करें

पैकिंग कम्पनी से गन्तव्य स्थल के फ्लोर, सामान की पैकिंग, अनपेकिंग तथा सामान की सैटिंग आदि के बारे में स्पष्ट बात करें क्योंकि इनमें से हर एक सुविधा के रेट अलग अलग होते हैं. इससे आप किसी भी प्रकार के अनावश्यक विवाद से बच जाएंगे.

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