इमारतों के निर्माण के साथ घर की सजावट में भी पत्थरों की अहम भूमिका है. आर्टीफेक्ट्स के अलावा पत्थरों के जरिये बनाई जाने वाली पेंटिंग्स की खूबसूरती का भी कोई जवाब नहीं. घर के लिविंग रूम, किड्स रूम और बेडरूम की सज्जा में भी स्टोन पेंटिंग्स का इस्तेमाल किया जा सकता है.
संगमरमर, ग्रेनाइट, कोटा स्टोन या फिर कसौटी पत्थर के विविध रूपों का इस्तेमाल बिल्डिंग्स के निर्माण और उनकी सजावट के लिए वर्षों से होता रहा है. बात चाहे लाल पत्थर से बने दिल्ली के लाल किले की हो या फिर सफेद संगमरमर से दमकते ताजमहल की. सैंड स्टोन से बने कोणार्क के सूर्य मंदिर और लिंगराज मंदिर की खूबसूरती भी कुछ कम नहीं. वैसे इन सभी इमारतों में एक चीज कॉमन है और वो यह कि पत्थर से विभिन्न तरह के पत्थरों से बनी इन इमारतों की खूबसूरती अद्वितीय है.
इमारतों के निर्माण, उनकी फ्लोरिंग आदि से लेकर पत्थरों से बने आर्टीफेक्ट्स के जरिये घर व ऑफिस की सुंदरता बढ़ाने के पत्थरों का इस्तेमाल वैसे तो सदियों से किया जा रहा है. लेकिन आज के दौर में पत्थर का इस्तेमाल एक नए रूप में भी हो रहा है. जिसे स्टोन पेंटिंग के नाम से जाना जाता है.
पत्थरों के रंग-बिरंगे छोटे-बड़े टुकड़ों का चूरा बनाकर विविधता भरे डिजाइनों पर इन्हें चिपका कर चमकीली स्टोन पेंटिंग तैयार की जाती है. जो देखने में बेहद आकर्षक लगती है. इस तरह की पेंटिंग से घर की सज्जा को नई जीवंतता दी जा सकती है. ऐसी पेंटिंग तैयार करने के लिए ऐमेथिस्ट, कैल्सीडोना, कोर्नोलियन, एग्टे, ब्लड स्टोन आदि का इस्तेमाल किया जाता है. स्टोन पेंटिंग बनाने के लिए कैनवास पर मनचाही आकृति बना लेने के बाद उस पर गोंद जैसा एक खास तरह का चिपकने वाला पदार्थ लगाया जाता है. इसे लगाने के बाद बड़ी सफाई के साथ कैनवास या शीट पर रंग-बिरंगे पत्थरों को चिपकाने के बाद सूखने के लिए छोड़ दिया जाता है.