बहुत कम लोग जानते होंगे कि अंडे के खोल से सजावट की जाती है. अंडे में एक छोटा सा छेद कर के उस में भरा सारा तरल पदार्थ निकाल लिया जाता है. फिर अंडे के इस खाली खोल को अच्छी तरह साबुन मिले पानी के घोल से धोने के बाद व्हिस्की से स्टरलाइज कर धूप में सुखा लिया जाता है.
थोड़ी सतर्कता बरती जाती है कि अंडे का खोल फूट न जाए. फिर उस पर पैंसिल या ब्रश से तरहतरह के रंग किए जाते हैं, चेहरे के आकार उकेरे जाते हैं. रुई से इन की दाढ़ीमूंछें बनाई जाती हैं, चोटियां बना कर हैट पहनाए जाते हैं. फिर मनमुताबिक डिजाइन पर स्पार्कल लगा कर इन्हें ईस्टर के मौके पर सजावटी टोकरियों में रखा जाता है. क्रिसमस के मौके पर इन्हें क्रिसमस ट्री पर सजाया जाता है. अंडे का खोल इस तरह से फेंकने से पहले भी अपनी कीमत अदा कर जाता है.
इडिना स्टेनले बागबानी की शौकीन हैं. उन का मानना है कि पौधों के लिए अंडे के छिलके बढि़या जैविक खाद का काम करते हैं. अंडे के छिलके यदि ओवन में सुखा लिए जाएं और अच्छी तरह इन सूखे छिलकों को चूरा कर लें या इन का पाउडर बना कर मुरगियों के खाने के दाने में मिला दिया जाए तो यह मुरगियों के लिए काफी पौष्टिक आहार साबित होगा. कैल्शियमयुक्त अंडे के छिलकों को यदि मुरगियों को खाने के लिए दिया जाए तो मुरगियों के अंडों की जरदी अच्छी व ज्यादा पौष्टिक होगी क्योंकि इस में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होगी. जिन मुरगियों को ऐसा भोजन दिया जाता है उन के अंडे ग्राहकों की पहली पसंद होते हैं क्योंकि उन में प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है.