महिलाओं को घर सजाने का बहुत शौक होता है. उन्हें हर चीज बिलकुल परफैक्ट पसंद होती है. मगर घर सजाने की जानकारी सभी को पूरी नहीं होती है. किसी का सजा घर देख कर आप ने अपना घर सजाया, आप का देख कर किसी और ने अपना घर सजा लिया. होतेहोते फिर यह होता है कि आप के घर की सजावट में कुछ भी नयापन नहीं रहता है. अत: जानें घर सजाने के कुछ अलग तरीके जिन से आप का घर दूसरों के घर से अलग और खूबसूरत दिखेगा:

– अपने घर को कुछ अलग टैक्स्चर दीजिए ताकि वह औरों के घर से अलग दिखे. इस के लिए यह जरूरी नहीं कि आप सारी दीवारों पर डिजाइन बनवाएं, सिर्फ एक ही दीवार पर हलकी सी भी डिजाइन बना कर घर को अलग रूप दिया जा सकता है. आप खुद भी किसी दीवार पर टैक्स्चर दे सकती हैं, जिस से आप को भी अलग अनुभव मिलेगा और घर देखने में भी अच्छा लगेगा.

– छोटी कंक्रीट से भी घर को सजाया जा सकता है. इसे किसी बौल पर डिजाइन दे कर चिपकाएं. इस से घर का माहौल बहुत नैचुरल लगेगा. घर के कमरों के कोनों में बोनसाई लगाएं और दरवाजों के बाहर गमले रखें. इस से पूरे घर में हरियाली लगेगी और लुक भी अच्छा आएगा.

– जब भी समुद्रतट की सैर पर जाएं, तो वहां से सुंदर सीप जरूर लाएं और फिर इन्हें कैंडल स्टैंड के लिए प्रयोग करें.

– घर की सजावट में उचित लाइट का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. घर के कोनों में लाइट लगाएं. हलकी और कम रोशनी की लाइट कमरे में अच्छी लगती है. इस से आंखों को सुकून और आराम मिलता है.

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– घर को सजाने में सब से बड़ा योगदान सामान की व्यवस्था का होता है. घर के सारे सामान को अपनी जगह रखें यानी जो सामान जहां का हो उसे वहीं रखें.

– बाथरूम की दीवार पर लैडर बनवाएं. इस से नयापन तो आता ही है, आप इस पर कपड़े भी रख सकती हैं. ऐसा बाथरूम ट्रैडिशनल बाथरूम से हट कर लगता है.

– जरूरी नहीं कि घर की हर दीवार पर कलर किया जाए या फिर ज्यादा खर्च कर टैक्स्चर ही करवाया जाए. आप चाहें तो खूबसूरत वालपेपर से भी दीवारों को बेहतरीन लुक दे सकती हैं. इस का प्रयोग कर के आप घर को किसी विशेष थीम के आधार पर सजा सकती हैं.

– घर को छोटेछोटे फैंसी डिनर टेबल फ्रेम्स से सजाएं. विभिन्न प्रकार के ग्लासेज को डैकोरेटिव आइटम की तरह प्रयोग किया जा सकता है.

– जब बात हो घर को मौडर्न लुक देने की, तब दीवारों, परदों और इंटीरियर की अन्य चीजों के साथसाथ घर के दरवाजों पर भी पूरा ध्यान देना चाहिए. आजकल मार्केट में डिजाइनर दरवाजे उपलब्ध हैं. अत: उन के साथ मैचिंग डोर नोब्स भी ध्यान से चुनें जैसे पैने किनारे या हाथ में चुभने वाली कोई डोर नोब न चुनें. नोब का आकार ऐसा हो जो आसानी से हाथ में पकड़ा जाए. नोब पर किसी फिसलने वाले मैटीरियल की कोटिंग न हो. इन दिनों कीमत के आधार पर अलगअलग मैटीरियल में नोब्स मौजूद हैं जैसे वाइट मैटल फिनिश, क्रोम प्लेटेड, बर्निश्ड गोल्ड फिनिश, ब्रास, आयरन आदि.

– लंबे बुकशेल्फ रखें. इस से कमरे को एक फोकल पौइंट मिलेगा.

– मुलायम, हलके परदों से कमरा प्रकाशयुक्त और हवादार लगता है.

– प्रवेशद्वार को पर्सनल टच दें. इसे अपनी अच्छी यादों वाले फोटोग्राफ्स से सजाएं या जो भी चीजें आप को पसंद हों, उन से सजाएं.

– छोटे भारतीय घरों के लिए शीयर परदे या वूडेन डिवाइडर्स अच्छे रहते हैं. इन से लिविंगरूम और डायनिंगरूम को डिवाइड कर सकती हैं.

– सीढि़यों के नीचे की जगह में छोटी अलमारी या कुछ शेल्फ बना कर उस जगह का प्रयोग कर सकती हैं.

– छोटी जगह को बड़ा दिखाने के लिए शीशों का प्रयोग अच्छा रहता है.

– जब जगह कम हो तो दीवारों को काम में लाएं, बैठकरूम और किचन की दीवारों पर खूबसूरत शेल्फ लगाएं. उन्हें ब्राइट कलर्स में पेंट करें.

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