घर की दीवारों में छोटेछोटे छेद, लकड़ी की धूल और कमजोर अलमारी व दरवाजे इस तरफ इशारा कर रहे हैं कि आप के घर में दीमक है और इस के अलावा सफेद या हलके भूरे रंग के उड़ने वाले कीड़े भी दिख रहे हैं, तो सतर्क हो जाइए क्योंकि आप के घर में दीमक ने भी अपना घर बना लिया है. ये छोटे से कीड़े खासकर लकड़ी और कागज को खाते हैं जो घरों में चुपचाप रह कर फर्नीचर, दरवाजे, खिड़कियां और लकड़ी की चीजें खराब कर देते हैं.
ये गीली और नमी वाली जगहों को ज्यादा पसंद करते हैं, इसलिए अगर घर में सीलन हो, तो वे जल्दी फैल जाते हैं. लेकिन अगर घर में दीमक फैल भी गई है, तो घबराने की बात नहीं है. नियमित जांच, सही रसायनों का उपयोग और नमी नियंत्रण जैसे उपाय अपना कर आप अपने घर और फर्नीचर को दीमक के हमले से बचा सकते हैं.
नमी पर नियंत्रण रखें
दीमक की समस्या का एक प्रमुख कारण नमी है. दीमक को नम वातावरण में पनपना आसान लगता है, इसलिए घर के आसपास और भीतर नमी को नियंत्रित रखें. घर के बाहर बारिश का पानी जमा न होने दें. घर के फर्श और दीवारों को सूखा रखें.
लकड़ी को सुरक्षित रखें
दीमक लकड़ी पर निर्भर होते हैं, इसलिए लकड़ी की वस्तुओं को सुरक्षित रखना जरूरी है. फर्नीचर और लकड़ी की वस्तुओं पर दीमक निरोधक पेंट या पौलिश का उपयोग करें. घर के लकड़ी के हिस्सों को दीमकरोधी कैमिकल से ट्रीट करवाएं.
घर के बाहर की सफाई का ध्यान रखें
घर के आसपास का इलाका भी दीमक की उत्पत्ति का एक कारण हो सकता है. इसलिए घर के बाहर भी सफाई का ध्यान रखना जरूरी है.पुराने और गिरे हुए पेड़ों या लकड़ी के ढेर को साफ रखें. दीमक के संभावित ठिकानों को हटाएं, जैसे लकड़ी के टुकड़े, कचरा और गीली लकड़ी.