मुंबई के पौश एरिया में रहने वाली 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला की अचानक बाथरूम में मृत्यु से पूरा परिवार सदमे में आ गया. उस का ग्रैंड सन पास के औफिस में जौब पर गया था, जब वह घर आया तो दरवाजा न खुलने पर उस ने चाबी से दरवाजा खोला, लेकिन अपनी दादी को बाथरूम में अचेतन अवस्था में देख कर घबराया और पास के अस्पताल में ले गया, लेकिन डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया और कहा कि उन की दादी की मौत 5 घंटे पहले हुई है.

पोते के आश्चर्य का ठिकाना न रहा, लेकिन जब पोस्टमार्टम हुआ तो पता चला कि किसी ने उन का गला दबा कर पहले हत्या की और बाद में शव को बाथरूम में ऐसे लिटा दिया कि लगे गिरने से नैचुरल डैथ हुई है. पुलिस की छानबीन और सोसाइटी के सीसी टीवी से पता चला कि उन के घर में सालों से काम करने वाली नौकरानी और उस के अपंग बेटे ने मिल कर उन की जान ली क्योंकि घर से कुछ कीमती सामान, पैसे और मोबाइल गायब था.

वह बुजुर्ग महिला पति की मृत्यु के बाद अकेले अपनी पुरानी नौकरानी के साथ रहती थी. महिला का एक बेटा और बेटी विदेश में रहते हैं, जबकि पोता इंडिया पढ़ने आया और यहीं उसे नौकरी मिल जाने से वह अपनी दादी के साथ रहने लगा.

किस पर करें भरोसा

यह सही है कि मुंबई जैसे बड़े शहरों में जौब पर जाने से पहले खासकर महिलाओं को परिवार और घर की सुरक्षा को ले कर काफी मशक्कत करनी पड़ती है क्योंकि घर से निकल कर कहीं जाने के लिए यहां घंटों समय लगता है.

ऐसे में किसी अनहोनी में वे तुरंत घर नहीं पहुंच पाते. परिवार में रहने वाले बुजुर्ग और बच्चों की जिंदगी मेड सर्वेंट के हाथ में ही रहती है, जो एक चिंता का विषय होता है और यह आजकल कुछ अधिक देखा जा रहा है कि विश्वास के साथ घर की देखभाल के लिए रखी जाने वाली मेड सर्वैंट सुरक्षित नहीं होतीं.

इस बारे में मुंबई की दिंडोशी पुलिस स्टेशन की असिस्टैंट पुलिस इंस्पैक्टर सुविधा पुलेल्लू कहती है कि घर पर किसी भी प्रकार की हैल्पर चाहे वह घर काम करने वाली महिला हो या पुरुष या किसी व्यस्क या बच्चे की देखभाल करने वाली हो पुलिस वैरिफिकेशन करवा लेने से वे कुछ गलत करने से पहले डरते हैं. अगर करें भी तो पकड़ना आसान होता है. इसलिए इसे करवाना जरूरी होता है, लेकिन कुछ लोग इसे झंझट समझ नहीं करवाते और बाद में अपराध हो जाता है.

क्यों जरूरी है पुलिस वैरिफिकेशन

पुलिस वैरिफिकेशन का काम कठिन नहीं होता, इसे 2 तरीके से किया जा सकता है, पहला तो औनलाइन जो आप किसी के द्वारा फिर खुद से कर सकते हैं और दूसरा औफलाइन होता है, जिसे पुलिस स्टेशन में कर एक फार्म भर कर इस प्रकिया को पूरा किया जा सकता है. इस से पता चलता है कि व्यक्ति किसी भी गलत काम में संलग्न तो नहीं है. हैल्पर के रहते हुए घर में चोरी, कोई घटना आदि के होने की सिचुएशन में यह हैल्पफुल होता है.

अगर किसी वजह से वैरिफिकेशन नहीं कराया है, तो तब तक के लिए उस का फोटो खींच कर और आधार कार्ड की एक कौपी अपने पास जरूर रखें. किसी भी व्यक्ति को हैल्पर या मेड सर्वैंट रखने से पहले निम्न बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है.

  •  किसी भी वैबसाइट से नौकर हायर करने से पहले वैबसाइट के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लें, किसी भी अनरजिस्टर्ड संस्था या कंपनी से हैल्पर या हाउस मेड हायर न करें.
  •  नौकर या नौकरानी को घर में ऐंट्री देने से पहले ही उस का व उस के द्वारा जमा करवाए दस्तावेजों की पुलिस वैरिफिकेशन करवा लें.
  •  मेड, घर के नौकर या अपरिचितों के सामने कभी अपनी अलमारियां न खोलें. चाहे वह कितने ही वर्षों से आप के यहां काम कर रहा हो, अपनी ज्वैलरी, पैसे या अन्य कीमती वस्तुएं उन के सामने न निकालें और उस के सामने पैसों के लेनदेन के बारे में भी बात न करें.
  •  अगर मेड किसी को अपने साथ ले कर आए या अपना रिश्तेदार बता कर आप से मिलवाए तो उसे अंदर आने की इजाजत न दें. हो सकता है इस बहाने वह आप का घर और सामान उसे दिखा रही हो.द्य अगर आप शहर से बाहर जा रहे हैं तो मेड को यह न बताएं कि आप कितने दिनों में आएंगे.
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