दीवाली के नजदीक आते ही फिजाओं में अलगअलग पकवानों की सुगंध घुल जाती है. इस सुगंध को फिजाओं में घोलने में महत्त्वपूर्ण योगदान होता है किचन क्वीन यानी घर की महिलाओं का. परिवार और मेहमानों को घर के बने पकवान का स्वाद चखाने के लिए महिलाएं त्योहार के हफ्ते भर पहले से ही रसोई में जुट जाती हैं और मेहनत व स्नेह से बनाए गए पकवानों की तारीफ सुनने के लिए बेताब रहती हैं, लेकिन ये क्या?

‘मां प्लीज, मैं इतना औयली, नमकीन नहीं खा सकता.’

‘भाभीजी, मिठाई खिला कर मारना चाहती हैं क्या? मुझे डायबिटीज है.’

‘अरे सुनती हो, तुम्हारे गुलाबजामुन खा कर मेरा पेट खराब हो गया है, अब मत बनाना.’

तारीफ की जगह आलोचनाएं मिलते ही इतनी जद्दोजेहद से बने पकवान पल भर में फीके हो जाते हैं और बनाने वाली के चेहरे पर मायूसी छा जाती है. लेकिन अगर त्योहार पर स्वाद और सेहत दोनों का खयाल रखा जाए तो कम मेहनत में भी लोगों के दिलों को जीता जा सकता है. यहां हम आप को बताने जा रहे हैं कुछ ऐसी रैसिपीज बनाने के तरीके जो न केवल ट्रैडिशनल मिठाइयों से जुदा हैं, बल्कि इन का स्वाद भी लाजवाब है. सेहत के लिए भी ये 100 फीसदी फायदेमंद हैं. इन रैसिपीज को ट्राई करें और बन जाएं इस दीवाली किचन क्वीन.

दीवाली पर गुलाबजामुन, काजूकतली, नारियल बरफी, बेसन के लड्डू तो आप ने खूब बनाए होंगे, लेकिन क्या आप ने कभी सोचा है कि ओटमील से भी लजीज डैजर्ट आइटम तैयार किया जा सकता है? शायद अब तक आप ने ओटमील का इस्तेमाल तबीयत के खराब होने पर किया होगा, लेकिन गुड़गांव स्थित होटल ड्यूसित देवराना के शैफ निशांत चौबे की मानें तो ओटमील से बहुत सारी रैसिपीज तैयार की जा सकती हैं और वे भी बेहद आसानी से. साथ ही ओटमील के लो कैलोरीज वाला होने और अधिक फाइबर मिलने का लाभ भी आप उठा सकते हैं. आइए जानते हैं ओटमील से बनी लजीज रैसिपी ओटमील मफिंस की विधि:

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