दीवाली जैसे खास त्योहार पर बाजार नईनई चीजों से भरे रहते हैं. यह त्योहार जहां लोगों के चेहरों पर मुसकराहट लाता है, वहीं कुछ न कुछ खरीदने का बहाना भी देता है. इन दिनों कंपनियां भी एक से बढ़ कर एक लुभावने औफर ग्राहकों को देती हैं. दीवाली के मौके पर अगर आप ने भी किन्हीं खास इलैक्ट्रौनिक गैजेट्स को खरीदने का मन बनाया है तो उन्हें जरूर खरीदिए, पर घर में लाने के बाद वे सिर्फ शो पीस न बन जाएं, इस का ध्यान रखिए. उन का सही रखरखाव व देखभाल बेहद जरूरी है. आइए, यह काम कैसे करें, जानते हैं-
हीटर
- हीटर को बीचबीच में सफेद साफ कपड़े से साफ करती रहें.
- सर्दियां खत्म होने पर हीटर को हमेशा कवर में रखें वरना उस पर धूल जम जाएगी.
- हीटर को बीचबीच में चैक करती रहें कि उस का कनैक्शन ढीला तो नहीं हो रहा. अगर ऐसा हुआ तो स्पार्किंग हो सकती है और आप को नुकसान पहुंच सकता है.
- रौड वाले हीटर स्प्रिंग वाले हीटर से ज्यादा बेहतर होते हैं.
- यदि हीटर को एक से दूसरी जगह शिफ्ट करना हो, तो उस का स्विच बंद कर के ही हटाएं वरना करंट लगने का खतरा हो सकता है.
- हीटर को खुद से कम से कम 2 फुट की दूरी पर रखें, क्योंकि ज्यादा पास रखने पर यह त्वचा के लिए हानिकारक हो सकता है.
- कई बार हीटर के लिए लोग ऐक्सटैंशन प्लग का इस्तेमाल करते हैं. ऐसा करते समय ध्यान रहे कि वह जमीन पर न रखा हो.
कैमरा
- आजकल कैमरे में कई तरह के फीचर्स आने लगे हैं, इसलिए उस के साथ मिलने वाली पुस्तिका को अच्छी तरह समझने के बाद ही उसे उपयोग में लाएं वरना कोई भी बटन दब जाने से आप समझ नहीं पाएंगी कि उस में क्या हो गया है.
- अकसर हम जब घूमने जाते हैं, तो कैमरे को हाथ में लिए रहते हैं. लेकिन कई बार ऐसा करने पर कैमरा हाथ से छूट भी जाता है. इसलिए इस की सुरक्षा के लिए कैमरा बैग या अन्य कोई बैग कैरी करें, जिस में वह सुरक्षित रहे.
- कैमरे को हमेशा कवर में रखें.
- कैमरे को प्रयोग के बाद रखते समय ध्यान रहे कि उस की बैटरी अंदर ही न रह जाए. उसे निकाल कर ही कैमरे को बैग में रखें.
- लैंस को भी हमेशा ढक कर रखें.
- लैंस को साफ करने के लिए साफ और सौफ्ट कपड़ा ले कर बहुत ही हलके हाथों से साफ करें.
- लैंस पर हाथ न रखें वरना हाथ की चिकनाई लैंस को खराब कर देगी.
- डिजिटल कैमरे में फोकस करने के लिए प्रिव्यू औप्शन होता है. लेकिन उसे हर समय औन न रखें वरना बैटरी जल्दी खत्म हो जाएगी. इसे बंद रखने पर बैटरी ज्यादा देर तक चलेगी.
मिक्सी और फूड प्रोसैसर
- कोई भी चीज इस्तेमाल में लाने से पहले उस के साथ आई बुकलैट को ध्यान से पढ़ कर समझें. तभी इस्तेमाल में लाएं.
- अगर मिक्सर और फूड प्रोसैसर की लाइफ ज्यादा चाहिए तो इस्तेमाल के बाद इन्हें तुरंत धो कर रखें.
- इन्हें साफ करने के लिए अच्छा लिक्विड सोप इस्तेमाल करें, क्योंकि साबुन या डिटर्जैंट इन के अंदर जम सकता है, लेकिन लिक्विड सोप आसानी से निकल जाता है.
- जब भी मिक्सी में कोई चीज पीसें तो उस के टुकड़े कर के डालें अन्यथा मिक्सी के ब्लेड घिस जाएंगे.
- मिक्सी की मोटर को साफ और सूखे कपड़े से ही साफ करें.
- मिक्सी औन करने से पहले देख लें कि उस का ढक्कन ढंग से लगा हो वरना मिक्सी में डाला सामान उछल कर किचन में फैल जाएगा.
- सूखा मसाला पीसने वाला जार अलग और गीला मसाला पीसने वाला जार अलग रखें.
- जार को सामान से पूरा भर देने से उस के ब्लेड ठीक से नहीं घूमते और इस से मिक्सी की क्षमता पर असर पड़ता है. इसलिए जार को थोड़ा खाली रहने दें.
- मिक्सी की मोटर में पानी न जाए इस का ध्यान रखें.
- मिक्सी में चिपके खाद्यपदार्थों के कण मिक्सी की स्मूदनैस पर असर डालते हैं इसलिए उन्हें साफ करने के लिए टूथब्रश का इस्तेमाल करें.
- अगर वोल्टेज कम आ रही हो, तो मिक्सी का इस्तेमाल न करें वरना इस की मोटर फुंकने का डर रहता है.
हैंड ब्लैंडर
- हैंड ब्लैंडर को इस्तेमाल करते समय जब भी इसे बीच में जमीन पर रखने की जरूरत पड़े, तो ध्यान रहे कि जमीन गीली न हो.
- अगर आप ब्लैंडर से प्याज या फिर टमाटर पीसना चाहती हैं तो अच्छा हो कि उन्हें साबूत पीसने के बजाय टुकड़ों में काट लें. इस से वे आसानी से पिस जाएंगे.
- ब्लैंडर साफ करते समय या फिर धोते समय ध्यान रखें कि उस की मोटर में पानी न जाए.
- ब्लैंडर को इस्तेमाल करने के बाद तुरंत धो कर रखें वरना इस के टूट कर गिर जाने का खतरा बना रहता है, साथ ही इस में चिकनाई अंदर तक लग जाती है और फिर उसे साफ करना मुश्किल हो जाता है.
- कुछ ब्लैंडर में ब्लेड बदलने की सुविधा रहती है, लेकिन इस का प्रयोग सावधानी से करें. जो भी चीज ब्लैंड करनी हो उस के अनुसार ही ब्लेड का इस्तेमाल करें. गलत ब्लेड लगाने से ब्लैंडर खराब हो सकता है.
- बैटरी से चलने वाला ब्लैंडर है, तो उपयोग न करने की स्थिति में बैटरी निकाल कर रख दें.
- बिजली से चलने वाले ब्लैंडर का प्लग हमेशा निकाल कर रखें.
इलैक्ट्रौनिक चिमनी
- अकसर जब आप खाना बनाती हैं तो छौंक की वजह से परिवार के सदस्य खांसने लगते हैं, क्योंकि मसाले के छौंक की खुशबू नाक में चढ़ जाती है या फिर कभी सब्जी जल जाए अथवा परांठे बनाते समय किचन में जो धुआं होता है वह पूरे घर में सफोकेशन कर देता है. ऐसे में आप किचन में वैंटिलेशन हेतु चिमनी लगवा सकती हैं.
- इलैक्ट्रौनिक चिमनी आप की रसोई में किसी भी तरह के धुएं या गंध को बाहर फेंक देती है और धुएं आदि को दीवारों पर चिपकने से भी रोकती है, जिस से दीवारें या टाइल्स गंदी नहीं होती हैं.
- किचन में चिमनी लगाना जितना जरूरी है उस से भी जरूरी है यह देखना कि आप की किचन में किस तरह की चिमनी की जरूरत है. जैसे किचन कितनी बड़ी है या उस में लगा चूल्हा कितना बड़ा है.
- कोई भी चिमनी तभी सही होती है जब वह आप के गैस चूल्हे के ऊपर पूरी तरह फिट हो जाए. इस की गैस चूल्हे से ऊंचाई 2 फुट होनी चाहिए. तभी यह धुएं आदि को अपनी तरफ खींच सकेगी.
- किसी भी चिमनी में उस की एअर सक्शन पावर बेहद माने रखती है. यह जितनी ज्यादा होगी उतना ही ज्यादा धुआं किचन से बाहर फेंकेगी.
- बाजार में मौजूद कई तरह की चिमनियां मैनुअल तरीके से काम करती हैं. इन में 2 से ले कर 4 ऐग्जौस्ट फैन तक लगे होते हैं. ये आप की रसोई में फैले धुएं को बाहर फेंकते हैं. लेकिन इन चिमनियों की साफसफाई करना भी जरूरी है, क्योंकि अगर आप चिमनी का रैग्युलर इस्तेमाल करती हैं और उस की साफसफाई नहीं करती हैं तो इस से आप का भोजन प्रभावित होता है. चिमनी गैस चूल्हे के ठीक ऊपर लगी होती है. अगर आप उसे साफ नहीं करेंगी तो उस पर लगी डस्ट चूल्हे की गरमी से पिघल कर आप के चूल्हे पर रखी सब्जी या किसी भी चीज पर गिरेगी.
- इलैक्ट्रौनिक चिमनी के साथ दी गई बुकलैट के निर्देशानासुर चिमनी की सफाई करें. स्पंज में साबुन लगा कर व गरम पानी का इस्तेमाल कर चिमनी की जाली पर जमी चिकनाई साफ करें.
- चिमनी के मुंह पर स्टील की जाली होती है, जिसे निकालना आसान होता है. महीने में 1 बार उसे निकाल कर साफ करें. इसे कुनकुने पानी में डिटर्जैंट डाल कर नायलौन के ब्रश से साफ करें.
- चिमनी का बाहरी कवर स्टील का होता है. साबुन के पानी से इसे भी साफ किया जा सकता है.
- चिमनी में फिल्टर्स लगे होते हैं. यही चिकनाई वाला धुआं सोखते हैं. अत: इन्हें बदलती रहें.
- यह काम हर महीने करना चाहिए. वैसे सफाई इस बात पर निर्भर करती है कि आप किचन में कितना तलनेभुनने का काम कर रही हैं.
- कुछ ऐसी चिमनियां भी मौजूद हैं जिन्हें एक नोजल के जरीए थोड़ा सा मिट्टी का तेल डाल कर साफ किया जा सकता है. इन्हें खोल कर साफ करने की जरूरत नहीं होती. ये अपनी सफाई खुद कर लेती हैं.
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