बारिश के मौसम के दौरान लकड़ियों के फर्नीचर की देखभाल बेहद जरूरी है. विशेषज्ञों का कहना है कि फर्नीचर के कोने, उसके निचले और पिछले भागों को महीने में कम से कम एक बार जरूर साफ करना चाहिए. मौनसून के मौसम में फर्नीचर की खास देखभाल जरूरी होती है. इन सुझावों की मदद से आप अपने फर्नीचर को बिल्कुल नए जैसा रख सकती हैं.
1. दरवाजे खिड़कियों से रखें दूर
अपने लकड़ी के फर्नीचर को दरवाजों, खिड़कियों से दूर रखें, ताकि ये बारिश के पानी या लीकेज के संपर्क में नहीं आ सकें.
2. पौलिशिंग है जरूरी
फर्नीचर की पालिश भी उसे मजबूत, चमकदार और टिकाऊ बनाती है, इसलिए हमेशा लैकर (रोगन) या वार्निश का एक कोट दो सालों में जरूर लगाएं, जिससे पोर या छोटे सुराख भर जाएं और ये ज्यादा दिन टिक पाए. छोटे फर्नीचर के लिए लैकर स्प्रे आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है, जो नजदीकी हार्डवेयर स्टोर में उपलब्ध होता है.
3. नमी का रखें खास ख्याल
फर्नीचर के लेग को फर्श की नमी के संपर्क में आने से रोकने के लिए लेग के नीचे वाशर लगाएं. घर को साफ रखें, जिससे घर में नमी का सही स्तर सुनिश्चित होगा, जो लकड़ी के फर्नीचर के अनुकूल है. एयर कंडीशनर भी मददगार साबित हो सकते हैं, क्योंकि ये घर में हवा को ताजा रख कर और घर को ठंडा रखकर नमी के स्तर में वृद्धि को रोकते हैं.
4. गीले कपड़ों का इस्तेमाल ना करें
लकड़ी के फर्नीचर को साफ करने के लिए गीले कपड़े का इस्तेमाल नहीं करें, बल्कि साफ, सूखे कपड़े का इस्तेमाल करें. मौनसून के दौरान लकड़ी का फर्नीचर नमी के चलते फूल जाता है, इससे ड्रौर खोलने और बंद करने में दिक्कत होती है. फर्नीचर पर आयलिंग या वैक्सिंग कर इसे रोका जा सकता है. बढ़िया फिनिश के लिए स्प्रे-औन-वैक्स आजमाएं.
5. मेकओवर करने से बचें
मानसून के दौरान घर की मरम्मत या सौंदर्यीकरण के काम को शुरू करने से बचें. इस समय नमी का स्तर ज्यादा होता है. ऐसे में पेंटिंग या पौलिशिंग बढ़िया परिणाम नहीं देंगे और इससे आपका लकड़ी का फर्नीचर खराब हो सकता है.
6. नेप्थलीन बाल का करें इस्तेमाल
कपूर या नेप्थलीन बाल नमी को अच्छे से अवशोषित कर लेते हैं. ये कपड़ों के साथ ही वार्डरोब को दीमक और अन्य कीड़े लगने से बचाते हैं. इस काम के लिए नीम की पत्तियों और लौंग का भी इस्तेमाल किया जा सकता है.