मौनसून में हेल्थ का ख्याल रखने की शुरूआत घर से होती है और अगर आपका घर हाइजीनिक होगा तो आप सालों साल हेल्दी रहेंगे. हाइजीन घर होने का मतलब ये नही की आप पूरे दिन भर घर की सफाई करें. पर अगर आप घर की सफाई कर रहीं हैं तो कुछ चीजें ऐसी होती हैं अगर वो जर्म फ्री रहेंगी तो आपका घर भी हाइजीनिक रहेगा. इसीलिए आज हम आपको घर को कैसे हाइजीनिक रखें इसके बारे में कुछ टिप्स बताएंगे, जिससे इस मौनसून ही नही सालों साल आपका घर हाइजीन फ्री रहेगा.

1. जर्म फ्री रखें किचन

किचन हमारी हेल्थ सही या खराब होने का पहला कारण होता है इसीलिए कोशिश करें की किचन को क्लीन रखें. किचन का तौलिया जिस से आप हाथ साफ करती हैं उस में बैक्टीरिया होने के चांसेज ज्यादा होते हैं. इसीलिए उसे हर दूसरे दिन बदलें और उसे धोने के बाद अच्छी तरह सुखा लें. किचन में जूठे बरतन न रहने दें, क्योंकि उनमें मौजूद बचे खाने में बैक्टीरिया सबसे जल्दी पनपते हैं. किचन में सब्जियां आदि काटने के लिए प्रयोग किए जाने वाले चौपिंग बोर्ड को रोज धोकर और सुखा कर रखें. नल के चारों ओर, सिंक व मोरी के आसपास नमी ज्यादा होती है.

2. बाथरूम की भी क्लीनिंग है जरूरी

बाथरूम में सफाई सही ढंग से न होने पर ये कईं बीमारियों का कारण बन सकता है. दागधब्बों रहित, चमकती टाइलों वाला बाथरूम वैसे तो साफ दिखता है. पर अगर माइक्रोस्कोप से देखा जाए तो वहां ढेरों बैक्टीरिया दिख जाएंगे. इसलिए परिवार का हर सदस्य अपना अलग तौलिया इस्तेमाल करे, क्योंकि एक ही तौलिए का सभी लोगों द्वारा इस्तेमाल स्किन प्रौब्लम्स हो सकती है. टूथब्रश को हमेशा कवर से ढक कर रखें. कौकरोच ब्रश के ब्रिसल्स पर मल से जीवाणु छोड़ सकते हैं. बाथरूम को गीला न छोड़ें, क्योंकि काई, फफूंदी, नमी, दरारें रोग फैलाने वाले कीटाणुओं को तेजी से आकर्षित करते हैं. साबुनदानी की भी नियमित सफाई करें. किनारों पर जमने वाले साबुन पर गंदगी की परत जमने लगती है, जिस पर बैक्टीरिया पैदा होते हैं.

3. टौयलेट हाइजीन है सबसे जरूरी

ज्यादातर लोग अपने लिविंगरूम को तो साफ-सुथरा रखते हैं, पर टौयलेट क्लीनिंग की ओर खास ध्यान नहीं देते. जबकि परिवार के स्वास्थ्य की दृष्टि से टौयलेट का हाइजीन न होना भी बहुत जरूरी है, क्योंकि बारबार इस्तेमाल किए जाने के कारण यह बारबार गंदा हो जाता है और टौयलेट सीट पर बैक्टीरिया तेजी से पनपने लगते हैं. टौयलेट सीट व वह हर हिस्सा जो शरीर के संपर्क में आता है वहां रोग फैलाने वाले बैक्टीरिया के होने की आशंका अधिक होती है. टौयलेट को जर्म फ्री बनाने के लिए मार्केट में मौजूद टौयलेट क्लीनर का प्रयोग करें. टौयलेट क्लीनर को टौयलेट सीट के अंदर व बाहर अच्छी तरह डाल कर लगभग आधे घंटे के लिए छोड़ दें. फिर पानी से धो लें. टौयलेट को साफ व फ्रैश रखने के लिए ऐसे क्लीनर का प्रयोग करें, जो जिद्दी दागों को हटा कर बैक्टीरिया का सफाया करें. टौयलेट को साफ व बदबूरहित रखने के लिए टैंक में टौयलेट बाउल टैबलेट्स डालें. टौयलेट को सूखा रखें. गीला रहने से कीटाणु जल्दी पैदा होते हैं.

4. बैडरूम को भी रखें हाइजीन फ्री

आप सोच रही होंगी कि बैडरूम में जर्म्स कहां से आएंगे, इसलिए इस की खास साफ-सफाई की क्या जरूरत है? लेकिन यहीं आप गलत हैं. दरअसल, बैडरूम के कारपेट, कुशन कवर, परदों पर भी बैक्टीरिया अपना अड्डा बनाते हैं और तो और आपके द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले लैपटौप, टीवी के रिमोट पर भी बैक्टीरिया होते हैं, जो शरीर के संपर्क में आते हैं. साथ ही शैल्फ में रखी किताबों या शोपीसेज भी जर्म्स को आकर्षित करते हैं. अत: इन्हें समय-समय पर साफ करती रहें वरना घर के लोग एलर्जी के शिकार हो सकते हैं. कारपेट, बैडशीट्स, परदों की वैक्यूम क्लीनर से अच्छी तरह सफाई करें.

5. पालतू जानवरों का भी रखें ख्याल

अगर आप ने घर में कोई पालतू जानवर पाल रखा है तो आप को होम हाइजीन की खास जरूरत है, क्योंकि कुत्ते, बिल्ली, खरगोश के फर से बच्चों और बड़ों को एलर्जी हो सकती है. इसके लिए उन्हें साफ-सुथरा रखें और उन से उचित दूरी बनाए रखें. उन के रहने व खाने का इंतजाम घर के अलग हिस्से में करें. पालतू जानवरों का ऐलर्जी वैक्सीनेशन कराएं. पालतू जानवर जर्म्स व इन्फैक्शन का खतरा बढ़ाते हैं.

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