मानसून के समय मच्छर बहुत परेशान करते हैं और बाहर बैठने का मजा भी किरकिरा करते हैं. मच्छर के काटने से खुजली होती है साथ ही यह मलेरिया जैसी बिमारियों को भी खतरा बना रहता है. मच्छरों को दूर रखने के लिए लोग मॉस्किटो रिपेलेन्ट क्रीम और हर्बल मॉस्किटो लोशन इस्तेमाल करते हैं. कुछ लोगों को इससे एलर्जी भी होती है और वे इनके काटने से नाक, त्वचा और गले से सम्बंधित समस्याओं के शिकार हो जाते हैं.
लोग मच्छरों को भगाने के लिए केमिकल्स भी इस्तेमाल करते हैं लेकिन वह भी स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए नुकसानदायक है. यदि आप प्राकृतिक रूप से मच्छरों से छुटकारा चाहते हैं तो मॉस्किटो रिपेलेन्ट प्लांट्स अपने बगीचे में लगाएं.
हम आपको बता रहे हैं आपके घर के लिए कुछ मॉस्किटो रिपेलेन्ट प्लांट्स…
रोजमेरी
रोजमेरी अपने आप में एक नेचुरल मॉस्किटो रिपेलेन्ट है, रोजमेरी के पौधे 4-5 फ़ीट तक लम्बे होते हैं और इनके नीले फूल होते हैं. गर्म मौसम में ये बढ़ते हैं. सर्दी के मौसम में ये नहीं बचते क्योंकि इन्हें गर्मी की जरुरत होती है. इसलिए रोजमेरी को गमले में उगाएं और सर्दियों में इन्हे घर के अंदर रखें. रोजमेरी का इस्तेमाल कुकिंग के लिए भी होता है. रोजमेरी मॉस्किटो रिपेलेन्ट की 4 बूंदों को 1 चौथाई जैतून के तेल के साथ मिलाकर भी लगाया जा सकता है. इस तेल को ठंडे और सूखे स्थान पर रखें.
सिट्रोनेला ग्रास
सिट्रोनेला ग्रास मच्छरों को दूर करने का अच्छा तरीका है. यह 2 मीटर तक बढ़ती है और इसके फूल लॅवेंडर जैसे रंग के होते हैं. इस ग्रास से निकलने वाला सिट्रोनेला ऑयल मोमबत्तियों, परफ्यूम्स, लैम्प्स आदि हर्बल प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल किया जाता है. सिट्रोनेला ग्रास डेंगू पैदा करने वाले मच्छरों (एडीज एजिप्टी) को भी दूर करती है. मच्छरों को दूर करने के लिए सिट्रोनेला ऑयल को बगीचे में जलने वाली कैंडल्स और लालटेंस में छिड़क दें. सिट्रोनेला ग्रास में एंटी- फंगल प्रॉपर्टी भी मौजूद होती है. सिट्रोनेला ग्रास त्वचा के लिए भी सुरक्षित है और लम्बे समय के लिए असरदार है. इसके साथ ही यह किसी प्रकार का नुकसान भी नहीं पहुंचाता है.
गेंदा
गेंदें के फूलों में एक तेज गंध होती है जो मच्छरों को पसंद नहीं आती है. ये पौधे 6 इंच से 3 फ़ीट तक बढ़ते हैं. गेंदें के पौधे अफ्रीकन और फ्रेंच दो तरह के होते हैं. ये दोनों ही मॉस्किटो रिपेलेन्ट हैं. गेंदें के पौधे सब्जियों के पास ही उगाये जाते हैं क्यों कि ये एफिड्स और अन्य कीड़ों को दूर रखते हैं. गेंदे के फूल पीले से डार्क ऑरेंज और लाल रंग के होते हैं. ये सूरज की रौशनी में बढ़ते हैं. मच्छरों को दूर रखने के लिए इन्हे बाउंडरी, पोर्च में या बगीचे में उगाएं.
कैटनिप
कैटनिप एक औषधि है जो पुदीने जैसी होती है. हाल ही में इसे भी मॉस्किटो रिपेलेन्ट माना गया है. हाल ही में किये गए अध्ययन के अनुसार यह डीईईटी से 10 गुना ज्यादा असरदायक है. यह एक एक बारहमासी पौधा है जो धूप में और आंशिक छाया में बढ़ता है. इसके फूल सफ़ेद और लेवेंडर कलर के होते हैं. मच्छरों को दूर रखने के लिए इसे घर के बैकसाइड या छत पर लगाएं. बिल्लियों को इसकी सुगंध अच्छी लगती है इसका बचाव करें. इसकी मसली हुई पत्तियां या इसका लिक्विड स्किन पर भी लगा सकते हैं.
ए़जेराटम
एजेराटम प्लांट भी एक अच्छा मॉस्किटो रिपेलेन्ट है. इस प्लांट के फूल हल्के नीले और सफ़ेद होते हैं जो एजेराटोक्रोमीन पैदा करते हैं. यह एक भयंकर गंध है जो मच्छरों को दूर रखती है. इसका इस्तेमाल कमर्शियल मॉस्किटो रिपेलेन्ट और परफ्यूम इंडस्ट्री में होता है. एग्रेटम को स्किन पर ना रगड़ें क्यों कि इसमें कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो स्किन के लिए नुकसानदायक हैं. ये गर्मियों के दौरान सूर्य की पूरी और आंशिक रौशनी में खिलते हैं.
हॉर्समिंट
हॉर्समिंट भी मच्छरों को दूर करने में मददगार है. यह एक बारहमासी पौधा है जिसे किसी विशेष देखभाल की जरुरत नहीं है. इसकी गंध सिट्रोनेला जैसी ही होती है. ये पौधे गर्म मौसम में और रेतीली मिट्टी में उगते हैं. इनके फूल गुलाबी होते हैं. बुखार के इलाज में भी इनका इस्तेमाल होता है.
नीम
नीम का पौधा एक बेहतर मॉस्किटो रिपेलेन्ट है. इसमें कीड़ें मकोड़ों और मच्छरों को दूर रखने का तत्व मौजूद है. बाजार में नीम बेस्ड अनेक मॉस्किटो रिपेलेन्ट और बाम उपलब्ध हैं. मच्छरों को भगाने के लिए आप अपने गार्डन में नीम लगा सकते हैं. आप नीम की पत्तियों को जला सकते हैं या नीम का तेल केरोसीन लैंप में इस्तेमाल कर सकते हैं. मच्छरों को दूर भगाने के लिए आप स्किन पर नीम का तेल भी लगा सकते हैं. नीम के मॉस्किटो रिपेलेन्ट तत्व मलेरिया की रोकथाम के लिए भी उपयोगी है.
लैवेंडर
मच्छरों को दूर रखने के लिए लैवेंडर एक शानदार पौधा है. लैवेंडर आसानी से उग जाता है क्यों कि इसे ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती है. यह 4 फ़ीट की हाइट पर उगता है और इसे धूप की आवश्यकता होती है. केमिकल फ्री मॉस्किटो सोल्युशन बनाने के लिए लैवेंडर ऑयल को पानी में मिलाकर सीधे स्किन पर लगा सकते हैं. मच्छरों पर नियंत्रण करने के लिए इस पौधे को बैठने की जगह लगाएं. मच्छरों को दूर रखने के लिए लैवेंडर ऑयल को गर्दन, कलाई और घुटनों पर भी लगा सकते हैं.
तुलसी
तुलसी का पौधा भी एक मॉस्किटो रिपेलेन्ट है. तुलसी एक ऐसी जड़ी बूटी है जो कि बिना दबाये ही अपनी खुशबु फैलाती है. मच्छरों को दूर रखने के लिए तुलसी को गमले में लगाएं और घर के पीछे रखें. आप तुलसी की पत्तियों को मसलकर त्वचा पर भी रगड़ सकते हैं. खाने को जायकेदार बनाने के लिए भी तुलसी का इस्तेमाल किया जाता है. आप किसी भी किस्म की तुलसी लगा सकते हैं लेकिन दालचीनी तुलसी, नीम्बू तुलसी और पेरू तुलसी अपनी तेज सुगंध के कारण ज्यादा उपयोगी है.
लेमन बाम
लेमन बाम भी मच्छरों को दूर रखता है. लेमन बाम तेजी से बढ़ता है और इसे कमरे में रखना चाहिए. लेमन बाम की पत्तियों में सिट्रोनेला की अधिक मात्रा में होती है. कई कमर्शियल मॉस्किटो रिपेलेन्ट्स में इसका इस्तेमाल होता है. लेमन बाम की कुछ किस्मों में 38 प्रतिशत तक सिट्रोनेला होती है. मच्छरों को दूर रखने के लिए आप लेमन बाम की पत्तियों को रगड़कर स्किन पर भी लगा सकते हैं.