यूं तो बाथरूम घर का अहम हिस्सा होता है परन्तु घरों में सबसे ज्यादा उपेक्षित भी वही रहता है. अक्सर हम अपने किचिन, कमरों और ड्राइंग रूम की सफाई तो नियमित रूप से करते हैं परन्तु बाथरूम की सफाई की ओर उतना ध्यान नहीं देते जब कि बाथरूम घर का वह भाग है जहां हम दिन में अनेकों बार जाते हैं. पर्याप्त सफाई के अभाव में वहां कीटाणु पनप जाते हैं और वे हमारी सेहत को भी प्रभावित करने लगते हैं. बाथरूम को कीटाणुमुक्त रखने के लिए निम्न बिंदुओं पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है.
1. फर्श की सफाई
बाथरूम के फर्श को नहाने के बाद वाइपर अथवा झाड़ू से साफ करके पोछें से पोंछ दें इससे बाथरूम का फर्श सूखा और साफ रहेगा. हफ्ते में एक बार पूरे बाथरूम को कीटाणुनाशक से, तथा 15 दिन में एक बार दीवारों के टाइल्स, बाल्टी और टब के नीचे, बाथटब और नलों व शावर की भी सफाई करें.
2. साबुन हों अलग
आमतौर पर घरों में परिवार के सभी सदस्य एक ही बाथरूम का प्रयोग करते हैं. परन्तु परिवार के सभी सदस्यों के लिए साबुन और तौलिया अलग अलग होना अत्यंत आवश्यक है ताकि एक दूसरे का संक्रमण न लग सके. साबुन के स्थान पर आप शावर जेल या लिक्विड सोप का प्रयोग भी किया जा सकता है. इससे अलग अलग साबुन रखने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी.
3. तौलिया की जगह
अक्सर लोग बाथरूम में हाथ पोंछने कर उद्देश्य से तौलिया टांग देते हैं जो सर्वथा अनुचित है क्योंकि बाथरूम में नमी रहती है जिससे वहां कीटाणु अपनी जगह बना लेते हैं जो वहां टंगी तौलिया में भी प्रवेश कर जाते हैं इसलिए नहाने के बाद तौलिया को खुली धूप में अवश्य सुखाएं ताकि वह कीटाणुमुक्त हो जाये इसके साथ ही नियमित रूप से प्रयोग किये जाने वाले तौलिया को प्रतिसप्ताह किसी अच्छे डिटर्जेंट से अवश्य धोयें.