ज्यादातर महिलाएं खाना तो अच्छा बनाती हैं पर उन छोटीछोटी बातों पर ध्यान नहीं देतीं, जिन की वजह से भोजन का स्वाद तो कम होता ही है, कभीकभी उस के पोषक तत्त्व भी नष्ट हो जाते हैं. अब देखिए न, शीलाजी ने फल तो बड़े अच्छे तरीके से एक ही आकार में काटे पर जल्दबाजी में प्याज वाला चाकू और कटिंग बोर्ड इस्तेमाल कर लिया. नतीजा यह हुआ कि फलों से आती प्याज की गंध ने उन का सारा स्वाद किरकिरा कर दिया.

इसी तरह अगर अंडे फेंटे हुए कप को यदि ठीक से न धो कर उस में चाय दे दी जाए तो अंडे न खाने वाले को अच्छी चाय में भी स्वाद नहीं आएगा. अकसर खाना बनाते समय गृहिणियां कई ऐसी छोटीछोटी गलतियां कर देती हैं जिन की वजह से अच्छा खाना तो बेस्वाद होता ही है, गृहिणी की मेहनत, समय और पैसा भी बेकार हो जाते हैं.

तो आइए, जानें किचन में होने वाली गलतियां और उन के समाधान:

गलती नं. 1 : माइक्रोवेव में खाना गरम करने या पकाने के तुरंत बाद माइक्रोवेव डोर ओपन कर के सामग्री बाहर निकालना.

समाधान : खाना गरम करने या पकने के तुरंत बाद माइक्रोवेव डोर न खोलें, क्योंकि बाहर और अंदर के तापमान में अंतर होने की वजह से माइक्रोवेव सेफ कंटेनर टूट सकता है. इस के अलावा माइक्रोवेव बंद होने के कुछ सैकंड्स बाद तक विद्युत तरंगें खाने पर अपनी गरमी छोड़ती हैं. ऐसे में माइक्रोवेव के स्विचऔफ होने के 20-30 सैकंड्स बाद ही कंटेनर बाहर निकालें.

गलती नं. 2 : माइक्रोवेव में खाना बनाने अथवा गरम करने के लिए प्लास्टिक कंटेनर्स का प्रयोग करना.

समाधान : खाना गरम करने या पकाने का सब से फास्ट तरीका माइक्रोवेव ही है. पर प्लास्टिक के बरतनों में खाना गरम करने से प्लास्टिक के बरतनों में मौजूद ऐसे तत्त्व जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं, वे भोजन में मिल जाते हैं. नतीजा यह होता है कि जब हम भोजन करते हैं तो वे हमारे पेट में चले जाते हैं. इस से कैंसर होने की संभावना रहती है. अत: प्लास्टिक के बरतनों का प्रयोग न करें. अच्छी क्वालिटी व माइक्रोवेवपू्रफ कांच के कंटेनर्स का ही प्रयोग करें.

गलती नं. 3 : बचे चावल, सब्जी, दाल आदि को गरम करने से उस की नमी सूख जाती है.

समाधान : चावल, सब्जी, दाल आदि कुछ भी गरम करें तो उस के ऊपर थोड़ा पानी छिड़क दें ताकि भोज्यपदार्थों की नमी बरकरार रहे.

गलती नं. 4 : फ्रिज से खाना निकाल कर तुरंत गरम करना.

समाधान : फ्रिज से भोज्यपदार्थों को गरमी के मौसम में लगभग आधा घंटा पहले और सर्दी के मौसम में 1 घंटा पहले निकाल लें. सामान्य तापमान पर आ जाने पर ही खाना गरम करें. दूसरी प्रमुख बात यह कि खाना चाहे गैस पर गरम करें या माइक्रोवेव में उतना ही गरम करने के लिए निकालें जितनी जरूरत हो. ज्यादातर महिलाएं फ्रिज से सब्जी आदि निकालने के बाद पूरी गरम कर लेती हैं और जब वह बच जाती है तो फिर फ्रिज में रख देती हैं. ऐसे में खाने का स्वाद तो कम होता ही है, साथ ही उस के पोषक तत्त्व भी नष्ट हो जाते हैं.

गलती नं. 5 : तलने के बाद बचे तेल का पुन: प्रयोग करना.

समाधान : अकसर महिलाएं तलने के बाद बचे तेल को रख लेती हैं और पुन: कोई चीज तलने अथवा सब्जी बनाने के लिए प्रयोग करती हैं. ऐसा करना सेहत के नजरिए से बिलकुल सही नहीं है, क्योंकि पुन: तेल को गरम करने से उस का ट्रांस फैट बढ़ता है और अधिक मात्रा में इस के सेवन से हाई ब्लडप्रैशर, मोटापा और दिल की बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है. अत: तेल का उतना ही इस्तेमाल करें जितनी जरूरत हो. यदि फिर भी तेल बच जाए तो उस से उसी समय चिड़वा, नमकपारे, मूंगफली आदि चीजें तल लें.

गलती नं. 6 : स्वाद बढ़ाने के लिए ज्यादा सीजनिंग का प्रयोग करना.

समाधान : महिलाएं सोचती हैं कि सीजनिंग के लिए नमक, कालीमिर्च ज्यादा डालेंगी तो अच्छा रहेगा पर ध्यान रहे कि नमक के ज्यादा सेवन से उच्च रक्तचाप हो सकता है. सीजनिंग के लिए अदरकलहसुन, ताजा हर्ब्स जैसे पुदीनापत्ती, करीपत्ता, बेसिल, धनियापत्ती, अजवाइनपत्ती आदि का प्रयोग करें. इस से भोजन का स्वाद बढ़ेगा और सेहत ठीक रहेगी.

गलती नं. 7 : खाना पकाते समय सही तापमान का सही प्रयोग न करना.

समाधान : जल्दबाजी में या समय बचाने के लिए महिलाएं तेज आंच पर खाना बनाती हैं. ऐसे में भोजन बाहर से तो पक जाता है पर अंदर से कच्चा ही रहता है. इसी तरह तेज आंच पर मसाला भूनने पर उस की खुशबू और स्वाद दोनों ही नष्ट हो जाते हैं. अत: सही तापमान का प्रयोग करें. इस के अलावा खाना ढक कर पकाएं. इस से खाना जल्दी भी पकता है और उस के पोषक तत्त्व भी बने रहते हैं.

गलती नं. 8 : सब्जियों को उबालने के बाद पानी फेंक देना.

समाधान : जिन सब्जियों को उबालना या ब्लांच करना जरूरी हो उन के पानी को फेंकें नहीं. अंकुरित को उबालना हो तो उस के पानी को व चावल के मांड को भी फेंकें नहीं. इन सब के पानी में ‘बी कौंप्लैक्स विटामिंस’ प्रचुर मात्रा में होते हैं. वैसे अच्छा तोयही है कि सब्जियों को भाप में पकाएं. पर यदि पानी में ही उबालनी हैं तो उस पानी को आटा गूंधने, तरी वाली सब्जी में, दाल में अथवा सूप की तरह पीने में प्रयोग लाएं.

गलती नं. 9 : सब्जियां ध्यान से न खरीदना और काटने के बाद सही तरह से पैक कर के न रखना.

समाधान : अकसर महिलाएं सब्जियां खरीदते समय इस बात का ध्यान नहीं करतीं कि सब्जी रंग वाली तो नहीं है. दूसरा अगर उन्हें काट कर 6-7 घंटों के लिए रखना है तो अच्छी तरह जिपपाउच में अथवा सील्ड डब्बे में ही रखें और सब्जियों को अच्छी तरह धोने के बाद कपड़े से पोंछ कर ही काटें.

गलती नं. 10 : पके भोज्यपदार्थों को रखने के लिए सही बरतनों का प्रयोग न करना.

समाधान : जो भी पकी सामग्री होती है उसे रखने के लिए सही आकार के बरतनों का प्रयोग बहुत जरूरी है. साथ ही फ्रिज में रखने से पहले खाद्यपदार्थ व दूध आदि को रूम टैंपरेचर पर आने के बाद ही रखें और ढक कर ही रखें.

गलती नं. 11 : सब्जियां और फल काटने के लिए एक ही चौपिंग बोर्ड का प्रयोग करना.

समाधान : सब्जियां, फल और यदि मांसाहारी हैं तो उस के लिए अलग चौपिंग बोर्ड रखें ताकि एक की महक दूसरे में न जाए और हाथों को अच्छी तरह धो कर ही इन्हें काटें.

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