इतना तो तय है कि अभी कोरोना से उबरने में कुछ महीने और लगेंगे. हो सकता है यह साल पूरा इससे बचते बचाते ही निकल जाए. क्योंकि देश में कम से कम 8 राज्यों में कोरोना की दूसरी लहर इन दिनों आयी हुई है और वह पहले से कहीं ज्यादा तेज है.
लेकिन अगर नियमित इंकम का आपके पास जरिया हो और घर भी बनाना चाहते हों तो इससे अच्छा मौका शायद आगे नहीं आयेगा. क्योंकि इस समय होम लोन की दरों में भारी गिरावट आयी हुई है. हाल ही में भारतीय स्टेट बैंक ने 75 लाख रुपये तक के होम लोन की 20 सालों की अवधि के लिए ब्याज दरें घटाकर 6.7 प्रतिशत वार्षिक कर दी हैं. एसबीआई के बाद इसी दर पर एचडीएफसी ने भी होम लोन देने का ऐलान किया है. दूसरे तमाम बैंक भी थोड़ा आगे पीछे लोन दे रहे हैं यानी जो ब्याज दर कभी 11-12 फीसदी सालाना होती थी, वह इस समय घटकर 6 से 7.25 बीच अधिकतम रह गई है. पुराने होम लोन पर भी अगर उनकी भुगतान व्यवस्था फ्लैक्सिबल है तो आप अपने बैंक में कन्वर्जन फीस देकर अपने पुराने होम लोन की भी दरें कम करा सकते हैं.
लेकिन आगे बढ़ें इससे पहले एक बात याद रखिये बैंक विज्ञापनों में चाहे कितनी ही आकर्षक बातें क्यों न करते हों, लेकिन जब आप वास्तव में उनके पास जाएंगे तो आप यह मानकर चलिये आपने विज्ञापन में जो होम लोन की दरें देखी हैं, उससे आपको थोड़ा ज्यादा ही चुकाना पड़ेगा. क्योंकि ये बैंक विज्ञापनों में अपने तमाम किंतु परंतु का खुलासा नहीं करते, बस एक सितारा लगाकर शर्ते लागू हैं, जैसा जुमलाभर लिख देते हैं. लेकिन जब आप विज्ञापन देखकर बैंक पहुंचते हैं तो आपको थोड़ी नाउम्मीदी होती है. इसलिए पहले से ही जान लें कि अगर आपका सिविल उच्च स्कोर वाला है और कम से कम आप 70 लाख से ज्यादा का लोन ले रहे हैं, तब आपको वो तमाम दरें मिलेंगी, जिन्हें विज्ञापित किया जाता है. वरना यह मानकर चलिये कि 7 से 7.15 की दर का ही आपको लोन मिलेगा. लेकिन आज के चार पांच साल पहले को देखें तो यह भी बहुत बड़ी राहत है. लिहाजा आप घर बनाने की सोच रहे हों तो इससे बढ़िया कोई दूसरा मौका नहीं है. क्योंकि सिर्फ ब्याज की बात ही नहीं है, इस समय लेबर भी पहले के मुकाबले काफी सस्ती है. क्योंकि जबरदस्त बेरोजगारी का दौर है. कामों ने कुछ गति पकड़ी भी थी तो कोरोना की आयी दूसरी लहर ने सब कुछ ठंडा कर दिया है.