लॉकडाउन की वजह से लोग घरों में रह-रहकर उब गए हैं क्योंकि वे बाहर नहीं जा सकते हैं, ऐसे में बच्चों और बुजुर्गों के दिमाग पर इसका ज्यादा असर पड़ रहा है. आपको बता दें कि भारतीय मनोचिकित्सा सोसाइटी ने इस बीच मानसिक बीमारी से पीड़ित रोगियों की संख्या में भारी इजाफा देखा है. एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में मानसिक बीमारी के मामलों में 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है. यानी कम से कम पांच भारतीयों में से एक मानसिक रूप से पीड़ित है. इस आर्टिकल में हम जयपुर की साइकोलोजिस्ट डॉ. अनामिका पापड़ीवाल द्वारा बताए गए कुछ उपायों के बारे में आपको बता रहे हैं, जिसे अपना कर आप बुजुर्गों और बच्चों का ख़्याल रख सकते हैं.
बच्चों के लिए टिप्स
बच्चों को कहानी सुनाएं और सुने भी
उनके साथ खेलें और उन्हें कुछ अच्छा बनाकर खिलाएं
कोरोना वायरस और प्रौबल्म को लेकर उनसे बात न करें
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घर के अन्दर ही उन्हें योगा, पजल गेम, स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज में बिजी रखें
उनके दोस्तों से फोन पर बात कराएं
भले ही स्कूल बंद है लेकिन रोजाना उन्हें कुछ न कुछ जरूर पढ़ाएं
बुजुर्गों के लिए टिप्स
उनके साथ टाइम स्पेंड करें
उनसे बातचीत करें
उनके साथ पजल गेम या इंडोर गेम खेलें
उन्हें एक्सरसाइज और योगासन के लिए प्रेरित करें
उन्हें घर के छोटे-छोटे काम जैसे गार्डनिंग में बिजी रखें
उनके चाहने वालों से फोन पर बात कराएं
समाचार देखने से मना करें
उनकी लाइफ से जुड़े मजेदार किस्से सुनें क्योंकि उनके पास कहने के लिए बहुत कुछ होता है.
दोस्तों, अगर आप इन टिप्स को फौलो करते हैं तो खुद को और अपने परिवार को हेल्दी रख सकते हैं.
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