जिस जगह से हम अपने परिवार को पौष्टिक भोजन परोसते हैं वहां अगर कीटाणु रहेंगे तो हमारे अपने स्वस्थ नहीं रह पाएंगे. ऐसे में किचन की खास साफसफाई की जरूरत होती है, खास कर उन चीजों और जगहों की जहां बैक्टीरिया के पनपने और छिपे होने की सब से ज्यादा संभावना होती है. जानिए, जर्म्स व बैक्टीरिया के हौटस्पौट्स और उन्हें क्लीन करने के तौरतरीकों के बारे में:

बैक्टीरिया का घर किचन टौवेल

हर घर की किचन में स्लैब को साफ करने के लिए टौवेल्स होती ही हैं, जिन से न सिर्फ हम स्लैब साफ करते हैं, बल्कि कई बार जल्दी में होने के कारण उन से बरतन तक साफ कर लेते हैं. अगर आप भी ऐसा कुछ करती हैं तो सतर्क हो जाएं, क्योंकि किचन टौवेल में मौइस्चर रहने के कारण उस में कैलिफौर्म बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जो लिवर से जुड़ी समस्याओं जैसे इंफैक्शन इत्यादि का कारण बनते हैं.

किचन टौवेल को रोज इस्तेमाल के बाद डिशवाश जैल मिले कुनकुने पानी में कुछ देर भिगो कर रखें और फिर पानी से धो कर सुखा लें. हाथ व बरतन पोछने वाले कपड़ों को भी इसी तरह अलगअलग भिगो कर साफ करें. कोरोना काल में तो ऐसा रोजाना करने का नियम जरूर बनाएं.

माइक्रोवेव प्लेट पर पनपते हैं जर्म्स

मौडर्न किचन के इस दौर में हर घर में माइक्रोवेव होता ही है. ऐसे में हम हर छोटीछोटी चीज के लिए स्टोव पर निर्भर न रह कर माइक्रोवेव से ही काम चला लेते हैं, जैसे खाना गरम करना या अन्य छोटीमोटी डिशेज तैयार करना. अगर आप ने इसे सही तरीके से साफ नहीं किया तो आप बीमार हो सकते हैं.

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रिसर्च में यह साबित हुआ है कि माइक्रोवेव प्लेट पर 100 गुणा ज्यादा कीटाणु होते हैं. और हम यही सोचते हैं कि जब हम माइक्रोवेव को गरम करते हैं तो उस से बैक्टीरिया मर जाते हैं. जबकि ऐसा नहीं है. कुछ बैक्टीरिया मर जाते हैं लेकिन कुछ बैक्टीरिया काफी स्ट्रौंग होते हैं, जिन पर इस का कोई असर नहीं पड़ता है और ये संख्या में बढ़ते ही चले जाते हैं.

माइक्रोवेव का इस्तेमाल करने से पहले और बाद में उस की प्लेट को अच्छे से साफ करना न भूलें. हफ्ते में एक बार माइल्ड क्लीनर से माइक्रोवेव को अच्छी तरह साफ करें और सूखने दें. आप बैक्टीरिया को मारने के लिए पानी में नीबू को काट कर माइक्रोवेव में 30 सैकंड के लिए चलाने वाली ट्रिक भी यूज कर सकती हैं. इस से निकली स्टीम बैक्टीरिया को मारने में सक्षम होती है.

चौपिंग बोर्ड को न करें नजरअंदाज

चौपिंग बोर्ड का इस्तेमाल सब्जियों, फलों को काटने के अलावा और भी कई कामों में होता है. ज्यादातर गृहिणियां इसे इस्तेमाल करने के बाद सिर्फ पानी से साफ कर रख देती हैं. यदि आप ऐसा करती हैं तो जान लें कि यह सीधेसीधे सेहत से खिलवाड़ करना है.

एक शोध की मानें तो चौपिंग बोर्ड पर टौयलेट सीट से भी कहीं ज्यादा संख्या में कीटाणु पनप सकते हैं. जिस में सालमोनेला और कैंपाइलोबैक्टर बैक्टीरिया शामिल हैं, जो फूड पौइजनिंग का कारण बनते हैं. इसलिए जरूरी है कि कच्चे और पके हुए खाने के लिए अलगअलग चौपिंग बोर्ड का इस्तेमाल हो.

इस्तेमाल करने के बाद उस पर बैक्टीरिया न पैदा हो, इस के लिए आप उसे हर बार यूज करने के बाद गरम पानी में नीबू मिला कर या फिर गरम पानी से अच्छे से साफ करें. इस से सारे बैक्टीरिया मर जाते हैं. कोशिश करें उसे सूखने के बाद ही इस्तेमाल करें.

किचन सिंक

रिसर्च में यह साबित हुआ है कि कैलिफौर्म बैक्टीरिया और मोल्ड्स किचन सिंक में पनपते हैं, क्योंकि यही वह जगह होती है जहां हम फलों, सब्जियों और जूठे बरतनों को साफ करते हैं. ऐसे में सिंक की सफाई को नजरअंदाज करना परिवार की सेहत पर भारी पड़ सकता है.

इस के लिए जरूरी है कि आप सिंक में गरम पानी डाल कर फिर स्पौंज पर एक बड़ा चम्मच ब्लीच डाल कर उस से सिंक को साफ कर के 5 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर पानी से साफ कर लें. यह बैक्टीरिया को मारने में काफी असरदार है.

स्टोव नौब्स

जब भी गैस पर काम करने जाते हैं तो उस के नौब को ओपन करना ही पड़ता है. जिस कारण बारबार उस पर हाथ लगता ही है. ऐसे में स्टोव नौब में सब से ज्यादा बैक्टीरिया के पैदा होने के चांसेस होते हैं. आप को जान कर हैरानी होगी कि घर में स्टोव नौब को टौप 10 जर्म्स वाली जगह में गिना जाता है.

ऐसे में अगर आप चाहती हैं कि आप के खाने में बैक्टीरिया न जाएं तो 3-4 दिन में आप गरम पानी में डिशवाश जैल डाल कर उस की सफाई करें, साथ ही गैस स्टोव को भी साफ करें और सूखने के बाद ही उस का इस्तेमाल करें.

डस्टबिन है जर्म्स का अड्डा

ज्यादातर घरों में डस्टबिन तो होते हैं, मगर उन्हें व्यवस्थित रखने में परिवार के सदस्य कोई खास रुचि नहीं लेते. कई बार तो गीलासूखा कूड़ा हफ्तों तक उस में सड़ता रहता है. यदि आप के घर में भी डस्टबिन का यही हाल है तो सतर्क हो जाएं, क्योंकि इस में पनपे कीटाणु घर में बहुत तेजी से फैलते हैं. डस्टबिन को हफ्ते में 2 बार सिरके में पानी मिला कर, डिसइंफैक्टैंट लिक्विड डाल कर साफ करें. इस बात का खास ध्यान रखें कि भले ही उस में कम कूड़ा हो लेकिन फिर भी रोजाना उस की थैली बदलें.

हैंडल्स

सफाई के मामले में सब से ज्यादा नजरअंदाज की जाने वाली चीजों में किचन कैबिनैट्स और फ्रिज के हैंडल्स मुख्य हैं. खाना बनाते समय हम इन्हें बारबार खोलते और बंद करते हैं और हर बार साफ हाथों से ऐसा करना असंभव है. इस तरह किचन के जर्म्स इन हैंडल्स के जरीए पूरे परिवार तक पहुंच सकते हैं.

इसलिए इन की जल्दीजल्दी सफाई करना बहुत जरूरी है. इस के लिए आप हैंडल्स को डिसइंफैक्टैंट या फिर गरम पानी से साफ करें. इस से संक्रमण का खतरा नहीं रहता.

स्लैब व फर्श की सफाई

स्लैब जहां हम खाना बनाते और रखते हैं, दीवार जहां चिकनाई जमने के ज्यादा चांसेस रहते हैं और फर्श जहां पूरे दिन कुछ न कुछ गिरता ही रहता है. ऐसे में इन जगहों की रोजाना सफाई करने की जरूरत होती है. इस के लिए या तो आप गरम पानी का इस्तेमाल करें या फिर पानी में डिसइंफैक्टैंट डाल कर उस से अच्छे से सफाई करें. इस से आप का किचन साफसुथरा रहने के साथसाथ बैक्टीरियाफ्री भी रहेगा.

रोटी टूल

रोटी हर घर में बनती है और इस के लिए चकलाबेलन ही इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन कभी आप ने सोचा है कि जो रोटी हमें ऐनर्जी देने का काम करती है अगर उसे बनाने वाले टूल को साफ नहीं किया गया तो वह इंफैक्शन व पेट संबंधित बीमारी का कारण भी बन सकती है. इसलिए जब भी रोटी बनाएं उस के बाद उस पर लगी चीजों को चाकू की मदद से हटा कर पानी से साफ कर के ही रखें. इस से उस पर बैक्टीरिया के पैदा होने की संभावना नहीं रहेगी.

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चम्मच स्टैंड

भले ही चम्मच स्टैंड में नीचे से पानी निकलने के लिए स्पेस होता है फिर भी उस में पानी रह जाने के कारण उस में इ. कोली बैक्टीरिया, मोल्ड, यीस्ट उत्पन्न हो जाते हैं, जिस के कारण किसी भी तरह का इंफैक्शन हो सकता है. इसलिए जरूरी है कि आप इस में चम्मच तभी रखें जब वह अच्छे से सूख जाए. हर हफ्ते इसे डिसइंफैक्टैंट से साफ कर के ही इस्तेमाल करें.

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