Kitchen Tips : “रोमा, मेरा जैकेट कहां है?”
“तुम्हारी कवर्ड में होगा, मुझे क्या पता?’’
“नहीं मिल रहा, दो न आ कर। मेरी आज जरूरी मीटिंग है और यहां कपड़े ही नहीं मिल रहे।”
“अब मैं यदि उधर आऊंगी तो लंच पैक करने में मुझे देर हो जाएगी.”
‘”अरे यार, तुम्हें कितनी बार कहा है कि मेरे सभी वूलन ड्रैसेज मेरी ही कवर्ड में रख दिया करो। कुछ भी नहीं सुनती हो तुम. तुम किचन में बिजी रहती हो और मुझे परेशानी हो जाती है.” रोमा और उस के पति रोहित के साथ सुबहसुबह यह सब आम बात थी। कई बार तो दोनों के बीच लंबी लङाई हो जाती और दोनों एकदूसरे से बातचीत तक नहीं करते थे।
यों सर्दियों में ब्लैंकेट में से निकलने का किसी का भी मन नहीं करता और वर्किंग कपल्स के लिए समय पर औफिस पहुंचना काफी मुश्किल हो जाता है पर सर्दियों के इन दिनों की सब से बड़ी खासियत यह होती है कि गरमियों की अपेक्षा इन दिनों खाद्यपदार्थ जल्दी खराब नहीं होते.
इन दिनों यदि कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो आप रोजरोज की इस चिकचिक से तो बचेंगे ही, समय पर औफिस भी पहुंच जाएंगी :
मौडर्न गैजेट्स बनाएंगे काम आसान
बैंक मैनेजर सुजाता ने 4 बर्नर वाला गैस चूल्हा इसलिए लिया ताकि वह एकसाथ 4 खाद्यपदार्थ पका सके. वह कहती है कि किचन में प्रवेश करते ही मैं डो मेकर में आटा और राइस कुकर में राइस सैट कर देती हूं. इलैक्ट्रिक चौपर में 2 मिनट में सब्जी काट कर पकने रख देती हूं और रोटी मेकर में रोटी तैयार करती हूं। इस तरह पूरा खाना बनाने में मुझे बमुश्किल 20 मिनट लगते हैं.
आजकल मार्केट में रोटी मेकर, डो मेकर, राइस कुकर, ब्रैड मेकर, वैजिटेबल चौपर, फूड प्रोसैसर, स्प्राउट मेकर, कौफी मेकर जैसे आधुनिक गैजेट्स उपलब्ध हैं, जिन की मदद से घंटों का काम मिनटों में हो जाता है. आवश्यकतानुसार इन की मदद ले कर आप अपना काम काफी आसान कर सकती हैं.
मेड की मदद लें
संयुक्त परिवार में रहने वाली स्कूल टीचर राजश्री के लिए हर दिन खाना बना कर स्कूल पहुंचना बेहद टफ टास्क हुआ करता था। स्कूल लेट पहुंचने के साथसाथ न ढंग से तैयार हो पाती थी और न ही नाश्ता कर पाती थी. पर जब से उस ने अपनी सैलरी में से ₹4 हजार खर्च कर के खाना बनाने वाली महराजिन लगाई है तब से मानो उस की जिंदगी में सुकून आ गया है.
घर के अधिकांश कार्यों के लिए आप हाउस होल्ड मेड की मदद लें. भले ही इस के लिए आप को कुछ अधिक राशि खर्च करनी पड़े तो भी आप कोई कंजूसी न करें क्योंकि घर के कार्यों के सुचारु रूप से चलने पर ही आप अपने कार्य और परिवार पर फोकस कर पाएंगी.
मील प्लानिंग है आवश्यक
ऋचा के लिए हर सुबह यही प्रश्न होता कि आज क्या बनाया जाए? अब चूंकि उस ने पहले से कुछ प्लान नहीं किया होता इसलिए मेड को भी नहीं बता पाती और इस सोचविचार में ही उस का काफी समय बरबाद हो जाता. इस से बचने के लिए मील प्लानिंग सर्वोत्तम उपाय है.
वीकेंड पर आप सप्ताह के ब्रैकफास्ट, लंच, डिनर और मिड स्नैक्स की पूरी प्लानिंग कर लें. इसे आप बोर्ड पर लिख कर या फिर प्रिंट निकाल कर फ्रिज के ऊपर चिपका दें, जिस से मेड को भी हर दिन बताने की जरूरत न पड़े. आप चाहें तो मील प्लानिंग करते समय परिवार के सदस्यों की मदद भी ले सकती हैं.
पूर्व तैयारी
अंजलि और आरुष एक मल्टीनैशनल कंपनी में सौफ्टवेयर इंजीनियर हैं। अंजलि को कुकिंग का जरा भी शौक नहीं है. वहीं आरुष को मेड के हाथ का खाना पसंद नहीं है. उसे कुकिंग करना भी पसंद है. आरुष कहता है,“औफिस से आने के बाद हम दोनों मिल कर सब्जियों की चौपिंग, मसालों की रोस्टिंग कर के फ्रिज में रख देते हैं. सुबह उसे पानी डाल कर मिक्स कर के पका लेते हैं. चपाती परांठा बनाने का काम दीदी कर देती हैं। इस से हमें थोड़े से प्रयास से मनपसंद खाना खाने को मिल जाता है.
सुबह की भागमभाग में अकसर हमसब के पास समय का अभाव होता है। इस समस्या से बचने के लिए आप शाम को ही सब्जी की चौपिंग, आटा लगाने या फिर कुछ सब्जियों को बौयल कर के फ्रिज में रख लें जिस से आप को सुबह परेशानी नहीं होगी.
सर्दियों में आप लंच बौक्स में ले जाने वाली सब्जी बना कर भी फ्रिज में रख सकती हैं.
वीकेंड को किचन में सैलिब्रेट न करें
असिस्टैंट प्रोफैसर शालिनी कहती हैं,“वीकेंड मेरे लिए सैलिब्रेशन जैसा होता है। इस दिन मैं पर्सनल ग्रूमिंग करने के साथसाथ घर और किचन की भी ग्रूमिंग करती हूं। निस्संदेह मेरे पति भी इस में मेरा हाथ बंटाते हैं. इस दिन किचन में घुसे रहना मुझे जरा भी पसंद नहीं है. मैं इन दिनों में बाहर जा कर खाना पसंद करती हूं.
वीकेंड पर पूरे समय किचन में लगे रहने के स्थान पर आप इन दिनों दोस्तों से मिलने और घूमने का प्लान बनाएं। किसी एक मील को भी बाहर ही करने या जोमैटो, स्विगी से मंगा कर रिलैक्स करें. हां, इन दिनों अपनी निगरानी में मेड से नैक्स्ट वीक की मील प्लानिंग और तैयारी अवश्य कर लें ताकि आप तनावमुक्त हो कर कार्य कर सकें.
रैडीमेड फूड आइटम्स हैं मददगार
हर चीज को घर पर बनाने के स्थान पर रैडीमेड फूड आयटम्स को ट्राई करें. यदि आप को रेस्टोरैंट और होटल्स के खाने में हाइजीन की प्रौब्लम है तो आजकल बाजार के बनेबनाए पैक्ड खाद्य पदार्थों का उपयोग कर सकती हैं। आजकल बाजार में परांठे, मोमोज, सैंडविच, सब्जियां आदि उपलब्ध हैं जिन्हें केवल गरम कर के प्रयोग किया जा सकता है.
इसी तरह सुबह के नाश्ते में हर दिन कुछ फ्रैश बनाने के स्थान पर ओट्स, कौर्नफ्लैक्स, मूसली, सत्तू और ब्रैड आमलेट जैसे झटपट बनने वाले हैल्दी औप्शंस को तरजीह दें.
चटनियां और डिप्स
कोकोनट और चनादाल की सफेद तथा टोमेटो और चनादाल की रैड साउथ इंडियन चटनी और टमाटर की चटनी पर्याप्त मात्रा में बना कर एअर टाइट डब्बे में बना कर रखें। जब भी आप अप्पम, डोसा, इडली या उत्तप्पम बनाएंगी, तो ये चटनियां आप का काम बहुत आसान कर देंगी. धनिया व पोदीने की हरी चटनी, इमली की लाल चटनी भी चाट, पकौड़े आदि में बहुत काम आती हैं.
इसी प्रकार आप हंग कर्ड भी एअर टाइट डब्बे में रख सकती हैं। इस में औरिगेनो, चिली फ्लैक्स और टोमेटो सौस डाल कर झटपट से डिप तैयार की जा सकती है. इन डिप्स और चटनियों को आप औफिस में भी ले जा सकती हैं.
डबलिंग है जरूरी
प्रेशर कुकर, चकला तवा, औफिस और स्कूल ले जाने वाले लंच बौक्स के 2-2 सैट रखें ताकि सुबह मेड के देर से आने पर आप अपना काम आसानी से कर पाएं.