Couple Goals : राधा और राहुल की हाल ही में शादी हुई थी. एक दिन दोनों ने साथ घूमने का प्लान बनाया. लेकिन राधा की कुछ आदतें राहुल को बड़ी अटपटी लगीं. राहुल को पहले समझ में नहीं आया कि यह क्या हो रहा था. दरअसल, एक दिन उस ने देखा कि राधा ने एक शौप से लिपस्टिक चोरी कर अपने बैग में डाल लिया. यह देख कर राहुल को अजीब लगा.

राहुल ने तुरंत पूछा, “तुम ने यह लिपस्टिक क्यों ली?” राधा घबरा गई, “नहीं, राहुल, मैं ने इसे नहीं लिया.”

फिर राहुल ने धीरेधीरे सुबूत जुटाए और पाया कि उस की आदत ही यही थी. वह बारबार चीजें चुराती थी, भले ही उसे उन की कोई जरूरत न हो.

राहुल ने एक दिन अपने दोस्तों से सुना था कि यह एक मानसिक समस्या हो सकती है, जिसे ‘क्लेपटोमेनिया’ कहते हैं. वह बहुत घबराया और इंटरनैट पर इस बारे में और जानकारी जुटाई. उसे समझ में आया कि यह एक मानसिक विकार है, जो लोगों को चीजें चुराने की अजीब इच्छा पैदा कर देता है और वे इसे अपनी इच्छा से नियंत्रित नहीं कर सकते.

राहुल ने राधा से इस के बारे में बात की और कहा, “राधा, मुझे लगता है कि तुम्हें एक डाक्टर से मिलना चाहिए. यह तुम्हारी गलती नहीं है, बल्कि एक समस्या है.”

डाक्टर ने राधा का इलाज शुरू किया और उसे बताया कि क्लेपटोमेनिया का इलाज किया जा सकता है, लेकिन इस के लिए उसे बहुत मेहनत करनी होगी. डाक्टर ने राहुल को कौग्निटिव बिहेवियरल थेरैपी (CBT) के बारे में बताया, जिस में राहुल को अपनी आदतों को पहचानने और उन्हें नियंत्रित करने की तकनीकें सीखनी पड़ीं. समय के साथ राधा ने अपनी आदतों पर काबू पा लिया. अब वह और राधा अपनी जिंदगी में खुश थे.

यह थी राधा और राहुल की कहानी लेकिन अगर आप के पार्टनर को कोई मानसिक स्वास्थ्य समस्या है, तो उसे समझदारी से सहारा देना बहुत महत्त्वपूर्ण होता है. मानसिक विकारों को समझने और उन से निबटने के लिए प्रोफैशनल मदद की आवश्यकता होती है और सब से जरूरी बात यह है कि प्यार और समर्थन ही किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाते हैं.

यहां कुछ तरीके दिए गए हैं, जिन से आप इस स्थिति को समझ सकते हैं और अपने पार्टनर को मदद कर सकते हैं :

समझदारी से समझें : क्लेपटोमेनिया एक मानसिक स्वास्थ्य विकार है और यह किसी की इच्छा से बाहर होता है. व्यक्ति जानबूझ कर या स्वेच्छा से चुराने का प्रयास नहीं करता, बल्कि यह एक मानसिक दबाव या भावना होती है जिसे वह नियंत्रित नहीं कर सकता. सब से पहले आप को इस स्थिति को पूरी तरह समझना होगा ताकि आप अपने पार्टनर को सहानुभूति और समर्थन दे सकें.

गोपनीयता और सम्मान बनाए रखें : यदि आप को लगता है कि आप का पार्टनर कोई चीज चुराता है, तो इसे व्यक्तिगत रूप से न लें और न ही उन्हें शर्मिंदा करें. यह आवश्यक है कि आप उस स्थिति को खुले तौर पर और बिना किसी निंदा के संभालें. अगर आप उन्हें अपमानित करेंगे, तो वे और अधिक शर्मिंदा महसूस करेंगे, जो उन के मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है.

प्रोफैशनल से मदद लें : क्लेपटोमेनिया का इलाज खुद से नहीं किया जा सकता है. इस का उपचार पेशेवर चिकित्सकों द्वारा किया जाता है. अगर आप के पार्टनर को इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो उन्हें मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर जैसेकि मनोचिकित्सक या काउंसलर से संपर्क करने के लिए प्रेरित करें.

अपनेआप को भी समर्थन दें : अपने पार्टनर को इस स्थिति से बाहर निकालने के लिए आप को भी मानसिक सहारा और समझ की जरूरत होगी. यह एक लंबी प्रक्रिया हो सकती है और इसे झेलने में आप को भी तनाव हो सकता है. इसलिए, अपनी भावनाओं और मानसिक स्थिति का खयाल रखना भी जरूरी है. आप भी काउंसलिंग या सपोर्ट ग्रुप्स में भाग ले सकते हैं, जहां आप को इस प्रक्रिया के दौरान मदद मिल सकती है.

सीमाएं तय करें : आप के लिए यह जरूरी है कि आप अपने व्यक्तिगत सीमाएं तय करें ताकि आप खुद को सुरक्षित महसूस करें. यदि आपका पार्टनर बारबार चीजें चुराता है, तो आप को इस बारे में स्पष्ट रूप से बात करनी होगी. सीमाएं निर्धारित करना इस का हिस्सा है, लेकिन यह भी सुनिश्चित करना है कि आप उन के प्रति सम्मान और समझदारी बनाए रखें.

लक्ष्य और धैर्य बनाए रखें : क्लेपटोमेनिया का इलाज समय ले सकता है. यह एक प्रक्रिया है और आप का पार्टनर इसे नियंत्रित करने में धीरेधीरे सुधार कर सकता है. इस दौरान आप को धैर्य रखने की आवश्यकता होगी. हर सकारात्मक कदम को सराहें और अपने पार्टनर के लिए एक साकारात्मक वातावरण तैयार करें.

अगर कोई घटना हो, तो शांत और समझदारी से प्रतिक्रिया दें : अगर आप का पार्टनर फिर से कुछ चुरा लेता है, तो उस पर गुस्सा करने या उसे शर्मिंदा करने के बजाय शांति से और समझदारी से प्रतिक्रिया दें. आप उन्हें यह समझाने का प्रयास कर सकते हैं कि यह उन की गलती नहीं है, बल्कि एक मानसिक स्वास्थ्य समस्या है. उन्हें यह बताएं कि आप उन्हें समर्थन देंगे और इस स्थिति से बाहर निकालने के लिए मिल कर काम करेंगे.

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