Divorce : हमेशा हंसती रहने वाली नलिनी का उदास चेहरा सभी को खटक रहा था. सब उस की उदासी की वजह जानना चाहते थे. मेरे बारबार पूछने पर उस की आंखों में आंसू तैरने लगते. उस ने अपनी एक कलीग को बताया, ‘‘सुनील मेरे पति का अपनी बड़ी भाभी से शारीरिक रिश्ता है. मैं ने उन दोनों को कई बार बड़ी ही अजीब स्थिति में पकड़ा है. पूछने पर सुनील कहता है मैं जो हूं, जैसा हूं वैसा ही रहूंगा. वैसे ही तुझे रहना होगा.’’
यह किसी पत्नी को भी स्वीकार नहीं होता. आंखों देख कर मक्खी नहीं निगली जाती है. नलिनी ने अपने पति की सारी कहानियां सुनाईं कि कबकब उस ने कैसेकैसे देखा. साफ जाहिर था कि सुनील नलिनी के साथ रहना नहीं चाहता.
तो छोड़ क्यों नहीं देती सुनील को नलिनी? क्यों नहीं तलाक ले ले?
आसान या मुश्किल
यह कहना आसान है पर करना मुश्किल क्योंकि नलिनी असल मैं सुनील को चाहती है. मगर क्या प्रेम जबरदस्ती पाया जा सकता है? अगर किसी का मन आप से पलट गया है तो आप के लाख चाहने से भी कुछ नहीं होगा. नलिनी के साथ भी यही हुआ. वह गर्भवती हो गई. हादसा ही कहेंगे उसे क्योंकि पति को जब लगा कि थोड़ा सा प्यार देना भी उस के लिए जी का जंजाल बन गया है तो बहाने से अपनी 8 महीने की गर्भवती पत्नी को मायके भिजवा दिया और तलाक के पेपरों पर सहमति करवा ली.
4 साल नलिनी तलाक को रोकती रही पर पति साथ रहने को राजी नहीं हुआ. आज बच्चा 6 साल का है, 2 साल हो गए तलाक हुए पर दूसरी शादी में यही बच्चा रोड़ा बन रहा है क्योंकि तलाकशुदा महिला मगर बिना बच्चे के हो तो कोई भी उसे पत्नी बनाना स्वीकार कर लेता है मगर बच्चे को कोई स्वीकार नहीं करता. आज न वह बच्चे की परवरिश ढंग से कर पा रही है, न शादी ही हो पा रही है. अगर नलिनी पति की बेवफाई का पता चलते ही उसे पहले दिन ही छोड़ देती तो कहीं भी दूसरी जगह शादी कर सकती थी. 6-7 साल भी बरबाद नहीं होते नलिनी के.
शादी टूटने की नौबत
विवाह प्यार और विश्वास की नींव पर टिका होता है. हकीकत में दोनों में से एक की भी कमी होने पर विवाह टूटने की नौबत आ जाती है. जो पति बेवफा हो ही गया है, उस से प्यार करते रहना या उस का विश्वास करना अपने पांवों पर खुद कुल्हाड़ी मारने जैसा है क्योंकि बेवफा होने से पहले साथी ने ही अपने मन से पत्नी के लिए प्यार और विश्वास को समाप्त कर दिया है. तो ऐसे व्यक्ति से उम्मीद क्या कर रही हैं आप? उस का इंतजार करना वक्त की बरबादी ही तो है.
भारत में ही नहीं, विदेशों में भी जहां तलाक ज्यादा आसानी से मिलता है बेवफा पति के लिए जान छिड़कने वालों की कमी नहीं है. चीन में हौंगकौंग के शुआनदोग प्र्रांत की शाओगुआन ने अपने पति की बेवफाई से दुखी हो कर अपने 9 वर्षीय बेटे के साथ नदी में कूद गई. मगर कुछ लोगों ने दोनों को बचा लिया. शाओगुआन के उस 9 वर्षीय बेटे ने अपनी मां पर अदालत में मुकदमा दायर कर दिया कि उस की मां ने उस से जीने का अधिकार छीनने की कोशिश की. वह मरना नहीं चाहता था पर उस की मां उसे जबरदस्ती पकड़ कर नदी में कूद गई.
बेवफाई का अंदाज
स्थिति हास्यास्पद भी है, दयनीय भी और शिक्षाप्रद भी. बच्चा अपना जिंदगी जीना चाहता है जबकि मां के पास भविष्य के लिए कुछ भी उम्मीद नहीं है. ऐसी सोच से तो महिलाओं को शिक्षा लेनी चाहिए कि एक व्यक्ति ने बेवफाई की है तो वह सारी दुनिया क्यों छोड़ना चाहती है? उस व्यक्ति को ही क्यों नहीं छोड़ देती?
बेवफाई का एक अंदाज और भी है पुरुषों का. विदेश में बसने के इच्छुक भारतीय लड़के यहां ब्याह कर के दहेज के पैसों से विदेश बस जाते हैं और वहीं दूसरी शादी रचा लेते हैं. पत्नियां पतियों के इंतजार में बुढ़ा जाती हैं. अत: इस से अच्छा है कि तलाक ले कर निडर और शांत जिंदगी जी जाए. चाहे तलाक में कितने ही समझौते क्यों न करने पड़ें.