हाल ही में कोविड—19 महामारी ने दुनिया को अभूतपूर्व रूप से बदल कर रख दिया है. इन बदले हालातों के लिए हमें अपने बच्चों को तैयार करना होगा. यह तभी संभव है जब हम उन्हें जरूरी कौशल सिखाएं ताकि वे सभी हालातों का सामना करने के लिए खुद को मजबूत बना सकें.डॉ. पल्लवी राव चतुर्वेदी के अनुसार किसी भी बच्चे के जीवन के शुरूआती पांच साल बहुत महत्वपूर्ण होते हैं, इन वर्षों में ही उनमें स्वास्थ्य, मानसिक—शारीरिक विकास और प्रसन्नता, भविष्य के लिए आकार लेते हैं. 'जीवन कौशल शिक्षा', विद्यालय में पढ़ाई जाने वाली शिक्षा के अतिरिक्त की शिक्षा है. बच्चों को यह कौशल शिक्षा, प्रशिक्षण और महत्वपूर्ण गतिविधियों के माध्यम से घर पर ही उपलब्ध कराई जा सकती है.
कुछ आवश्यक जीवन कौशलों के बारे में यहां जानकारी दी जा रही है, जिन्हें वास्तविक दुनिया का सामना करने के लिए अपने बच्चों को अवश्य सीखाना चाहिए.
1. स्वयं की देखभाल —
बच्चों को स्वयं की देखभाल करना आना बहुत जरूरी है ताकि वे अपनी शारीरिक जरूरतों को पहचान सकें और खुद की बेहतर देखभाल कर सकें. स्वयं की देखभाल करने में बच्चों के जीवन से जुड़ी आवश्यक गतिविधियां आती हैं, जैसे, सफाई, बेसिक कुकिंग, शर्ट के बटन लगाना आदि. यह स्किल स्कूल से संबंधित टास्क और लाइफ स्किल से संबंधित टास्क में बेहद काम आती हैं. इसके अलावा, यह संभव नहीं होता है कि आप हर समय अपने बच्चे के साथ हो सकें. जब वह पेड़ से सुपर हीरो की तरह छलांग लगाकर खुद को चोटिल करले, तब भी आप उसके आसपास हो यह हर बार संभव नहीं होता. इसलिए उनके लिए यह जरूरी है कि हम उन्हें प्राथमिक चिकित्सा किट का महत्व बताते हुए प्रयोग करना सिखाएं. उन्हें यह भी बताएं कि सब्जियां खाना, पर्याप्त स्वच्छ पानी पीना और सही नींद लेना कितना आवश्यक होता है.