संजना 12वीं की छात्रा थी और उस का बड़ा भाई मैनेजमैंट का छात्र था. संजना का अपने भाई से दोस्ताना रिश्ता था, वे अपनी प्रौब्लम को एकदूसरे के साथ शेयर करते थे, लेकिन संजना कुछ दिन से अपने भाई अर्पित को काफी परेशान देख रही थी. संजना ने कई बार भाई की परेशानी का कारण पूछा, लेकिन वह हर बार संजना की बातों को टालता रहा. अब तो अर्पित अपनी क्लास भी मिस करने लगा था, भाई को परेशान देख संजना से रहा नहीं गया और वह भाई से बोली कि भैया मैं कई दिन से आप को परेशान देख रही हूं, आप अपनी परेशानी मुझ से साझा क्यों नहीं करते, हो सकता है कि मैं आप की परेशानी दूर करने में कुछ मदद कर पाऊं.

संजना की बातें सुन कर उस के भाई को थोड़ा बल मिला और उसे लगा कि संजना सही ही तो कह रही है. उस के भाई ने बताया कि उस की अपने कालेज की ही अदिति नाम की एक लड़की से फ्रैंडशिप है, जो उस के साथ ही मैनेजमैंट का कोर्स कर रही है. उस ने बताया कि उन की फ्रैंडशिप अब धीरेधीरे प्यार में बदलने लगी थी, लेकिन अचानक कुछ दिन से अदिति उस से दूरी बना कर रहने लगी है.

संजना अपने भाई अर्पित से बोली कि आप मुझे अपनी गर्लफ्रैंड का पता दे दीजिए, मैं खुद जा कर उस से मिलती हूं और आप से दूरी बनाने का कारण जानने की कोशिश करती हूं. हो सके तो फिर से आप की दोस्ती को नजदीकी में बदलने का प्रयास करूंगी.

एक दिन संजना अपने स्कूल से समय निकाल कर अदिति से मिली और उसे बताया कि वह अर्पित की छोटी बहन है. अदिति संजना से मिल कर बेहद खुश हुई. बातचीत के दौरान संजना ने अदिति को यह बताया कि मेरा बड़ा भाई उसे बहुत चाहता है, लेकिन अचानक उस के दूरी बनाने से वह बहुत परेशान रहने लगा है, जिस वजह से उस का पढ़ाई में भी मन नहीं लगता.

संजना की बात सुन कर अदिति बोली कि मैं भी अर्पित को बहुत चाहती हूं और मुझे उस का साथ भी बहुत अच्छा लगता है, लेकिन कुछ दिन से अर्पित मुझपर अपनी मरजी थोपने लगा था कि मैं हर काम उस के हिसाब से करूं, जिस वजह से मेरी आजादी में खलल पड़ने लगा था.

अदिति ने बताया कि अर्पित उस की तुलना दूसरी लड़कियों से करता है जो उसे बिलकुल भी अच्छा नहीं लगता. अगर अर्पित को उस की कोई बात अच्छी नहीं लगती तो वह यह बात उस से सीधा कह सकता है, लेकिन दूसरी लड़कियों से उस की तुलना करना एकदम गलत है. अदिति ने यह भी बताया कि वह अर्पित के साथ रिलेशन को आगे बढ़ाना चाहती है, लेकिन अर्पित को इस के लिए अपने व्यवहार में सुधार लाना होगा. संजना ने अदिति को यह विश्वास दिलाया कि वह अपने बडे़ भाई को अपनी आदतों में सुधार लाने के लिए कहेगी. उस ने अदिति से यह रिक्वैस्ट की कि वह उस के भाई से फ्रैंडशिप जारी रखे.

घर आ कर संजना ने अपने भाई को उस की गर्लफ्रैंड से हुई सारी बातें बताईं और दूरी बनाने का कारण भी बताया. अर्पित ने संजना से वादा किया कि वह भविष्य में कोई भी ऐसी हरकत नहीं करेगा, जिस से उस की गर्लफ्रैंड को दुख पहुंचे. संजना की इस पहल से उस के बडे़ भाई के रिश्ते गर्लफ्रैंड से पहले जैसे अच्छे हो गए. संजना ने भाई और उस की गर्लफ्रैंड पर नजर रखते हुए छोटी बहन होने का फर्ज निभाया और वह दोनों की गलतफहमियां दूर करने में कामयाब रही. छोटी बहन संजना के चलते अर्पित और अदिति दोनों जल्द ही शादी करने वाले हैं.

संजना ने बड़ी बुद्धिमानी से भाई से छोटी होने के बावजूद उन की गर्लफ्रैंड से मिल कर उन के खराब संबंधों के बावजूद फिर उन दोनों को पास लाने में मदद की, लेकिन ऐसा सभी मामलों में नहीं हो पाता, क्योंकि ज्यादातर मामलों में छोटी बहन होने के नाते वह बडे़ भाई की गर्लफ्रैंड के मामलों में हाथ नहीं डालना चाहती, जबकि कई बार अपने भाई को अपनी गर्लफ्रैंड के चलते तमाम तरह की दुशवारियों का सामना करना पड़ता है. वह इस बात को अपने पैरेंट्स से भी नहीं कह पाता. ऐसी स्थिति में यदि छोटी बहन बड़े भाई की दोस्त की हैसियत से उस की गर्लफ्रैंड पर नजर रखे तो न केवल भाई को गर्लफ्रैंड से होने वाली कई तरह की परेशानियों से बचा सकती है बल्कि भाई को उस की गर्लफ्रैंड से जुड़ी गलत बातों को ले कर भी सचेत कर सकती है.

अकसर कई मामलों में लड़कियों का लड़कों के साथ दोस्ती का उद्देश्य इमोशनल अत्याचार करना भी होता है. ऐसी लड़कियां एकसाथ कई लड़कों से दोस्ती गांठ कर उन के पैसों से मौज उड़ाती हैं और अपने शौक पूरे करने के लिए उन दोस्तों से सैक्स संबंध बनाने में भी कोई गुरेज नहीं करतीं. ऐसी गर्लफ्रैंड कभी भी अपने बौयफ्रैंड के प्रति ईमानदार नहीं हो सकती, जब गर्लफ्रैंड के बारे में ऐसी बातें बौयफ्रैंड को पता चलती हैं तो उस का दिल टूट जाता है और उस के चक्कर में वह अपनी पढ़ाई व कैरियर सबकुछ बरबाद कर बैठता है.

ऐसे मामलों में छोटी बहन होने के नाते बहन अपने बडे़ भाई की गर्लफ्रैंड पर नजर रख कर उस की अच्छीबुरी आदतों के बारे में भाई को बता सकती है और कभी जरूरत पड़ने पर भाई और उस की गर्लफ्रैंड को आमनेसामने बैठा कर उन की गलतफहमियां दूर करने में भी मदद कर सकती है.

बहन की बातों को भाई गंभीरता से ले

एक महिला महाविद्यालय में शिक्षिका रंजना अग्रहरि का कहना है कि कुछ लड़कियां कई लड़कों के साथ दोस्ती बना कर रखने में विश्वास रखती हैं. यह उसी तरह से होता है जैसे कालेज में लड़केलड़कियों की आपस में दोस्ती होती है. ऐसे में अगर आप का बड़ा भाई भी किसी लड़की को अपनी गर्लफ्रैंड बनाता है तो यह कोई नई बात नहीं है, लेकिन जब यह दोस्ती प्यार तक पहुंचने लगे तो रिश्तों में संजीदगी लाना बेहद जरूरी हो जाता है. वहीं कुछ लड़कियां सिर्फ अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए बौयफ्रैंड बनाती हैं और जब उन का मन भर जाता है तो उसे छोड़ कर दूसरे लड़के के साथ दोस्ती गांठ लेती हैं. ऐसे मामलों में दिल टूटना आम बात हो जाती है.

अगर आप घर में छोटी हैं और आप के बडे़ भाई की कोई गर्लफ्रैंड है तो एक जागरूक बहन का फर्ज निभाते हुए अपने भाई को गर्लफ्रैंड की ज्यादती का शिकार होने व इमोशनल अत्याचार से बचाने के लिए उस पर नजर रख सकती हैं. अगर आप को लगता है कि भाई की गर्लफ्रैंड का उद्देश्य आप के भाई के पैसों से मौजमस्ती करना है तो इस के प्रति भाई को सचेत कर सकती हैं. हो सकता है कि एक बारगी भाई को आप की बातों पर विश्वास न हो, लेकिन भाई को विश्वास दिलाएं कि आप उन की सगी बहन हैं और उन का बुरा कभी नहीं सोच सकतीं. यदि भाई को विश्वास न हो तो आप उस से जुडे़ कुछ सुबूत भी पेश कर सकती हैं. ऐसे में आप भाई को न केवल टूटने से बचा सकती हैं, बल्कि उन के कैरियर व पढ़ाई को भी बरबाद होने से बचा सकती हैं.

गर्लफ्रैंड को ले कर अकसर लड़कों में गलतफहमी पैदा हो जाती है. इस का मुख्य कारण उस का कई लड़कों के साथ दोस्ती रखना व उन से बातचीत करना हो सकता है, लेकिन ऐसी बातें गलत नहीं होतीं. अगर भाई को अपनी गर्लफ्रैंड की कई लड़कों से दोस्ती नागवार गुजर रही है तो आप भाई को यह समझा सकती हैं कि उस की भी अपनी लाइफ है. ऐसे में उस के आजादी के हक को छीनना गलत होगा.

बडे़ भाई की गर्लफ्रैंड पर नजर रखना पढ़ाई व कैरियर के लिए है अच्छा

गर्लफ्रैंड के चक्कर में पड़ कर अकसर लड़के अपने पढ़ाई व कैरियर दोनों बरबाद कर बैठते हैं और कई बार गर्लफ्रैंड पढ़ाईलिखाई में बेहद तेजतर्रार होती है. इस स्थिति में आप भाई की गर्लफ्रैंड पर नजर रखने के लिए छोटी बहन होने का फायदा उठा कर उस से नजदीकियां बढ़ा सकती हैं. अपनी पढ़ाई से जुडे़ सवालों को भी हल करने में उस की मदद ले सकती हैं. इस स्थिति में भाई की गर्लफ्रैंड के व्यवहार और उस की खूबियों की जानकारी भी हो जाएगी और आप की पढ़ाई से जुड़ी समस्याओं का निदान भी होगा.

यदि भाई की गर्लफ्रैंड पढ़नेलिखने में तेजतर्रार है तो वह न केवल आप के लिए फायदेमंद है बल्कि आप के भाई को भी भटकने से रोकने में मददगार साबित होती है, क्योंकि उसे पढ़ाई का महत्त्व पता होता है और वह अपने बौयफ्रैंड को पढ़ाई से जुडे़ जरूरी टिप्स भी समयसमय पर देती रहती है.

उपरोक्त बातों के अलावा भी भाई की गर्लफ्रैंड पर नजर रखना आप के भाई और उस की गर्लफ्रैंड दोनों के लिए मददगार साबित हो सकता है, क्योंकि आप की नजर रखने से गर्लफ्रैंड की अच्छीबुरी आदतों की सही जानकारी भी हो पाती है. इस के लिए आप भाई की गर्लफ्रैंड से दोस्ती बना सकती हैं, जिस से उसे शक भी नहीं होगा और उस की खूबियों से आप रूबरू भी हो पाएंगी. हो सकता है कि वह आप के पहनावे, हेयरस्टाइल और बातचीत से प्रभावित हो कर आप के भाई से दोस्ती को और प्रगाढ़ करने के लिए कुछ टिप्स भी ले, जिसे आप आसानी से उसे दे सकती हैं.

आजकल ज्यादातर मामलों में लड़कियों से दोस्ती प्यार में बदल जाती है, ऐसी स्थिति में हो सकता है कि आप अपने भाई की गर्लफ्रैंड पर पहले से नजर रख रही हों तो आप के घर में वह जब भाभी बन कर आए तब उस की पसंद व नापसंद के बारे में आप को पहले से ही पता हो, जिस से भाभी और ननद के रिश्तों में और प्रगाढ़ता लाई जा सकती है.

अगर आप बडे़ भाई की गर्लफ्रैंड पर निगरानी रख रही हैं तो आप के भाई या उस की गर्लफ्रैंड को यह कतई नहीं लगना चाहिए कि आप उन के निजी संबंधों में दखलंदाजी कर रही हैं बल्कि अगर इस बात की जानकारी हो भी जाए तो आप उन्हें यह विश्वास दिलाएं कि आप जो कुछ भी कर रही हैं, उन दोनों के अच्छे के लिए कर रही हैं. इस से आप की इमेज आप के भाई और उस की गर्लफ्रैंड दोनों की नजर में अच्छी होगी और इस तरह आप एक अच्छी बहन होने का फर्ज अदा कर सकती हैं.                                              

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