वर्क ऐंड फैमिली लाइफ को बैलेंस करना आज किसी भी महिला के लिए सब से बड़ी चुनौती है क्योंकि घरपरिवार के साथसाथ वर्क प्लेस दोनों की बागडोर को एकसाथ संभालना या फिर इन के बीच बैलेंस बना कर चलना इतना इजी टास्क नहीं है खासकर तब जब परिवार की सपोर्ट न हो. ऐसे में अगर बात हो नवविवाहिताओं की, जिस के लिए सास बनाम बौस के द्वंद्व में फंसना लाजिम है. ऐसे में वे कैसे घर व औफिस में तालमेल बैठाएं, आइए जानते हैं:
परिवार को प्राथमिकता दें आप को यह बात भलीभांति सम?ानी होगी कि आप की अभीअभी शादी हुई है, इसलिए आप को अपने नए घर में शुरू से ही अपने संबंधों को संभाल कर, उन में मिठास बना कर चलना होगा और यह तभी संभव है जब आप शादी के बाद सब से पहले अपने नए घर को प्राथमिकता देंगी. इस के लिए आप उन के साथ समय बिताएं, उन की आदतों को जानने की कोशिश करें, उन की बात को पहले सम?ों, फिर रिस्पौंस करें.घर में क्या चीज किस समय होती है, उस के अनुसार खुद को ऐडजस्ट करने की कोशिश करें.
इस में आप अपने पार्टनर से भी फुल सपोर्ट मांगें ताकि आप को शुरुआत से ही चीजों को सम?ाने व उन में तालमेल बैठाने में दिक्कतों का सामना न करना पड़े. जब आप उन्हें दिल से अपना मान लेंगी, उन के लिए हर बैस्ट करने की कोशिश करेंगी तो यकीन मानिए आप को घर व वर्क लाइफ में बैलेंस बैठाने में जरा भी दिक्कत नहीं होगी.
औफिस में ज्यादा देर रुक कर काम न करें शादी हुई है तो आप को घर पर ज्यादा समय तो देना ही पड़ेगा, लेकिन इस का यह मतलब नहीं कि आप औफिस को प्राथमिकता देना छोड़ दें. बस आप शुरुआत में औफिस में बात कर लें कि मैं अभी कुछ समय औफिस टाइम से ज्यादा औफिस को टाइम नहीं दे पाऊंगी. लेकिन मैं औफिस हौर्स में अपने काम को फुल प्राथमिकता दूंगी.इस से आप का बौस आप की बात को जरूर सम?ोगा और इस से आप को घर व औफिस के बीच तालमेल बैठाने में भी आसानी होगी वरना अगर आप शादी से पहले की तरह ही औफिस में रुकरुक कर काम करती रहीं, तो न तो घर वाले आप को सम?ा पाएंगे और न ही आप उन्हें, तो आप को उन से तालमेल बैठाने में काफी दिक्कत हो सकती है. इसलिए शादी के बाद थोड़े दिनों के लिए औफिस को औफिस में ही छोड़ कर आने में सम?ादारी है. तभी आप अपने नए रिश्तों में मधुरता बैठा पाएंगी, वरना इस काम में देरी आप पर बाद में काफी भारी पड़ सकती है.
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