आजकल अधिकांश लोग औफिस का काम घर से ही कर रहे हैं. बच्चों की कक्षाएं भी औनलाइन ही चल रही हैं.
सुनने में यह अच्छा लगता है कि घर पर रह कर ही काम करना है पर वर्क फ्रौम होम में आजकल लोग कई तरह की परेशानियों का सामना भी कर रहे हैं.
सौफ्टवेयर इंजीनियर रवीना सुबह 9 बजे से औफिस का काम करना शुरू कर देती हैं. अपने सभी काम निबटा कर वे अपना काम करना शुरू करती ही हैं कि नीचे के फ्लोर में रहने वाले परिवार से बच्चों की चिल्लाने और पतिपत्नी के बीच लड़नेझगड़ने की आवाजें आनी शुरू हो जाती हैं.
उन के परिवार के सभी सदस्य तेज आवाज में बात करते हैं और दिनभर दरवाजा खुला रहने से पूरे दिन चलने वाली इन आवाजों ने उन की नाक में दम कर रखा है.
एक स्कूल में टीचर अजिता को दिन में 3 औनलाइन क्लास लेनी होती हैं. हर दिन वे अपने पड़ोसी से इतनी परेशान हो जाती हैं कि उन्हें समझ नहीं आता है कि क्या करें.
दरअसल, उन के संगीत प्रेमी पड़ोसी सुबह से ही फुल वौल्यूम में गाना बजाना शुरू कर देते हैं जो लगभग पूरे दिन ही चलता रहता है.
इंटीरियर डिजाइनर अंबर आजकल अधिकांश काम घर से ही करते हैं.
अंबर कहते हैं,"सुबह 10 बजते ही मेरे सामने वाले घर से धार्मिक संगीत बजना शुरू हो जाता है फिर हवन का धुआं चारो ओर फैल जाता है. इस सब से मैं बुरी तरह परेशान हूं."
अकसर हम आएदिन पड़ोसियों द्वारा किए जाने वाले विविध प्रकार के शोरगुल से परेशान रहते हैं. कई बार तो आसपास का शोर इतना अधिक हो जाता है कि दिनभर काम करने के बाद जब सोने का प्रयास करते हैं तो अनावश्यक शोर से ठीक से सो भी नहीं पाते और रात के साथसाथ अगला दिन भी खराब हो जाता है.