पारिवारिक रिश्तों के साथसाथ कुछ रिश्ते ऐसे भी होते हैं जिन्हें हम अपने लिए खुद चुनते हैं. लेकिन कई बार जिन रिश्तों पर हम आंख बंद कर के भरोसा करते हैं वे ही समय पर हमारे काम नहीं आते.
जानिए, सच्चे और झूठे रिश्ते की पहचान करने के कुछ सुझाव:
- आप को हमेशा उन के बचाव में आना होता है
यदि परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों के आगे अकसर आप को उन के बचाव के लिए आगे आना पड़ता है और वादों की जमानत देनी पड़ती हो तो यह एक संकेत है कि सामने वाला आप का इस्तेमाल कर रहा है. कुछ लोग किसी रिश्ते में इसलिए बंधे होने का ढोंग करते हैं क्योंकि उन्हें अपनी गलतियों को छिपाने के लिए ढाल के रूप में आप का इस्तेमाल करना होता है. इस तरह ढाल बनने से इनकार कीजिए और फिर देखिए सामने वाले का रिएक्शन.
2. वे कभी धन्यवाद नहीं कहते
चाहे आप उन का काम निबटाएं, अच्छा खाना खिलाएं, उन के मातापिता की देखभाल करें, उन के दोस्तों के साथ अच्छा रिश्ता बनाएं, सरप्राइज गिफ्ट ले कर आएं. आप उन के लिए लगातार अच्छा करने का प्रयास करती रहें और बदले में सराहना की उम्मीद करें मगर उन की जबान से तारीफ का एक शब्द भी न निकले तो यह स्थिति स्पष्ट करती है कि आप का साथी कृतज्ञता व्यक्त नहीं करता. जाहिर है उस के मन में आप के प्रयासों की कोई इज्जत नहीं. वह केवल रिश्ता ढो रहा है ताकि आप का जितना हो सके इस्तेमाल कर सके.
3. वे हमेशा एहसान मांग रहे हैं